Hindi Essays for Class 9 Students: Top 10 Hindi Nibandhs

essay in hindi for class 9

List of popular essays for Class 9 Students in Hindi Language!

वन महोत्सव पर निबन्ध | Essay on Forest Festival in Hindi

अच्छा पड़ोसी पर निबन्ध | Essay on Good Neighbour in Hindi

हरित क्रांति पर निबन्ध | Essay on Green Revolution in Hindi

महँगाई पर निबन्ध | Essay on Inflation in Hindi

पदयात्रा पर निबन्ध | Essay on Walking Journey in Hindi

दहेज प्रथा पर निबन्ध | Essay on Dowry System in Hindi

आतंकवाद: एक अंतर्राष्ट्रीय समस्या पर निबन्ध | Essay on Terrorism : An International Problem in Hindi

ADVERTISEMENTS:

जनसंख्या: समस्या और समाधान पर निबन्ध | Essay on Population : Problem and Solution in Hindi

स्वाध्याय का आनँद पर निबन्ध | Essay on Pleasure of Self Reading in Hindi

पालतू पशु पर निबन्ध | Essay on Domestic Animals in Hindi

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 1

हम लोग अपने जीवन में कई प्रकार से उत्सव मनाते हैं । पारिवारिक सामाजिक धार्मिक एवं राष्ट्रीय उत्सवों में लोग बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं । परंतु वन महोत्सव इस सबसे बढ़कर ऐसा उत्सव है जो हमारे जीवन को सच्चा सुख प्रदान करता है ।

यह महोत्सव हमें प्रकृति से जोड़ता है । यह हमें याद दिलाता है कि हे मानव, वनों के बिना तेरा कल्याण नहीं है । वन समस्त प्राणी जगत् के उत्तम साथी हैं । वृक्षों का समूह जो कि वन कहलाता है हमारे जीवन के आधार हैं । वृक्षों के बदौलत ही हमारी धरती हरी-भरी है । वन, उपवन, बाग-बगीचे पृथ्वी पर जीवन और सौंदर्य के साकार रूप हैं ।

इनकी रक्षा के लिए प्रयत्न करना आवश्यक है । नए-नए वृक्षों को लगाकर वनों को घना करना वन क्षेत्र बढ़ाना वन महोत्सव का एक अंग है । जब हम वनस्पतियों के अस्तित्व के बारे में सोचते हैं तो असल में हम अपने अस्तित्व के लिए ही सोचते हैं ।

वृक्ष हमें फल-फूल छाया लकड़ी आदि देते हैं । ये हमें प्राणवायु और जीवनदायी शक्ति देकर हमें उपकृत करते हैं । हमारे देश में वनों के पेड़ों की बेहिसाब कटाई हुई है । वन अपनी प्राकृतिक शोभा खोते जा रहे हैं । यहाँ के कटे पेड़ चीख-चीखकर अपनी दर्दभरी दास्तान बता रहे हैं ।

वन्य पशु-पक्षी भी आहत हैं क्योंकि उनका प्राकृतिक आवास विकास की भेंट चढ़ चुका है । वनों को काटकर कृषि भूमि की तलाश की जाती है । झूम खेती इसी का एक वीभत्स रूप है । इतना ही नहीं जहाँ कभी घने वन थे वहाँ आज अट्टालिकाएँ हैं, कल-कारखाने हैं ।

यदि ऐसा ही होता रहा तो एक दिन स्थिति बहुत गंभीर हो जाएगी । धरती पर गरमी बढ़ेगी ऊँचे पहाड़ों के बरफ पिघलेंगे बाढ़ और सूखे की जटिल स्थितियों से हमें निरंतर जूझना पड़ेगा । वनों के अभाव में हमें अधिक प्रदूषित वायु में साँस लेना पड़ेगा ।

वर्षा का कारण भी ये वन-वृक्ष ही हैं । ये रेगिस्तानों का विस्तार रोकते हैं । वन महोत्सव एक युक्ति है प्राकृतिक सतुलन को बनाए रखने की । इसीलिए पर्यावरण प्रेमियों ने वृक्षारोपण को एक उत्सव का एक महोत्सव का नाम दिया ।

सामूहिक रूप से पेड़-पौधे लगाना वन महोत्सव का हिस्सा है । इस महोत्सव में आम लोगों की भागीदारी आवश्यक है । इस कार्य में उन लोगों का सहयोग भी अपेक्षित है जो वन क्षेत्र के आस-पास रहते हैं । ये लोग ही वनों की रक्षा मे सबसे अधिक सहयोग दे सकते हैं ।

हमारे देश में वन महोत्सव मनाया जाने लगा क्योंकि हमें पेड़-पौधों के महत्त्व का पता चल गया वन महोत्सव के माध्यम से वृक्षारोपण का नेक संदेश आम नागरिकों नक आसानी से पहुँचाया जा सकता है । वृक्ष लगाने की प्रक्रिया वन महान्मत्र क रूप में आरंभ की जा सकती है ।

हमारी आज की आवश्यकताएँ ही कुछ ऐसी है कि वन-वृक्षों की कटाई के बिना काम नहीं चल सकता । साथ-साथ हमारा यह कर्त्तव्य बनता है कि एक कटे पेड़ के स्थान पर दो पेड़ लगाए जाएँ, उनकी उचित देखभाल भी की जाए । अधिकांश रोपित पौधे जल के अभाव में सूख जाते हैं अथवा उन्हें पशु चर जाते हैं ।

ऐसे में पेड़ लगाने का लाभ भी समाप्त हो जाता है । इस पूरे घटनाक्रम को समझते हुए हमें वृक्षों के संरक्षण एव संवर्धन का दायित्व निभाना होगा । यदि हम अपना भविष्य सँवारना चाहते हैं और यदि भविष्य में भी आनंद-उत्सव मनाने की कामना करते हैं तो आज से ही वृक्षारोपण की प्रक्रिया आरंभ करनी होगी ।

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 2

अच्छा पड़ोसी होने का अर्थ है वह पड़ोस के लोगों के साथ मधुर व्यवहार करे । जिनके पड़ोसी अच्छे होते हैं उनका जीवन अपेक्षाकृत सरल एवं आनंदित हो जाता है ।

अच्छे पड़ोसी अपने अन्य पड़ोसियों से मिल-जुलकर रहते हैं हर स्थिति में उनकी मदद के लिए उपस्थित रहते हैं । जिनके पड़ोसी अच्छे हैं वे सचमुच बड़े भाग्यवान् होते हैं । मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है । वह समाज में घुल-मिल कर एवं एक-दूसरे से सामंजस्य बिठाकर रहता है ।

वह आस-पड़ोस के लोगों पर भरोसा करके ही अपने विभिन्न कार्यो को संपादित कर सकता है । पड़ोस के बच्चे आपस में खेलते हैं वे पड़ोसियों क घर आते-जाते हैं वे आपसी व्यवहार में अच्छी या बुरी बातें सीखते हैं । यदि पड़ोस के कुछ बच्चे संस्कारों से युक्त न हों तो वे अन्य बच्चों का भी बुरे संस्कारों से युक्त कर सकते हैं ।

यह ध्यान देने योग्य तथ्य हें कि चाहे पड़ोसी कैसा भी क्यों न हो उसके साथ कुछ न कुछ संबंध बनाए रखना अनिवार्य हो जाता है । इसलिए आवश्यक है कि हमारे पड़ोसी अच्छे हों । इससे हमें कई प्रकार की सहूलियतें प्राप्त हो जाती हैं ।

एक अच्छा पड़ोसी कई प्रकार के मानवीय गुणों से युक्त होता है । वह अपने सभी पड़ोसियों से मित्रतापूर्ण सबध बनाए रखता है । वह पड़ोस के लोगों की विभिन्न प्रकार से सहायता करता है । यदि कोई पड़ोसी मुसीबत में होता है तो वह यथासंभव उसकी मदद करता है । उसे पड़ोसियों की उन्नति से जलन नहीं होती अपितु वह इनकी तरक्की से खुश होता है । वह पड़ोस में होने वाली विभिन्न सामूहिक गतिविधियों में तत्परतापूर्वक भाग लेता है ।

वह पड़ोस में फैली गंदगी और अव्यवस्था को दूर करने का प्रयास करता है । एक अच्छा पड़ोसी आत्मिक गुणों द्वारा अपने पड़ोस के लोगों की चारित्रिक उन्नति के प्रति सचेष्ट रहता है । वह अपने झगड़ालू पड़ोसियों से भी मित्रवत् व्यवहार करता है तथा उसके अंदर किसी भी प्रकार के बदले की भावना नहीं होती ।

अपने अच्छे पड़ोसी का सभी आदर करते हैं । वे कभी भी उन्हें नुकसान पहुँचाने की चेष्टा नहीं करते हैं । कहा भी गया है कि अच्छे व्यक्तियों की मदद करने के लिए सभी तैयार रहते हैं क्योंकि इस संसार में जैसे को तैसा प्राप्त होता है ।

एक अच्छा पड़ोसी अपने कार्यों से जिन-जिन व्यक्तियों को प्रभावित करता है वे सभी आपातकालीन स्थितियों में उसके काम आते हैं । परतु अच्छा पड़ोसी होने का यह अर्थ नहीं है कि लोग उसके भलेपन का गलत लाभ उठाएँ । यदि हमारे पड़ोस में कुछ गलत हो रहा हो तो हमें उसका विरोध करना चाहिए ।

यदि कोई पड़ोसी अपने पड़ोस के लोगों को अपने कार्यों से परेशान कर रहा है तो हमें ऐसे पड़ोसी के साथ सावधानीपूर्वक व्यवहार करना चाहिए । अच्छे पड़ोसी अपने पड़ोस में चल रही नकारात्मक गतिविधियों पर भी पूरी नजर रखते हैं ।

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 3

हरित क्रांति हमारे देश की एक महान घटना है । यह सभी प्रकार के फसलों के अधिकाधिक उत्पादन की कारीगरी हैं । यह हमारे देश के किसानों के अटूट श्रम का प्रतिफल है ।

यह वह रक्तहीन क्रांति है जिसने हमारे देश की काया पलट दी है । यह कृषि के क्षेत्र में विज्ञान की सशक्त पहुँच का प्रमाण है । कभी अकाल तो कभी बाढ़, कभी चक्रवात तो कभी मानसून की कुदृष्टि । इस दुश्चक्र में हमारे किसान तबाह हो जाते थे । अगर प्रकृति ने साथ दे भी दिया तो हानिकारक कीटों ने धावा बोल दिया ।

ऊपर से सड़कें इतनी खराब कि खाद्यान्नों को बाजार तक पहुँचाना कठिन ! क्या करे किसान, कैसे वह अन्नदाता कहलाने का फर्ज पूरा करे ! कैसे वह साहूकारों का कर्ज उतारे, कैसे वह अपना पेट भरे ! कुछ दशकों पूर्व तक हमारे किसानों की यही दशा थी । हमारे किसान श्रम तो बहुत करते थे परंतु इसका प्रतिफल उन्हें नहीं मिलता था ।

समय ने करवट ली । कृषि के क्षेत्र में नए प्रयोग और अनुसंधान हुए । मिट्टी की जाँच कर उसके मुताबिक फसलें लगाने का कार्यक्रम शुरू हुआ । ऐसे सकर बीजों को अपनाया गया जो विषम परिस्थितियों में भी अधिक उत्पादन दे सकते थे ।

ऊसर भूमि में ऐसे बीज बोए गए जो किसानों के हित में थे । कृषि कार्य जो पहले केवल हल-बैलों से होता था अब ट्रैक्टरों से भी होने लगा । फसल बोने, रोपाई करने, फसल तैयार करने तथा उनसे अखाद्य अलग करने के लिए तरह-तरह की मशीनों का प्रयोग होने लगा ।

पंपसैटों और ट्‌यूब वेलों से फसलों की सिंचाई होने लगी । सिंचाई कार्य को विस्तार देने के लिए बड़े-बड़े बाँधों का निर्माण किया गया । बहुउद्देश्यीय नदी घाटी परियोजनाओं ने तो किसानों की दशा और दिशा ही बदल दी । अब वे केवल वर्षा जल पर तथा तालाबों में संग्रहीत जल पर ही निर्भर नहीं थे ।

हरित क्रांति को संभव बनाने में आधुनिक यातायात व्यवस्था और ग्रामीण सड़कों का भी बड़ा योगदान है । पक्की सड़कों ने गाँवों को निकटवर्ती शहरों से जोड़ दिया । किसानों को रासायनिक उर्वरक, उपचारित अच्छे बीज, कृषि उपकरण आदि खरीदने में सहूलियत हो गई ।

वे अपनी उपजों को खराब होने से पूर्व ही बाजार तक पहुँचाने लगे । उचित मूल्य पर खद्यान्नों, कपास, गन्ना आदि की सरकारी खरीद शुरू होने से भी उनका उत्साह बढ़ा । बैंकों के दरवाजे भी किसानों के लिए खोल दिए गए । किसान साहूकारों के ऋणजाल से किसी हद तक मुक्त होकर लाभकारी कृषि की ओर उम्मुख हुए ।

सरकार की मदद से पातालतोड़ कुओं का निर्माण किया गया । परंतु इन सब कार्यो में कृषि वैज्ञानिकों का बहुत बड़ा योगदान था जिन्होंने आकाशवाणी और दूरदर्शन के माध्यम से किसानों को खेती-बारी के बारे में सही-सही जानकारी उपलब्ध कराई ।

कृषि वैज्ञानिकों ने अपने शोध कार्यो से किसानों के लिए हरित क्रांति के द्वार खोल दिए । यह हरित क्रांति का ही प्रभाव है कि आज हमारे देश में खाद्यान्नों की पर्याप्त उपलब्धता है । हालाँकि हरित क्रांति सत्तर के दशक से ही आरंभ हो गई थी परंतु अस्सी के दशक में पहुँचकर ही हम आत्म-निर्भर हो सके ।

हरित क्रांति का प्रभाव धान गेहूँ, ज्वार, मक्का जैसे मुख्य अनाजों तक ही सीमित नहीं रहा अपितु दलहनों और तिलहनों के उत्पादन में भी खासी वृद्धि हुई । पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने हरित क्रांति को उसके अंजाम तक पहुँचाने में सर्वाधिक योगदान दिया ।

अब हमारे देश में दूसरी हरित क्रांति का दौर चल रहा है । इक्कीसवीं सदी के मध्य तक हमें कृषि उत्पादन लगभग दुगना करना होगा क्योंकि हमारी जनसंख्या का आकार निरंतर बढ़ रहा है । हमारे किसानों में पूरा उत्साह है, वे किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं ।

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 4

कीमतों में तीव्र गति से वृद्धि को महँगाई के नाम से जाना जाता है । महँगाई की स्थिति में प्रचलित मुद्रा का मूल्य घट जाता है । लोगों को किसी वस्तु को खरीदने के बदले में अधिक मूल्य चुकाना पड़ता है ।

यह स्थिति कुछ लोगों के लिए सुखद परंतु अधिकांश लोगों के लिए दुखद होती है । महँगाई दुनिया के लोगों की आम समस्या है । हमारे देश में तो महँगाई तेज गति से बड़ी है । उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में निरंतर इजाफा होता रहा है ।

मुद्रास्फीति की दर जितनी अधिक होती है, महँगाई उसी अनुपात में बढ़ती जाती है । वस्तुओं के महँगा होने से कम कमाई वाले नागरिकों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है । महँगाई की सबसे अधिक मार गरीबों और मजदूरों पर पड़ती है । कीमतों में वृद्धि के कई कारण होते हैं ।

जब बाजार में किसी उपभोक्ता वस्तु का अभाव होता है तो वह वस्तु महँगी हो जाती है । यह माँग का प्रसिद्ध नियम है कि जब वस्तुएँ महँगी होती हैं तो माँग कम हो जाती है । परंतु माँग का यह नियम अत्यावश्यक वस्तुओं पर लागू नहीं होता है ।

अनाज, फल, सब्जियाँ, रसोई, गैस, पैट्रोल, डीजल, बिजली आदि अनेक वस्तुएँ ऐसी हैं जिन्हें लोगों को बड़ी हुई कीमतों पर भी खरीदना पड़ता है । यही कारण है कि महँगाई उन व्यक्तियों के लिए अधिक कष्टकारक होती है, जिनकी आमदनी कम होती है । जब महँगाई के अनुसार आमदनी में वृद्धि नहीं होती है, तब स्थिति और भी जटिल हो जाती है ।

मूल्य-वृद्धि का एक अन्य प्रमुख कारण कालाबाजारी भी है । कुछ लोग वस्तुओं का सग्रह कर बाजार में कृत्रिम अभाव की स्थिति उत्पन्न कर देते हैं । हालाकिं बाजारीकरण और सभी प्रकार के एकाधिकार को समाप्त करने के प्रयत्नों के चलते अब काले मन वालों की उतनी नहीं चलती पर कभी-कभी तो उनकी बन ही आती है ।

महँगाई बढ़ाने में पैट्रोलियम पदार्थो की निरंतर बढ़ती कीमतों का भी बड़ा योगदान है । अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं और इसका सीधा असर इससे जुड़े उद्योग, धंधों, यातायात एवं परिवहन व्यवस्था पर पड़ता है ।

सरकारें विकास के नाम पर भी महँगाई को प्रश्रय देती हैं । हर बजट में नए-नए कर लगाकर सरकार अपने बढ़ते व्यय को पूरा करना चाहती है । जिस वस्तुओं की करों में वृद्धि की जाती है वे महँगी हो जाती हैं । हालाँकि दूरसंचार सेवाएँ एवं कंप्यूटर सस्ते हो रहे हैं परंतु अनाज पैट्रोलियम पदार्थ फल सब्जियाँ एवं आम उपभोक्ता वस्तुएँ निरंतर महँगी होती जा रही हैं ।

खासकर त्योहारों के अवसर पर तो कीमतों में अचानक उछाल आ जाता है । ऐसे में निर्धन वर्ग महँगाई के बोझ तले पिसकर रह जाता है । इस अर्थप्रधान युग में हर कोई कम समय में अधिक से अधिक धन बटोर लेना चाहता है । भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी मुनाफाखोरी इतनी बढ़ गई है कि मध्य वर्ग और निम्न वर्ग के लिए अपनी मूलभूत जिम्मेदारियाँ निभाना भी एक कठिन कार्य हो गया है ।

जिन वस्तुओं की लागत दस रुपए होती है उसे बाजार में चालीस-पचास रुपए में बेचा जाता है । दूसरी ओर किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य भी नहीं मिल पाता है । कृषि कार्य में लागत दिनों-दिन बढ़ रही है; खाद बीज कृषि उपकरण आदि महँगे हो रहे हैं ।

व्यापारी वर्ग तो अपनी वस्तु का दाम बढ़ाकर अपनी कभी पूरी कर लेता है परंतु असंगठित क्षेत्र के श्रमिक रिकशाचालक किसान और गरीब महँगाई के चक्र से सदा भयभीत रहते हैं । महँगाई पर लगाम लगाने के लिए कई स्तरों पर प्रयास आवश्यक हैं । सरकार को ऐसी आर्थिक नीति अपनानी चाहिए जिससे मुद्रास्फीति अधिक न हो ।

कृत्रिम अभाव उत्पन्न करके लाभ कमाने वालों पर नियंत्रण आवश्यक है । सबसे बढ़कर गरीबी को समाप्त करने की आवश्यकता है ताकि लोग महँगाई के दुष्प्रभावों को झेल सकें । आर्थिक असमानता घटाकर तथा बाजार प्रणाली को मजबूत बनाकर हम महँगाई पर लगाम लगा सकते हैं ।

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 5

आधुनिक युग में यात्रा करने के कई साधन हैं । बस कार मोटरसाइकिल, साइकिल, स्कूटर, आटो रिकशा, रेलगाड़ी, हवाई जहाज, जलयान आदि यात्रा करने के आधुनिक साधन हैं । ये सभी तेज गति से चलने वाली सवारियाँ हैं जो हमारी यात्रा को सुगम बनाती हैं ।

जिस समय यात्रा की आधुनिक सुविधाएँ नहीं थीं; लोग घोड़ा, ऊँट, हाथी, खच्चर, गदहा आदि जानवरों की पीठ पर बैठकर यात्रा करते थे । कुछ लोग टमटम, ताँगा, बैलगाड़ी आदि से यात्रा करते थे । बहुत से लोग पैदल ही यात्रा करते थे ।

पैदल चलकर जो यात्रा की जाती है, उसे पदयात्रा कहते हैं । पदयात्रा आज भी की जाती है । हालाकि पदयात्रा में समय अधिक लगता है परंतु यह कई रूपों में लाभदायक भी है । स्वतंत्रता आदोलन के समय गाँधी जी ने कई पदयात्राएं कीं जिनमें से दांडी यात्रा सर्वाधिक प्रसिद्ध है ।

नेहरू जी गाँवों की हालत देखने तथा ग्रामीणों में सामाजिक एवं राष्ट्रीय चेतना फैलाने पदयात्राएं किया करते थे । बिनोवा भावे का भूदान आंदोलन पदयात्रा के माध्यम से ही होता था । वे एक गाँव से दूसरे गाँव पैदल चलते थे । इस प्रकार की पदयात्रा सामाजिक जागृति फैलाने का कार्य करती है ।

नेतागण पदयात्रा के माध्यम से जनता से सीधा संपर्क साधते हैं । उनके साथ अनुयायी भी बड़ी संख्या में चला करते हैं । पदयात्रा का अपना अलग आनंद है । इससे निकट की परिस्थितियों का गहनता से अवलोकन करने का अवसर मिलता है ।

खेतों, पगडंडियों, नदी-नालों, बाग-बगीचों, सरोवरों वनों आदि से होकर पैदल गुजरना प्रकृति का साक्षात्कार करते हुए चलने जैसा है । इससे शरीर का भी पूरा व्यायाम होता है । तेज चाल से मीलों चलना अपने आप में ही संपूर्ण व्यायाम है । फेफड़ों में अधिक वायु आती है पसीने के रूप में शरीर के विकार बाहर निकल आते हैं ।

आज भी गाँवों के लोग खूब पैदल चलते है । गाँव से खेतों तक हाट-बाजार तक वे अधिकतर पैदल ही जाना पसंद करते हैं । गड़ेरिए भेड़ों को लेकर दूर मैदानों तक निकल पड़ते हैं । ग्वाले गाय, भैंसों को चराने, नहलाने निकल पड़ते हैं । खेतिहर मजदूर फसलों के बंडलों को सिर पर उठाए पैदल खलिहानों तक आते हैं । किसान सुबह-शाम खेतों का चक्कर लगा आते हैं ।

पर जैसे-जैसे आरामतलबी बड़ी है पदयात्रा भी कम होती चली जा रही है । घर से निकले तो कार या मोटरसाइकिल पर बैठ गए । कार्यालय से निकले तो वाहन पर फिर से सवार हो गए । तभी तो जरा सा पैदल चलने में ही वे हाँफने लगते हैं ।

वस्तुत: पदयात्रा अब लाचारी बन गई है र साधन विहीन लोगों को ही अब पदयात्रा में दिलचस्पी रह गई है । महानगरों में तो पदयात्रा करना वैसे भी एक समस्या है क्योंकि एक तो लोगों के पास समय का अभाव है दूसरे सड़कें इतनी व्यस्त हैं कि यहाँ पदयात्रियों के लिए अधिक गुँजाइश नहीं । तेज-रफ्तार जिंदगी में पदयात्रा का महत्त्व कहाँ !

पदयात्रा का धार्मिक दृष्टि से भी काफी महत्त्व है । श्रद्धालु आज भी अमरनाथ यात्रा, वैष्णो देवी की यात्रा, कैलाश मानसरोवर यात्रा आदि विभिन्न यात्राएँ प्राय: पैदल चलकर ही पूर्ण करते हैं । विभिन्न शुभ अवसरों पर गंगा स्नान श्रावण मास में गंगा आदि पवित्र नदियों से जल भरकर भगवान शिव को अर्पित करना जैसे उद्देश्यों के लिए भक्तगण पदयात्रा करते हैं ।

इन पदयात्राओं की थकान नहीं अखरती क्योंकि उद्देश्य शुभ होता है । आधुनिक युग में पदयात्रा को फिर से प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है । यह आरामतलब जिंदगी से उपजी परेशानियों एवं बीमारियों से दूर रखता है । ईश्वर ने हमें दो पैर इसीलिए दिए हैं कि हम उनका अच्छा उपयोग कर सकें ।

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 6

कोई प्रथा या रिवाज उसी समय तक उपयोगी है जबकि उससे कोई सामाजिक उद्देश्य पूरा होता हो । जब किसी प्रथा से जनसमूह आहत होता हो, नागरिकों को दु:ख उठाना पड़ता हो तो वह त्याज्य है ।

दहेज प्रथा भी अगज समाज पर एक बोझ बन गई है इसलिए इस बोझ को उतारकर फेंक देना ही श्रेयस्कर है । दहेज प्रथा अपने आरंभिक काल में कतिपय शुभ उद्देश्यों को ध्यान में रखकर प्रचलित की गई थी । परिवार वाले विवाह के पश्चात् अपनी कन्या को कुछ जीवनोपयोगी वस्तुएँ देकर विदा करते थे ।

इसका उद्देश्य कन्या के वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाना था । परंतु कन्या को कुछ वस्तुएँ भेंट कर विदा करना कोई बाध्यता नहीं थी कन्या पक्ष वाले स्वैच्छिक रूप से जो चाहते देते थे । उस समय इसे ही दहेज का नाम दिया गया । बाद में दहेज प्रथा का स्वरूप बदल गया ।

दहेज के माध्यम से वर खरीदे जाने लगे । प्रत्येक वर बिकाऊ हो गया । कन्या पक्ष वालों के लिए दहेज देना एक बाध्यता हो गई । लड़कों का जितना ऊँचा कुल जितनी ऊँची शिक्षा, जितना अच्छा व्यवसाय या पेशा, जितनी ऊँची नौकरी या पद, उसी अनुपात में दहेज की रकम निर्धारित की जाने लगी ।

कन्या चाहे कितने ही ऊँचे कुल की हो, कितनी ही शिक्षित, गुणवान्, चरित्रवान् क्यों न हों, मोटी रकम दहेज के रूप में दिए बिना उसका विवाह संभव नहीं । दहेज प्रथा निरंतर विकराल रूप धारण कर कन्या के माता-पिता के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है ।

दहेज के रूप में उन्हें न केवल लाखों रुपए देने पड़ते हैं, अपितु कार, मोटरसाइकिल, कलर टी.वी., फ्रिज, फर्नीचर, गहने आदि कीमती वस्तुएँ भी देनी पड़ती हैं । ऊपर से शादी में होने वाला सारा खर्च भी कन्या पक्ष वालों को ही वहन करना पड़ता है । ऐसे में उनकी कमर टूट जाती है । इतने से भी वर-पक्ष संतुष्ट नहीं होता विवाह के बाद वधू को ससुराल वालों के ताने सुनने पड़ते हैं ।

वधू को मारा-पीटा जाता है कभी-कभी दहेज के लोभी उसे जला भी डालते हैं । यदि किसी प्रकार वधू अपनी जान बचाने में सफल हो जाती है तो उसे भागकर अपने माता-पिता के घर शरण लेनी पड़ती है । उसकी स्थिति धोबी के उस कुले जैसी हो जाती है, जो न घर का न घाट का होता है ।

यद्यपि दहेज प्रथा के विरुद्ध कानून हैं परंतु व्यवहार में इसे लागू कर पाना अत्यंत कठिन है । कानून तभी अपना काम कर पाता है जब कोई उसके पास शिकायत लेकर जाता है । जबकि दहेज संबंधी अधिकांश लेनदेन गुपचुप और आपसी सहमति से होते हैं ।

कन्या पक्ष वाले भी अपनी पुत्री के भविष्य की चिंता में तुरंत कोई कठोर कदम नहीं उठाना चाहते हैं । जब पानी सिर से ऊपर आ जाता है तभी वे कानून से गुहार लगाते हैं । इसलिए यदि इस गलत प्रथा से सचमुच पीछा छुड़ाना है तो समाज को अपनी सोच में बदलाव लाना होगा ।

कुछ दहेज विरोधी दोहरी नीति अपनाते हैं । जब उन्हें अपनी कन्या का विवाह करना होता है तो वे दहेज विरोधी बन जाते हैं । परतु जब उन्हें अपने पुत्र का विवाह कराना होता है तो वे दहेज के पक्षधर बन जाते हैं । हमें अपनी इस दुरंगी सोच को बदलना होगा ।

दहेज का लेन-देन एक सामाजिक समस्या है । अत: दहेज के विरुद्ध कानूनी सुरक्षा से बेहतर है सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए । इस प्रथा की समाप्ति से हमारे समाज का एक बड़ा कलंक मिट सकेगा ।

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 7

विश्व की वर्ममान समस्याओं में से आतंकवाद एक प्रमुख समस्या है । यह एक ऐसी मानव निर्मित समस्या है जिसका स्वरूप नितांत वीभत्स है । पूरी दुनिया के लाखों व्यक्ति इसकी भेंट चढ़ चुके हैं ।

बच्चे युवा वृद्ध आदि में कोई अंतर न समझने वाले आतंकवादी किसी को भी अपना निशाना बना लेते हैं । आतंकवाद का पुराना स्वरूप कुछ अलग था । पहले राजा और नवाब विजित क्षेत्र में लूटपाट मचाते थे गाँवों-कस्वों में आग लगा देते थे । स्त्रियों के साथ सामूहिक रूप से दुर्व्यवहार भी किया जाता था ।

चूंकि उस समय जिसकी लाठी उसकी भैंस वाला कानून था इसलिए आतंकवादियों का कोई कुछ न बिगाड़ पाता था । लोगों की धन-संपत्ति लूटना विधर्मियों के पूजा स्थलों को नुकसान पहुँचाना तथा बर्बरतापूर्ण कार्रवाइयों के माध्यम से अपना दबदबा स्थापित करना मध्ययुगीन आतंकवाद के प्रमुख उद्देश्य थे ।

परंतु इस तरह की घटनाएँ विश्वव्यापी नहीं थीं सुशासित क्षेत्रों एवं राष्ट्रों में आतंक मचाने का साहस कोई भी नहीं कर पाता था । आज दुनिया में आतंकवाद की जड़ें काफी गहरी हैं । विकसित व समृद्ध मुल्कों से लेकर तीसरी दुनिया के देशों में भी इसका प्रभाव समान रूप से है । भारत तो कई दशकों से आतंकवाद का दश झेल रहा है ।

भारत का जम्मू एवं कश्मीर प्रांत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को झेलते-झेलते अपना प्राकृतिक सौंदर्य अपनी मजहबी एकता वाली संस्कृति काफी हद तक खो चुका है । हालांकि अब फिर से वहाँ की स्थिति सामान्य होती जा रही है परंतु इस प्रति को अपना पुराना गौरव प्राप्त करने में अभी लंबा समय लगेगा ।

भारत का पंजाब प्रात भी कभी मजहबी जुनून का शिकार था परतु वहाँ के नागरिकों ने साहस दिखाते हुए आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया । हमारे देश के उत्तर-पूर्वी राज्य अभी भी आतंकवादियों के निशाने पर हैं ।

मुंबई बम विस्फोट, भारतीय संसद पर हमला दिल्ली, बनारस तथा अन्य स्थानों में समय-समय पर होने वाली आतंकवादी घटनाएँ इस बात की पुष्टि ऊरती हैं कि हमारा देश आतंकवादियों का गढ़ बनता जा रहा है । आतंकवाद का प्रभाव क्षेत्र विशेष तक सीमित नहीं है ।

अमेरिका ब्रिटेन अफगानिस्तान, इराक, सऊदी अरब, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, इजरायल आदि देश भी आतंकवाद की लपेट में हैं । आतंकवाद अब उन राष्ट्रों को भी तबाह करने पर तुला हुआ है जो राष्ट्र पहले आतंकवादियों को शह और प्रशिक्षण देते आए थे । पाकिस्तान अफगानिस्तान बांग्लादेश आदि राष्ट्रों के आतंकवादी अब अपने राष्ट्र को ही भस्मासुर की तरह जला रहे हैं ।

दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में आतंक मचाने के कारण भले ही अलग-अलग रहे हों इनका परिणाम सदैव एक-सा होता है । आतंकवाद के शिकार प्राय: निर्दोष व्यक्ति ही होते हैं । आधुनिक युग में आतंकवादियों के पास बड़े घातक हथियार हैं ।

वे शक्तिशाली विस्फोटक सामग्रियों से लैस हैं । उनके पास राकेट ए.के. 47 गन, आर.डी.एक्स, रिमोट कंट्रोल एवं बारूदी सुरंगें हैं । उनके पास आत्मघाती दस्ते भी हैं जो अपनी जान गँवाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं । कार, स्कूटर, बस आदि में बम रखकर जनसमूह को मौत की नींद सुला देना उनका प्रिय खेल है ।

धर्म भाषा और क्षेत्र के नाम पर अगड़े-पिछड़े के नाम पर तो कभी बड़ी शक्तियों के विरोध के नाम पर फै।लाया जाने वाला आतंक आज की दुनिया की एक विकट समस्या है । हमें आतंकवाद की इस अंतर्राष्ट्रीय समस्या से मिल-जुल कर निपटना होगा ।

विभिन्न राष्ट्रों को आपस में मिलकर एक ठोस रणनीति बनानी होगी । दुनिया के लोगों में चेतना फैलाने की भी आवश्यकता है । आतंकवाद को पूरी तरह समाप्त करने के लिए दुनिया से गरीबी असमानता बेकारी अशिक्षा जैसी समस्याओं को पूरी तरह खत्म करना होगा । कुछ राष्ट्र अपने यहाँ के आतंकवाद को गंभीर तथा अन्य राष्ट्रों के आतंकवाद को परिस्थितिजन्य मानते हैं । हमें ऐसे दोहरे मापदंडों से बचना होगा ।

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 8

बढ़ती हुई जनसंख्या भारत की एक बड़ी समस्या है जिस तीव्र गति से हमारी आबादी बढ़ रही है, उससे प्राकृतिक संसाधनों पर भार बढ़ रहा है । विशाल आबादी के लिए पेय जल, खाद्यान्न, आवास, वस्त्र जैसी सुविधाएँ जुटाना एक कठिन कार्य है ।

भूमि के टुकड़े छोटे-छोटे होते जा रहे हैं लोगों के पास प्राकृतिक संपत्ति नाममात्र ही रह गई है । एक अरब से कहीं अधिक जनसंख्या वाला देश भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है । दूसरी ओर आकार की दृष्टि से पूरी दुनिया में हमारा स्थान सातवाँ है ।

प्रश्न है कि यदि इसी गति से हमारे लोगों की संख्या बढ़ती रही तो विकास के सभी मानवीय प्रयास विफल हो जाएँगे । आज तो हम वैज्ञानिक कृषि के बलबूते बड़ी हुई आबादी का पेट भर पाने में सक्षम हैं लेकिन कल क्या होगा ! आखिर कृषि उपज की एक सीमा है क्योंकि भूमि सीमित है ।

पृथ्वी पर उपयोगी जल की मात्रा बहुत कम है । कोयला, पैट्रोलियम, लौह अयस्क, ताँबा आदि खनिजों के भंडार भी सीमित हैं । बढ़ती हुई आबादी की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए वन काटे जा रहे हैं । वन विनाश पर्यावरण संकट का प्रमुख कारण है ।

जितने लोग होंगे खपत उतनी ही बढ़ेगी । उतने ही कल-कारखानों की जरूरत होगी क्योंकि सबके लिए कुछ न कुछ रोजगार की व्यवस्था करनी ही है । कल-कारखानों से ही हमारी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति होती है । दूसरी ओर ये कारखाने जल-प्रदूषण और वायु प्रदूषण फैलाते हैं । जिस स्थान पर जनसख्या का दबाव अधिक होता है वहाँ गंदगी और प्रदूषण भी अधिक होता है ।

वहाँ ध्वनि प्रदूषण की समस्या भी बढ़ती जाती है । हमारे देश की प्रमुख समस्याएँ जनसंख्या वृद्धि से संबंधित हैं । अशिक्षा बेकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव विकास की धीमी गति, निर्धनता भीड़-भाड़, कानून और व्यवस्था की समस्या मूलभूत, सुविधाओं का अभाव, कुपोषण जैसी कितनी ही समस्याओं का सीधा संबंध जनसंख्या की तीव्र वृद्धि से है ।

आज यदि भारत की जनसंख्या पचास करोड़ के आस-पास होती तो हम विकसित देशों की पंक्ति में खड़े होते । जनसंख्या वृद्धि एक समस्या है तो उसका समाधान भी है । सबसे पहले तो हमें शिक्षा के प्रसार पर ध्यान केंद्रित करना होगा ।

लोगों को साक्षर बनाना ही हमारा उद्देश्य नहीं होना चाहिए बल्कि सभी लोगों को शिक्षित बनाना होगा । शिक्षित नागरिक ही देश की बढ़ती हुई आबादी के बारे में चिंता कर सकते हैं । ऐसे लोग ही अपने परिवार को छोटा रखने का सकल्प पूरा कर सकते हैं । दूसरी ओर सामाजिक सुरक्षा की दिशा में भी काम करने की जरूरत है ।

स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार कर बाल मृत्यु दर रोककर तथा स्त्रियों की शिक्षा पर खास ध्यान देकर इस समस्या का मुकाबला किया जा सकता है । हमें लोगों को गर्भ निरोधक उपायों को अपनाने के बारे में जागरूक करना होगा । छोटे परिवार वालों को प्रोत्साहित कर उनकी संतानों के भविष्य को किसी हद तक सुरक्षित बनाकर हम जनसंख्या वृद्धि का समाधान ढूँढ सकते हैं ।

पंचायतों में ग्राम सभाओं में सरकारी नौकरियों में विधानसभाओं तथा ससद में एक संतान वालों के प्रवेश को सुविधाजनक बनाकर हम जनसंख्या पर लगाम लगा सकते हैं । कई अन्य उपाय भी कारगर हो सकते हैं । लड़कियों का विवाह 18 वर्ष की उम्र से पहले नहीं कराया जाना चाहिए । लड़की का विवाह भी 21 वर्ष या उससे अधिक उम्र में होना चाहिए ।

छोटे परिवार की खूबियों को भी लोगों तक पहुँचाने की आवश्यकता है । ‘लड़का-लड़की एक समान’ के सिद्धांत को भी प्रचारित किया जाना चाहिए । हमें एक सुस्पष्ट जनसंख्या नीति बनाकर उस पर ईमानदारी से अमल करना चाहिए ।

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 9

हमारे अनेक कार्य ऐसे हैं जिनसे हमें असीम सुख की प्राप्ति होती है । जिन लोगों को पुस्तकों से प्रेम है उन्हें आनंदित होने के लिए अन्य किसी वस्तु की आवश्यकता नहीं होती । स्वाध्याय के आनंद का अपना अलग महत्त्व है ।

स्वाध्याय का अर्थ है स्वयं पढ़ना-लिखना । बच्चे स्वाध्याय के माध्यम से अपने ज्ञान में भारी वृद्धि कर सकते हैं । विद्यालय में जो पढ़ाया जाता है उसे यदि स्वाध्याय के माध्यम से दोहराया जाए तो विषय-वस्तु पर स्थाई पकड़ बन जाती है ।

जब हम स्वाध्याय के द्वारा किसी विषय को ग्रहण करते हैं तो उस समय हमारा मस्तिष्क उस विषय के विभिन्न पहलुओं को सरलता से आत्मसात् कर लेता है । स्वाध्याय के लिए उपयोगी पुस्तकों के चयन का खास महत्त्व है ।

कई पुस्तकों में अनावश्यक बातें लिखी होती हैं जिसका अध्ययन हमारे लिए फिजूल है । अश्लील पुस्तकें भड़काऊ पुस्तकें घृणा फैलाने वाली पाठ्‌य सामग्री तथा सस्ती लोकप्रियता अर्जित करने वाली पुस्तकों के पाठन से हमें कोई लाभ नहीं होता ।

हमें स्वाध्याय के लिए केवल ऐसी पुस्तकों का चुनाव करना चाहिए जो हमारे जीवन के लिए प्रेरणादायक हों । महापुरुषों की जीवनियाँ महान साहित्यकारों की रचनाएँ ज्ञान-विज्ञान से संबद्ध रचनाएँ हमें सचमुच किसी आनंदलोक में पहुँचा सकती हैं ।

शिक्षाप्रद कहानियों उपन्यासों कविताओं लेखों नाटकों आदि का पाठन हमारे मन को आंदोलित कर सकता है । अच्छा साहित्य पढ़कर हम अपने जीवन को अधिक उपयोगी बना सकते हैं । स्वाध्याय के लिए समय के चुनाव का कोई प्रतिबंध नहीं है परंतु इस कार्य हेतु स्थान के चयन का खास महत्त्व है ।

स्वाध्याय के लिए कोलाहल से दूर एक शांत वातावरण चाहिए । भीड़-भाड़ और अशांत वातावरण में स्वाध्याय का पूरा आनद नहीं उठाया जा सकता । घर के एक कोने में, शांत छत पर, किसी नदी के तट पर स्वाध्याय करने से हमारे चित्त पर इसका अच्छा असर पड़ता है । स्वाध्याय करने वाला व्यक्ति अपने आप को कभी अकेला और असहाय महसूस नहीं करता है ।

इससे हमारे चित्त की अज्ञानता दूर होती है तथा मन में प्रेम का प्रकाश फैलता है । यह हमारे विवेक को जागृत करता है । हमारा अनुभव दिनों-दिन बढ़ता जाता है । ज्ञान और अनुभव ऐसी वस्तुएँ हैं जिन्हें हमसे कोई नहीं छीन सकता । यह भटके हुए मनुष्यों का पथ-प्रदर्शन करता है ।

स्वाध्याय हमें सभ्य एवं संस्कारयुक्त बनाता है । स्वाध्याय के आनद का वर्णन किसी लेख आदि के माध्यम से नहीं किया जा सकता यह स्वयं अनुभव करने की वस्तु है । स्वाध्याय केवल पढ़ना ही नहीं है परतु पड़े हुए को समझना एवं उसके अनुसार कार्य करना भी है ।

जो अध्ययन हमारा मार्गदर्शन नहीं कर सकता हमें असत् से सत् की ओर नहीं ले जा सकता वह किसी काम का नहीं है । स्वाध्याय के लिए जिस उमंग और उत्साह की आवश्यकता होती है । वह प्राय: कम ही देखने को मिलता है । इसलिए स्वाध्याय का आनंद कुछ विरले ही उठा पाते हैं ।

Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 10

जिन पशुओं को हम लोग पालते हैं उन्हें पालतू पशु कहा जाता है । पशुओं को पालने के कई प्रकार के लाभ हैं । गाय, भैंस, बैल, बकरी, ऊँट, घोड़ा, कुत्ता आदि प्रमुख पालतू पशु हैं । इन्हें विभिन्न प्रकार से उपयोग में लाया जाता है ।

समझा जाता है कि कुत्ता मनुष्य का सबसे पहला साथी बना होगा । वह आदि मानव को खतरनाक जंगली पशुओं से सावधान करता होगा । बदले में वह अपने मालिक के फेंके गए मास एवं हड्डियों के टुकड़ों को प्राप्त करता होगा ।

आजकल कुत्ता पालना एक सम्मान का प्रतीक बन गया है । वह अपने स्वामी के घर की रखवाली करता है । पुलिस वाले अच्छी नस्ल के कुत्तों को प्रशिक्षित कर अपराधियों का पता लगाते हैं । कुछ पशुओं को हम लोग दूध और मांस के लिए पालते हैं ।

गाय भैंस और बकरी हमें मीठा दूध देती है । बकरा, सूअर, मुरगा आदि मांस के लिए पाले जाते हैं । मुरगी अंडे देती है । बैल, भैंसा जैसे पशु हल में जोते जाते हैं । ये गाड़ी खींचने के काम में भी आते हैं । गदहे की पीठ पर धोबी कपड़े ढोता है । गदहे और खच्चर की पीठ पर अन्य वस्तुएँ भी लादी जाती हैं ।

घोड़ा आधुनिक युग में भी काफी लोकप्रिय है । यह ताँगा खींचता है । घुड़सवार सैनिक आज भी देखे जाते हैं । घोड़े पर सवारी भी की जाती है । ऊँट रेगिस्तान की एकमात्र भरोसेमंद सवारी है । भेड़ पालन का भी अपना महत्व है । इससे ऊन प्राप्त होता है, जिससे ऊनी कपड़े बनाए जाते हैं ।

कुछ पालतु पशुओं का मल-मूत्र भी हमार लिए उपयोगी होता है । गाय बैल भैंस आदि का गोबर सर्वोत्तम खाद माना जाता है । बायोगैस संयंत्रों में गोबर का ही उपयोग किया जाता है । कुछ लोग गोबर के उपले बनाकर इसे जलावन के रूप में प्रयोग करत हैं । ग्रामीण क्षेत्रों के घर-आँगन गोबर से लीपे-पोते जाते है । कुछ लोग गौ-मूत्र को औषधि के रूप में प्रयोग करते हैं ।

अनेक पालतू पशुओं की खाल से चमड़े की विभिन्न वस्तुएँ तैयार की जाती हैं । चमड़ा उद्योग पूर्णतया पालतू पशुओं पर निर्भर है । इस प्रकार पालतू पशु हमारे लिए अत्यंत उपयोगी हैं । इनकी भली-भांति देखभाल की जानी चाहिए । इन्हें अच्छा भोजन तथा स्वास्थ्यप्रद आवास उपलब्ध कराकर इनकी सेवाओं का अधिक लाभ उठाया जा सकता है ।

Related Articles:

  • Hindi Essays for Class 7: Top 10 Hindi Nibandhs
  • Hindi Essays for Class 8: Top 10 Hindi Nibandhs
  • Hindi Nibandhs for School Students : Top 25 Hindi Nibandhs
  • Hindi Essays for Class 10: Top 20 Class Ten Hindi Essays

Question and Answer forum for K12 Students

Hindi Essay (Hindi Nibandh) 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन

Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन – Essays in Hindi on 100 Topics

हिंदी निबंध: हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। हमारे हिंदी भाषा कौशल को सीखना और सुधारना भारत के अधिकांश स्थानों में सेवा करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्कूली दिनों से ही हम हिंदी भाषा सीखते थे। कुछ स्कूल और कॉलेज हिंदी के अतिरिक्त बोर्ड और निबंध बोर्ड में निबंध लेखन का आयोजन करते हैं, छात्रों को बोर्ड परीक्षा में हिंदी निबंध लिखने की आवश्यकता होती है।

निबंध – Nibandh In Hindi – Hindi Essay Topics

  • सच्चा धर्म पर निबंध – (True Religion Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान निबंध – (Role Of Youth In Nation Building Essay)
  • अतिवृष्टि पर निबंध – (Flood Essay)
  • राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर निबंध – (Role Of Teacher In Nation Building Essay)
  • नक्सलवाद पर निबंध – (Naxalism In India Essay)
  • साहित्य समाज का दर्पण है हिंदी निबंध – (Literature And Society Essay)
  • नशे की दुष्प्रवृत्ति निबंध – (Drug Abuse Essay)
  • मन के हारे हार है मन के जीते जीत पर निबंध – (It is the Mind which Wins and Defeats Essay)
  • एक राष्ट्र एक कर : जी०एस०टी० ”जी० एस०टी० निबंध – (Gst One Nation One Tax Essay)
  • युवा पर निबंध – (Youth Essay)
  • अक्षय ऊर्जा : सम्भावनाएँ और नीतियाँ निबंध – (Renewable Sources Of Energy Essay)
  • मूल्य-वृदधि की समस्या निबंध – (Price Rise Essay)
  • परहित सरिस धर्म नहिं भाई निबंध – (Philanthropy Essay)
  • पर्वतीय यात्रा पर निबंध – (Parvatiya Yatra Essay)
  • असंतुलित लिंगानुपात निबंध – (Sex Ratio Essay)
  • मनोरंजन के आधुनिक साधन पर निबंध – (Means Of Entertainment Essay)
  • मेट्रो रेल पर निबंध – (Metro Rail Essay)
  • दूरदर्शन पर निबंध – (Importance Of Doordarshan Essay)
  • दूरदर्शन और युवावर्ग पर निबंध – (Doordarshan Essay)
  • बस्ते का बढ़ता बोझ पर निबंध – (Baste Ka Badhta Bojh Essay)
  • महानगरीय जीवन पर निबंध – (Metropolitan Life Essay)
  • दहेज नारी शक्ति का अपमान है पे निबंध – (Dowry Problem Essay)
  • सुरीला राजस्थान निबंध – (Folklore Of Rajasthan Essay)
  • राजस्थान में जल संकट पर निबंध – (Water Scarcity In Rajasthan Essay)
  • खुला शौच मुक्त गाँव पर निबंध – (Khule Me Soch Mukt Gaon Par Essay)
  • रंगीला राजस्थान पर निबंध – (Rangila Rajasthan Essay)
  • राजस्थान के लोकगीत पर निबंध – (Competition Of Rajasthani Folk Essay)
  • मानसिक सुख और सन्तोष निबंध – (Happiness Essay)
  • मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – (My Aim In Life Essay)
  • राजस्थान में पर्यटन पर निबंध – (Tourist Places Of Rajasthan Essay)
  • नर हो न निराश करो मन को पर निबंध – (Nar Ho Na Nirash Karo Man Ko Essay)
  • राजस्थान के प्रमुख लोक देवता पर निबंध – (The Major Folk Deities Of Rajasthan Essay)
  • देशप्रेम पर निबंध – (Patriotism Essay)
  • पढ़ें बेटियाँ, बढ़ें बेटियाँ योजना यूपी में लागू निबंध – (Read Daughters, Grow Daughters Essay)
  • सत्संगति का महत्व पर निबंध – (Satsangati Ka Mahatva Nibandh)
  • सिनेमा और समाज पर निबंध – (Cinema And Society Essay)
  • विपत्ति कसौटी जे कसे ते ही साँचे मीत पर निबंध – (Vipatti Kasauti Je Kase Soi Sache Meet Essay)
  • लड़का लड़की एक समान पर निबंध – (Ladka Ladki Ek Saman Essay)
  • विज्ञापन के प्रभाव – (Paragraph Speech On Vigyapan Ke Prabhav Essay)
  • रेलवे प्लेटफार्म का दृश्य पर निबंध – (Railway Platform Ka Drishya Essay)
  • समाचार-पत्र का महत्त्व पर निबंध – (Importance Of Newspaper Essay)
  • समाचार-पत्रों से लाभ पर निबंध – (Samachar Patr Ke Labh Essay)
  • समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)
  • व्यायाम का महत्व निबंध – (Importance Of Exercise Essay)
  • विद्यार्थी जीवन पर निबंध – (Student Life Essay)
  • विद्यार्थी और राजनीति पर निबंध – (Students And Politics Essay)
  • विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध – (Vidyarthi Aur Anushasan Essay)
  • मेरा प्रिय त्यौहार निबंध – (My Favorite Festival Essay)
  • मेरा प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favourite Book Essay)
  • पुस्तक मेला पर निबंध – (Book Fair Essay)
  • मेरा प्रिय खिलाड़ी निबंध हिंदी में – (My Favorite Player Essay)
  • सर्वधर्म समभाव निबंध – (All Religions Are Equal Essay)
  • शिक्षा में खेलकूद का स्थान निबंध – (Shiksha Mein Khel Ka Mahatva Essay)a
  • खेल का महत्व पर निबंध – (Importance Of Sports Essay)
  • क्रिकेट पर निबंध – (Cricket Essay)
  • ट्वेन्टी-20 क्रिकेट पर निबंध – (T20 Cricket Essay)
  • मेरा प्रिय खेल-क्रिकेट पर निबंध – (My Favorite Game Cricket Essay)
  • पुस्तकालय पर निबंध – (Library Essay)
  • सूचना प्रौद्योगिकी और मानव कल्याण निबंध – (Information Technology Essay)
  • कंप्यूटर और टी.वी. का प्रभाव निबंध – (Computer Aur Tv Essay)
  • कंप्यूटर की उपयोगिता पर निबंध – (Computer Ki Upyogita Essay)
  • कंप्यूटर शिक्षा पर निबंध – (Computer Education Essay)
  • कंप्यूटर के लाभ पर निबंध – (Computer Ke Labh Essay)
  • इंटरनेट पर निबंध – (Internet Essay)
  • विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध – (Science Essay)
  • शिक्षा का गिरता स्तर पर निबंध – (Falling Price Level Of Education Essay)
  • विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – (Advantages And Disadvantages Of Science Essay)
  • विद्यालय में स्वास्थ्य शिक्षा निबंध – (Health Education Essay)
  • विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – (Anniversary Of The School Essay)
  • विज्ञान के वरदान पर निबंध – (The Gift Of Science Essays)
  • विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder Of Science Essay in Hindi)
  • विकास पथ पर भारत निबंध – (Development Of India Essay)
  • कम्प्यूटर : आधुनिक यन्त्र–पुरुष – (Computer Essay)
  • मोबाइल फोन पर निबंध (Mobile Phone Essay)
  • मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – (My Unforgettable Trip Essay)
  • मंगल मिशन (मॉम) पर निबंध – (Mars Mission Essay)
  • विज्ञान की अद्भुत खोज कंप्यूटर पर निबंध – (Vigyan Ki Khoj Kampyootar Essay)
  • भारत का उज्जवल भविष्य पर निबंध – (Freedom Is Our Birthright Essay)
  • सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा निबंध इन हिंदी – (Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Essay)
  • डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)
  • भारतीय संस्कृति पर निबंध – (India Culture Essay)
  • राष्ट्रभाषा हिन्दी निबंध – (National Language Hindi Essay)
  • भारत में जल संकट निबंध – (Water Crisis In India Essay)
  • कौशल विकास योजना पर निबंध – (Skill India Essay)
  • हमारा प्यारा भारत वर्ष पर निबंध – (Mera Pyara Bharat Varsh Essay)
  • अनेकता में एकता : भारत की विशेषता – (Unity In Diversity Essay)
  • महंगाई की समस्या पर निबन्ध – (Problem Of Inflation Essay)
  • महंगाई पर निबंध – (Mehangai Par Nibandh)
  • आरक्षण : देश के लिए वरदान या अभिशाप निबंध – (Reservation System Essay)
  • मेक इन इंडिया पर निबंध (Make In India Essay In Hindi)
  • ग्रामीण समाज की समस्याएं पर निबंध – (Problems Of Rural Society Essay)
  • मेरे सपनों का भारत पर निबंध – (India Of My Dreams Essay)
  • भारतीय राजनीति में जातिवाद पर निबंध – (Caste And Politics In India Essay)
  • भारतीय नारी पर निबंध – (Indian Woman Essay)
  • आधुनिक नारी पर निबंध – (Modern Women Essay)
  • भारतीय समाज में नारी का स्थान निबंध – (Women’s Role In Modern Society Essay)
  • चुनाव पर निबंध – (Election Essay)
  • चुनाव स्थल के दृश्य का वर्णन निबन्ध – (An Election Booth Essay)
  • पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं पर निबंध – (Dependence Essay)
  • परमाणु शक्ति और भारत हिंदी निंबध – (Nuclear Energy Essay)
  • यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो हिंदी निबंध – (If I were the Prime Minister Essay)
  • आजादी के 70 साल निबंध – (India ofter 70 Years Of Independence Essay)
  • भारतीय कृषि पर निबंध – (Indian Farmer Essay)
  • संचार के साधन पर निबंध – (Means Of Communication Essay)
  • भारत में दूरसंचार क्रांति हिंदी में निबंध – (Telecom Revolution In India Essay)
  • दूरसंचार में क्रांति निबंध – (Revolution In Telecommunication Essay)
  • राष्ट्रीय एकता का महत्व पर निबंध (Importance Of National Integration)
  • भारत की ऋतुएँ पर निबंध – (Seasons In India Essay)
  • भारत में खेलों का भविष्य पर निबंध – (Future Of Sports Essay)
  • किसी खेल (मैच) का आँखों देखा वर्णन पर निबंध – (Kisi Match Ka Aankhon Dekha Varnan Essay)
  • राजनीति में अपराधीकरण पर निबंध – (Criminalization Of Indian Politics Essay)
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हिन्दी निबंध – (Narendra Modi Essay)
  • बाल मजदूरी पर निबंध – (Child Labour Essay)
  • भ्रष्टाचार पर निबंध (Corruption Essay in Hindi)
  • महिला सशक्तिकरण पर निबंध – (Women Empowerment Essay)
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao)
  • गरीबी पर निबंध (Poverty Essay in Hindi)
  • स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay)
  • बाल विवाह एक अभिशाप पर निबंध – (Child Marriage Essay)
  • राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध – (Importance of National Integration Essay)
  • आतंकवाद पर निबंध (Terrorism Essay in hindi)
  • सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi)
  • बढ़ती भौतिकता घटते मानवीय मूल्य पर निबंध – (Increasing Materialism Reducing Human Values Essay)
  • गंगा की सफाई देश की भलाई पर निबंध – (The Good Of The Country: Cleaning The Ganges Essay)
  • सत्संगति पर निबंध – (Satsangati Essay)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध – (Women’s Role In Society Today Essay)
  • यातायात के नियम पर निबंध – (Traffic Safety Essay)
  • बेटी बचाओ पर निबंध – (Beti Bachao Essay)
  • सिनेमा या चलचित्र पर निबंध – (Cinema Essay In Hindi)
  • परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध – (Parhit Saris Dharam Nahi Bhai Essay)
  • पेड़-पौधे का महत्व निबंध – (The Importance Of Trees Essay)
  • वर्तमान शिक्षा प्रणाली – (Modern Education System Essay)
  • महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay In Hindi)
  • महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध (Women’s Role In Society Essay In Hindi)
  • यदि मैं प्रधानाचार्य होता पर निबंध – (If I Was The Principal Essay)
  • बेरोजगारी पर निबंध (Unemployment Essay)
  • शिक्षित बेरोजगारी की समस्या निबंध – (Problem Of Educated Unemployment Essay)
  • बेरोजगारी समस्या और समाधान पर निबंध – (Unemployment Problem And Solution Essay)
  • दहेज़ प्रथा पर निबंध (Dowry System Essay in Hindi)
  • जनसँख्या पर निबंध – (Population Essay)
  • श्रम का महत्त्व निबंध – (Importance Of Labour Essay)
  • जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम पर निबंध – (Problem Of Increasing Population Essay)
  • भ्रष्टाचार : समस्या और निवारण निबंध – (Corruption Problem And Solution Essay)
  • मीडिया और सामाजिक उत्तरदायित्व निबंध – (Social Responsibility Of Media Essay)
  • हमारे जीवन में मोबाइल फोन का महत्व पर निबंध – (Importance Of Mobile Phones Essay In Our Life)
  • विश्व में अत्याधिक जनसंख्या पर निबंध – (Overpopulation in World Essay)
  • भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध – (Problem Of Unemployment In India Essay)
  • गणतंत्र दिवस पर निबंध – (Republic Day Essay)
  • भारत के गाँव पर निबंध – (Indian Village Essay)
  • गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध – (Republic Day of India Essay)
  • गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध – (2020 – Republic Day Essay)
  • महात्मा गांधी पर निबंध (Mahatma Gandhi Essay)
  • ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर निबंध – (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Essay)
  • परिवार नियोजन पर निबंध – (Family Planning In India Essay)
  • मेरा सच्चा मित्र पर निबंध – (My Best Friend Essay)
  • अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay)
  • देश के प्रति मेरे कर्त्तव्य पर निबंध – (My Duty Towards My Country Essay)
  • समय का सदुपयोग पर निबंध – (Samay Ka Sadupyog Essay)
  • नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर निबंध (Rights And Responsibilities Of Citizens Essay In Hindi)
  • ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध – (Global Warming Essay)
  • जल जीवन का आधार निबंध – (Jal Jeevan Ka Aadhar Essay)
  • जल ही जीवन है निबंध – (Water Is Life Essay)
  • प्रदूषण की समस्या और समाधान पर लघु निबंध – (Pollution Problem And Solution Essay)
  • प्रकृति संरक्षण पर निबंध (Conservation of Nature Essay In Hindi)
  • वन जीवन का आधार निबंध – (Forest Essay)
  • पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Environment Essay)
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध (Environmental Pollution Essay in Hindi)
  • पर्यावरण सुरक्षा पर निबंध (Environment Protection Essay In Hindi)
  • बढ़ते वाहन घटता जीवन पर निबंध – (Vehicle Pollution Essay)
  • योग पर निबंध (Yoga Essay)
  • मिलावटी खाद्य पदार्थ और स्वास्थ्य पर निबंध – (Adulterated Foods And Health Essay)
  • प्रकृति निबंध – (Nature Essay In Hindi)
  • वर्षा ऋतु पर निबंध – (Rainy Season Essay)
  • वसंत ऋतु पर निबंध – (Spring Season Essay)
  • बरसात का एक दिन पर निबंध – (Barsat Ka Din Essay)
  • अभ्यास का महत्व पर निबंध – (Importance Of Practice Essay)
  • स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध – (Health Is Wealth Essay)
  • महाकवि तुलसीदास का जीवन परिचय निबंध – (Tulsidas Essay)
  • मेरा प्रिय कवि निबंध – (My Favourite Poet Essay)
  • मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favorite Book Essay)
  • कबीरदास पर निबन्ध – (Kabirdas Essay)

इसलिए, यह जानना और समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि विषय के बारे में संक्षिप्त और कुरकुरा लाइनों के साथ एक आदर्श हिंदी निबन्ध कैसे लिखें। साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं। तो, छात्र आसानी से स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें, इसकी तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा, आप हिंदी निबंध लेखन की संरचना, हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखने के लिए टिप्स आदि के बारे में कुछ विस्तृत जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। ठीक है, आइए हिंदी निबन्ध के विवरण में गोता लगाएँ।

हिंदी निबंध लेखन – स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें?

प्रभावी निबंध लिखने के लिए उस विषय के बारे में बहुत अभ्यास और गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है जिसे आपने निबंध लेखन प्रतियोगिता या बोर्ड परीक्षा के लिए चुना है। छात्रों को वर्तमान में हो रही स्थितियों और हिंदी में निबंध लिखने से पहले विषय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना चाहिए। हिंदी में पावरफुल निबन्ध लिखने के लिए सभी को कुछ प्रमुख नियमों और युक्तियों का पालन करना होगा।

हिंदी निबन्ध लिखने के लिए आप सभी को जो प्राथमिक कदम उठाने चाहिए उनमें से एक सही विषय का चयन करना है। इस स्थिति में आपकी सहायता करने के लिए, हमने सभी प्रकार के हिंदी निबंध विषयों पर शोध किया है और नीचे सूचीबद्ध किया है। एक बार जब हम सही विषय चुन लेते हैं तो विषय के बारे में सभी सामान्य और तथ्यों को एकत्र करते हैं और अपने पाठकों को संलग्न करने के लिए उन्हें अपने निबंध में लिखते हैं।

तथ्य आपके पाठकों को अंत तक आपके निबंध से चिपके रहेंगे। इसलिए, हिंदी में एक निबंध लिखते समय मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें और किसी प्रतियोगिता या बोर्ड या प्रतिस्पर्धी जैसी परीक्षाओं में अच्छा स्कोर करें। ये हिंदी निबंध विषय पहली कक्षा से 10 वीं कक्षा तक के सभी कक्षा के छात्रों के लिए उपयोगी हैं। तो, उनका सही ढंग से उपयोग करें और हिंदी भाषा में एक परिपूर्ण निबंध बनाएं।

हिंदी भाषा में दीर्घ और लघु निबंध विषयों की सूची

हिंदी निबन्ध विषयों और उदाहरणों की निम्न सूची को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है जैसे कि प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सामान्य चीजें, अवसर, खेल, खेल, स्कूली शिक्षा, और बहुत कुछ। बस अपने पसंदीदा हिंदी निबंध विषयों पर क्लिक करें और विषय पर निबंध के लघु और लंबे रूपों के साथ विषय के बारे में पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त करें।

विषय के बारे में समग्र जानकारी एकत्रित करने के बाद, अपनी लाइनें लागू करने का समय और हिंदी में एक प्रभावी निबन्ध लिखने के लिए। यहाँ प्रचलित सभी विषयों की जाँच करें और किसी भी प्रकार की प्रतियोगिताओं या परीक्षाओं का प्रयास करने से पहले जितना संभव हो उतना अभ्यास करें।

हिंदी निबंधों की संरचना

Hindi Essay Parts

उपरोक्त छवि आपको हिंदी निबन्ध की संरचना के बारे में प्रदर्शित करती है और आपको निबन्ध को हिन्दी में प्रभावी ढंग से रचने के बारे में कुछ विचार देती है। यदि आप स्कूल या कॉलेजों में निबंध लेखन प्रतियोगिता में किसी भी विषय को लिखते समय निबंध के इन हिस्सों का पालन करते हैं तो आप निश्चित रूप से इसमें पुरस्कार जीतेंगे।

इस संरचना को बनाए रखने से निबंध विषयों का अभ्यास करने से छात्रों को विषय पर ध्यान केंद्रित करने और विषय के बारे में छोटी और कुरकुरी लाइनें लिखने में मदद मिलती है। इसलिए, यहां संकलित सूची में से अपने पसंदीदा या दिलचस्प निबंध विषय को हिंदी में चुनें और निबंध की इस मूल संरचना का अनुसरण करके एक निबंध लिखें।

हिंदी में एक सही निबंध लिखने के लिए याद रखने वाले मुख्य बिंदु

अपने पाठकों को अपने हिंदी निबंधों के साथ संलग्न करने के लिए, आपको हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखते समय कुछ सामान्य नियमों का पालन करना चाहिए। कुछ युक्तियाँ और नियम इस प्रकार हैं:

  • अपना हिंदी निबंध विषय / विषय दिए गए विकल्पों में से समझदारी से चुनें।
  • अब उन सभी बिंदुओं को याद करें, जो निबंध लिखने शुरू करने से पहले विषय के बारे में एक विचार रखते हैं।
  • पहला भाग: परिचय
  • दूसरा भाग: विषय का शारीरिक / विस्तार विवरण
  • तीसरा भाग: निष्कर्ष / अंतिम शब्द
  • एक निबंध लिखते समय सुनिश्चित करें कि आप एक सरल भाषा और शब्दों का उपयोग करते हैं जो विषय के अनुकूल हैं और एक बात याद रखें, वाक्यों को जटिल न बनाएं,
  • जानकारी के हर नए टुकड़े के लिए निबंध लेखन के दौरान एक नए पैराग्राफ के साथ इसे शुरू करें।
  • अपने पाठकों को आकर्षित करने या उत्साहित करने के लिए जहाँ कहीं भी संभव हो, कुछ मुहावरे या कविताएँ जोड़ें और अपने हिंदी निबंध के साथ संलग्न रहें।
  • विषय या विषय को बीच में या निबंध में जारी रखने से न चूकें।
  • यदि आप संक्षेप में हिंदी निबंध लिख रहे हैं तो इसे 200-250 शब्दों में समाप्त किया जाना चाहिए। यदि यह लंबा है, तो इसे 400-500 शब्दों में समाप्त करें।
  • महत्वपूर्ण हिंदी निबंध विषयों का अभ्यास करते समय इन सभी युक्तियों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, आप निश्चित रूप से किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में कुरकुरा और सही निबंध लिख सकते हैं या फिर सीबीएसई, आईसीएसई जैसी बोर्ड परीक्षाओं में।

हिंदी निबंध लेखन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मैं अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार कैसे कर सकता हूं? अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक किताबों और समाचार पत्रों को पढ़ना और हिंदी में कुछ जानकारीपूर्ण श्रृंखलाओं को देखना है। ये चीजें आपकी हिंदी शब्दावली में वृद्धि करेंगी और आपको हिंदी में एक प्रेरक निबंध लिखने में मदद करेंगी।

2. CBSE, ICSE बोर्ड परीक्षा के लिए हिंदी निबंध लिखने में कितना समय देना चाहिए? हिंदी बोर्ड परीक्षा में एक प्रभावी निबंध लिखने पर 20-30 का खर्च पर्याप्त है। क्योंकि परीक्षा हॉल में हर मिनट बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी वर्गों के लिए समय बनाए रखना महत्वपूर्ण है। परीक्षा से पहले सभी हिंदी निबन्ध विषयों से पहले अभ्यास करें और परीक्षा में निबंध लेखन पर खर्च करने का समय निर्धारित करें।

3. हिंदी में निबंध के लिए 200-250 शब्द पर्याप्त हैं? 200-250 शब्दों वाले हिंदी निबंध किसी भी स्थिति के लिए बहुत अधिक हैं। इसके अलावा, पाठक केवल आसानी से पढ़ने और उनसे जुड़ने के लिए लघु निबंधों में अधिक रुचि दिखाते हैं।

4. मुझे छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ औपचारिक और अनौपचारिक हिंदी निबंध विषय कहां मिल सकते हैं? आप हमारे पेज से कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए हिंदी में विभिन्न सामान्य और विशिष्ट प्रकार के निबंध विषय प्राप्त कर सकते हैं। आप स्कूलों और कॉलेजों में प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं और भाषणों के लिए हिंदी में इन छोटे और लंबे निबंधों का उपयोग कर सकते हैं।

5. हिंदी परीक्षाओं में प्रभावशाली निबंध लिखने के कुछ तरीके क्या हैं? हिंदी में प्रभावी और प्रभावशाली निबंध लिखने के लिए, किसी को इसमें शानदार तरीके से काम करना चाहिए। उसके लिए, आपको इन बिंदुओं का पालन करना चाहिए और सभी प्रकार की परीक्षाओं में एक परिपूर्ण हिंदी निबंध की रचना करनी चाहिए:

  • एक पंच-लाइन की शुरुआत।
  • बहुत सारे विशेषणों का उपयोग करें।
  • रचनात्मक सोचें।
  • कठिन शब्दों के प्रयोग से बचें।
  • आंकड़े, वास्तविक समय के उदाहरण, प्रलेखित जानकारी दें।
  • सिफारिशों के साथ निष्कर्ष निकालें।
  • निष्कर्ष के साथ पंचलाइन को जोड़ना।

निष्कर्ष हमने एक टीम के रूप में हिंदी निबन्ध विषय पर पूरी तरह से शोध किया और इस पृष्ठ पर कुछ मुख्य महत्वपूर्ण विषयों को सूचीबद्ध किया। हमने इन हिंदी निबंध लेखन विषयों को उन छात्रों के लिए एकत्र किया है जो निबंध प्रतियोगिता या प्रतियोगी या बोर्ड परीक्षाओं में भाग ले रहे हैं। तो, हम आशा करते हैं कि आपको यहाँ पर सूची से हिंदी में अपना आवश्यक निबंध विषय मिल गया होगा।

यदि आपको हिंदी भाषा पर निबंध के बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो संरचना, हिंदी में निबन्ध लेखन के लिए टिप्स, हमारी साइट LearnCram.com पर जाएँ। इसके अलावा, आप हमारी वेबसाइट से अंग्रेजी में एक प्रभावी निबंध लेखन विषय प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए इसे अंग्रेजी और हिंदी निबंध विषयों पर अपडेट प्राप्त करने के लिए बुकमार्क करें।

Net Explanations

  • Book Solutions
  • State Boards

Hindi Essay | हिंदी में निबंध for Class 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12

Hindi essay for classes 3 to 12 students.

hindi essay

Benefits of essay writing:

To be efficient in any language it is crucial to enhance the writing power in that significant language. Essay writhing is the most positive way of developing students’ skills and knowledge upon writing. Students get to know about different topics when they research to write about any important fact. Besides that, essay writing is beneficial to increase the vocabulary power of students as they use various words to express their views and thoughts. From essay writing students will be encouraged to upgrade their other skills. They will be interested to participate in many events of writing which is effective to improve their talents in extra-curricular activities. When students get the correct guidance and suggestions from their school environment they will eventually start to focus on a specific aspect of learning more. So, it is teachers’ responsibility to encourage children for writing essays on their own language for expressing their thoughts. Essay writing in Hindi is equally important for students who have Hindi as a subject in school. If they focus on Hindi learning from the beginning level then they do not have to worry about learning critical chapters in higher studies. Besides that they should focus on enhancing their essay writing skills which will enable them to give better performance in final exam. As a result, they will score well in exam and feel satisfied with their learning outcomes. The most important fact is that, essay writing skill will reduce the fear of writing among students. They will feel more interested to write essay on any given topic at any time after gathering the knowledge about the perfect ways of writing essays.

Essay writing in Hindi:

It is quite natural that students having Hindi as important subject in school must learn Hindi from the basic concepts. We find Hindi as important basically in CBSE and ICSE schools where students have options to choose Hindi or any other regional language. But for schools governed by state boards the entire education mode comes in Hindi medium. So, in both cases students have to focus on learning their Hindi language from the starting level. Essay writing is the significant part of their Hindi curriculum like all other languages. It will be beneficial for themselves if they focus on writing Hindi essays from the beginning level. They should understand each part of Hindi essays including pattern, style, word count to present a compete essay. By understanding each part students will be efficient in writing Hindi essays which will affect their overall score in exam. Some students may find it difficult to write Hindi essays on any topic smoothly. For that we are advising to grasp the basic knowledge of writing pattern and expressing their thoughts in a definite way. It is not possible for students to write Hindi essays from the beginning of their academics. They first need proper guidance and suggestions which they can find in examples of Hindi essays on different topics. Students of state level boards have to write Hindi essays from the primary section whereas CBSE and ICSE students write Hindi essays after primary education. We have provided Hindi essays on significant topics for all classes based on different boards. Students will be definitely benefitted if they follow the writing pattern and style of using language in those essays completely. They can rely on the essays fully as all are prepared according to the board guidelines by expert teachers. We are hopeful that students will take the help of these Hindi essays for enhancing their writing quality and using of language. We have provided the direct links to download all essays in this article. So, students do not need to search here and there for getting list of Hindi essays. They can easily download all the essays from the links in pdf format and read according to their convenience.

Read Also: Hindi Anuched Lekhan class 10th

हनुमान जयंती

  • गांधी जयंती
  • ईश्वर चंद्र विद्यासागर
  • बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
  • Narendra Modi in Hindi
  • स्वतंत्रता दिवस निबंध
  • हर घर तिरंगा निबंध
  • Mahavir Jayanti in Hindi
  • Book Fair in Hindi
  • Cricket in Hindi
  • Child Labour in Hindi
  • Means of Communication in Hindi
  • राष्ट्र निर्माण में युवाओं की शक्ति निबंध
  • अतिवृष्टि पर निबंध
  • राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर निबंध
  • नक्सलवाद पर निबंध
  • साहित्य समाज का दर्पण है पर निबंध
  • मन के हारे हार मन के जीते जीत पर निबंध
  • सच्चा धर्म पर निबंध
  • समाचार पत्र का महत्व पर निबंध
  • समाचार पत्रों से लाभ निबंध
  • विद्यार्थी और अनुशासन निबंध
  • मेरा प्रिय त्योहार निबंध
  • व्यायाम निबंध
  • विद्यार्थी और राजनीति निबंध
  • मोबाइल निबंध
  • इंटरनेट निबंध
  • मेरे विद्यालय में स्वास्थ्य शिक्षा निबंध
  • विज्ञान के वरदान निबंध
  • विकास के पथ पर भारत निबंध
  • मेरी अविस्मरणीय यात्रा निबंध
  • भारत में खेल का भविष्य निबंध
  • किसी खेल का आंखों देखा वर्णन निबंध
  • राजनीति में अपराधीकरण निबंध
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निबंध
  • भारतीय कृषि निबंध
  • भारत की ऋतु है निबंध
  • भारतीय समाज में नारी का स्थान
  • रानी लक्ष्मीबाई
  • संत कबीर दास
  • प्रिय कवि रामधारी सिंह दिनकर
  • कवि शिरोमणी तुलसीदास
  • इंदिरा गांधी
  • सुभाष चंद्र बोस
  • कविवीर बिहारी
  • कविवीर जयशंकर प्रसाद
  • कविवीर सूरदास
  • पंडित जवाहरलाल नेहरू
  • बाबासाहेब आंबेडकर
  • स्वामी विवेकानंद
  • चंद्रशेखर वेंकटरमन
  • लोकमान्य तिलक
  • महात्मा गांधी
  • छत्रपति शिवाजी महाराज
  • स्वामी दयानंद सरस्वती
  • महावीर भगवान
  • महाराणा प्रताप
  • राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
  • सरदार वल्लभभाई पटेल
  • सरदार भगत सिंह
  • गुरु नानक देव जी
  • मेरा सच्चा मित्र
  • वीरता पुरस्कार
  • बढ़ते वाहन घटते जीवन
  • महानगरीय जीवन
  • नारी शक्ति का अपमान
  • सुरीला राजस्थान
  • वायु प्रदूषण
  • जलवायु परिवर्तन
  • कठिन परिश्रम
  • विज्ञान के चमत्कार
  • समाचार पत्र
  • शिक्षक दिवस
  • गर्मी की छुट्टी
  • स्वच्छ भारत अभियान
  • दुर्गा पूजा
  • गणतंत्र दिवस
  • वैश्विक तापमान
  • ग्लोबलाइजेशन
  • औद्योगिक क्रांति
  • नेतृत्व के गुण
  • मैं कौन हूं?
  • एक भारत श्रेष्ठ भारत
  • जनजाति गौरव दिवस
  • भारतीय भाषा महोत्सव
  • वीर बाल दिन
  • अंतरिक्ष की दुनिया में भारत की प्रगति
  • भारत कि G20 में अध्यक्षता
  • स्वच्छता पाखवाड़
  • राष्ट्रीय बालिका दिवस
  • पानीपत की पहली लड़ाई
  • पानीपत का दूसरा युद्ध
  • पानीपत का तीसरा युद्ध
  • तालीकोटा का युद्ध
  • हल्दीघाटी का युद्ध
  • प्लासी का युद्ध
  • वांडीवाश का युद्ध
  • बक्सर का युद्ध
  • सामूगढ़ का युद्ध
  • करनाल का युद्ध
  • खानवा का युद्ध
  • घाघरा का युद्ध
  • चौसा का युद्ध
  • कन्नौज का युद्ध
  • तराइन का दूसरा युद्ध  – 1192
  • तराइन का प्रथम युद्ध
  • एस.एस राजामौली
  • कोरोना: एक वैश्र्विक चुनौती
  • अनियन्त्रित भ्रष्टाचार : कारण और निवारण
  • भ्रष्टाचार उन्मूलन : समस्या समाधान
  • Beti Bachao Beti Padhao Essay in Hindi
  • Meri zindagi ka maqsad

Conclusion:

It is mandatory for all students learning Hindi to follow essay writing pattern and styles closely. Students of all classes require study materials of Hindi essays for overviewing the knowledge on different topics and practice regularly before exam. With the aim of helping students to go through effectively in essay writing in Hindi we have attached many Hindi essays on significant and important topics. We are hopeful that students will find all the topics important from exam perspective and satisfied after reading the essays with its quality writing. Students will get chances of self-analysis from their essay writing which is essential for improving their writing skills. They should practice more by following the writing pattern in the given Hindi essays for enhancing their skills. They will feel more encouraged to writing Hindi essays after getting proper guidance. They will be efficient to solve all their queries regarding Hindi essay writing after practicing regularly. Students are advised to focus on Hindi essay writing from the basic level to grasp complete knowledge over writing.

FAQs:      

  • Who need to write Hindi essays?

Answer. Students studying in CBSE, ICSE and different state boards who have Hindi as a significant language in syllabus have to learn essay writing in Hindi language.

  • What is beneficial for Hindi essay writing?

Answer. Students should focus on learning Hindi language from the basic level with which they can understand the pattern and style of essay writing completely.

For more update follow net explanations page

Sign in to your account

Username or Email Address

Remember Me

  • CBSE Class 10th
  • CBSE Class 12th
  • UP Board 10th
  • UP Board 12th
  • Bihar Board 10th
  • Bihar Board 12th
  • Top Schools in India
  • Top Schools in Delhi
  • Top Schools in Mumbai
  • Top Schools in Chennai
  • Top Schools in Hyderabad
  • Top Schools in Kolkata
  • Top Schools in Pune
  • Top Schools in Bangalore

Products & Resources

  • JEE Main Knockout April
  • Free Sample Papers
  • Free Ebooks
  • NCERT Notes
  • NCERT Syllabus
  • NCERT Books
  • RD Sharma Solutions
  • Navodaya Vidyalaya Admission 2024-25
  • NCERT Solutions
  • NCERT Solutions for Class 12
  • NCERT Solutions for Class 11
  • NCERT solutions for Class 10
  • NCERT solutions for Class 9
  • NCERT solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 7
  • JEE Main 2024
  • MHT CET 2024
  • JEE Advanced 2024
  • BITSAT 2024
  • View All Engineering Exams
  • Colleges Accepting B.Tech Applications
  • Top Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in Tamil Nadu
  • Engineering Colleges Accepting JEE Main
  • Top IITs in India
  • Top NITs in India
  • Top IIITs in India
  • JEE Main College Predictor
  • JEE Main Rank Predictor
  • MHT CET College Predictor
  • AP EAMCET College Predictor
  • GATE College Predictor
  • KCET College Predictor
  • JEE Advanced College Predictor
  • View All College Predictors
  • JEE Main Question Paper
  • JEE Main Cutoff
  • JEE Main Advanced Admit Card
  • AP EAPCET Hall Ticket
  • Download E-Books and Sample Papers
  • Compare Colleges
  • B.Tech College Applications
  • KCET Result
  • MAH MBA CET Exam
  • View All Management Exams

Colleges & Courses

  • MBA College Admissions
  • MBA Colleges in India
  • Top IIMs Colleges in India
  • Top Online MBA Colleges in India
  • MBA Colleges Accepting XAT Score
  • BBA Colleges in India
  • XAT College Predictor 2024
  • SNAP College Predictor
  • NMAT College Predictor
  • MAT College Predictor 2024
  • CMAT College Predictor 2024
  • CAT Percentile Predictor 2023
  • CAT 2023 College Predictor
  • CMAT 2024 Admit Card
  • TS ICET 2024 Hall Ticket
  • CMAT Result 2024
  • MAH MBA CET Cutoff 2024
  • Download Helpful Ebooks
  • List of Popular Branches
  • QnA - Get answers to your doubts
  • IIM Fees Structure
  • AIIMS Nursing
  • Top Medical Colleges in India
  • Top Medical Colleges in India accepting NEET Score
  • Medical Colleges accepting NEET
  • List of Medical Colleges in India
  • List of AIIMS Colleges In India
  • Medical Colleges in Maharashtra
  • Medical Colleges in India Accepting NEET PG
  • NEET College Predictor
  • NEET PG College Predictor
  • NEET MDS College Predictor
  • NEET Rank Predictor
  • DNB PDCET College Predictor
  • NEET Admit Card 2024
  • NEET PG Application Form 2024
  • NEET Cut off
  • NEET Online Preparation
  • Download Helpful E-books
  • Colleges Accepting Admissions
  • Top Law Colleges in India
  • Law College Accepting CLAT Score
  • List of Law Colleges in India
  • Top Law Colleges in Delhi
  • Top NLUs Colleges in India
  • Top Law Colleges in Chandigarh
  • Top Law Collages in Lucknow

Predictors & E-Books

  • CLAT College Predictor
  • MHCET Law ( 5 Year L.L.B) College Predictor
  • AILET College Predictor
  • Sample Papers
  • Compare Law Collages
  • Careers360 Youtube Channel
  • CLAT Syllabus 2025
  • CLAT Previous Year Question Paper
  • NID DAT Exam
  • Pearl Academy Exam

Predictors & Articles

  • NIFT College Predictor
  • UCEED College Predictor
  • NID DAT College Predictor
  • NID DAT Syllabus 2025
  • NID DAT 2025
  • Design Colleges in India
  • Top NIFT Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in India
  • Top Interior Design Colleges in India
  • Top Graphic Designing Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in Delhi
  • Fashion Design Colleges in Mumbai
  • Top Interior Design Colleges in Bangalore
  • NIFT Result 2024
  • NIFT Fees Structure
  • NIFT Syllabus 2025
  • Free Design E-books
  • List of Branches
  • Careers360 Youtube channel
  • IPU CET BJMC
  • JMI Mass Communication Entrance Exam
  • IIMC Entrance Exam
  • Media & Journalism colleges in Delhi
  • Media & Journalism colleges in Bangalore
  • Media & Journalism colleges in Mumbai
  • List of Media & Journalism Colleges in India
  • CA Intermediate
  • CA Foundation
  • CS Executive
  • CS Professional
  • Difference between CA and CS
  • Difference between CA and CMA
  • CA Full form
  • CMA Full form
  • CS Full form
  • CA Salary In India

Top Courses & Careers

  • Bachelor of Commerce (B.Com)
  • Master of Commerce (M.Com)
  • Company Secretary
  • Cost Accountant
  • Charted Accountant
  • Credit Manager
  • Financial Advisor
  • Top Commerce Colleges in India
  • Top Government Commerce Colleges in India
  • Top Private Commerce Colleges in India
  • Top M.Com Colleges in Mumbai
  • Top B.Com Colleges in India
  • IT Colleges in Tamil Nadu
  • IT Colleges in Uttar Pradesh
  • MCA Colleges in India
  • BCA Colleges in India

Quick Links

  • Information Technology Courses
  • Programming Courses
  • Web Development Courses
  • Data Analytics Courses
  • Big Data Analytics Courses
  • RUHS Pharmacy Admission Test
  • Top Pharmacy Colleges in India
  • Pharmacy Colleges in Pune
  • Pharmacy Colleges in Mumbai
  • Colleges Accepting GPAT Score
  • Pharmacy Colleges in Lucknow
  • List of Pharmacy Colleges in Nagpur
  • GPAT Result
  • GPAT 2024 Admit Card
  • GPAT Question Papers
  • NCHMCT JEE 2024
  • Mah BHMCT CET
  • Top Hotel Management Colleges in Delhi
  • Top Hotel Management Colleges in Hyderabad
  • Top Hotel Management Colleges in Mumbai
  • Top Hotel Management Colleges in Tamil Nadu
  • Top Hotel Management Colleges in Maharashtra
  • B.Sc Hotel Management
  • Hotel Management
  • Diploma in Hotel Management and Catering Technology

Diploma Colleges

  • Top Diploma Colleges in Maharashtra
  • UPSC IAS 2024
  • SSC CGL 2024
  • IBPS RRB 2024
  • Previous Year Sample Papers
  • Free Competition E-books
  • Sarkari Result
  • QnA- Get your doubts answered
  • UPSC Previous Year Sample Papers
  • CTET Previous Year Sample Papers
  • SBI Clerk Previous Year Sample Papers
  • NDA Previous Year Sample Papers

Upcoming Events

  • NDA Application Form 2024
  • UPSC IAS Application Form 2024
  • CDS Application Form 2024
  • CTET Admit card 2024
  • HP TET Result 2023
  • SSC GD Constable Admit Card 2024
  • UPTET Notification 2024
  • SBI Clerk Result 2024

Other Exams

  • SSC CHSL 2024
  • UP PCS 2024
  • UGC NET 2024
  • RRB NTPC 2024
  • IBPS PO 2024
  • IBPS Clerk 2024
  • IBPS SO 2024
  • Top University in USA
  • Top University in Canada
  • Top University in Ireland
  • Top Universities in UK
  • Top Universities in Australia
  • Best MBA Colleges in Abroad
  • Business Management Studies Colleges

Top Countries

  • Study in USA
  • Study in UK
  • Study in Canada
  • Study in Australia
  • Study in Ireland
  • Study in Germany
  • Study in China
  • Study in Europe

Student Visas

  • Student Visa Canada
  • Student Visa UK
  • Student Visa USA
  • Student Visa Australia
  • Student Visa Germany
  • Student Visa New Zealand
  • Student Visa Ireland
  • CUET PG 2024
  • IGNOU B.Ed Admission 2024
  • DU Admission 2024
  • UP B.Ed JEE 2024
  • LPU NEST 2024
  • IIT JAM 2024
  • IGNOU Online Admission 2024
  • Universities in India
  • Top Universities in India 2024
  • Top Colleges in India
  • Top Universities in Uttar Pradesh 2024
  • Top Universities in Bihar
  • Top Universities in Madhya Pradesh 2024
  • Top Universities in Tamil Nadu 2024
  • Central Universities in India
  • CUET Exam City Intimation Slip 2024
  • IGNOU Date Sheet
  • CUET Mock Test 2024
  • CUET Admit card 2024
  • CUET PG Syllabus 2024
  • CUET Participating Universities 2024
  • CUET Previous Year Question Paper
  • CUET Syllabus 2024 for Science Students
  • E-Books and Sample Papers
  • CUET Exam Pattern 2024
  • CUET Exam Date 2024
  • CUET Syllabus 2024
  • IGNOU Exam Form 2024
  • IGNOU Result
  • CUET 2024 Admit Card

Engineering Preparation

  • Knockout JEE Main 2024
  • Test Series JEE Main 2024
  • JEE Main 2024 Rank Booster

Medical Preparation

  • Knockout NEET 2024
  • Test Series NEET 2024
  • Rank Booster NEET 2024

Online Courses

  • JEE Main One Month Course
  • NEET One Month Course
  • IBSAT Free Mock Tests
  • IIT JEE Foundation Course
  • Knockout BITSAT 2024
  • Career Guidance Tool

Top Streams

  • IT & Software Certification Courses
  • Engineering and Architecture Certification Courses
  • Programming And Development Certification Courses
  • Business and Management Certification Courses
  • Marketing Certification Courses
  • Health and Fitness Certification Courses
  • Design Certification Courses

Specializations

  • Digital Marketing Certification Courses
  • Cyber Security Certification Courses
  • Artificial Intelligence Certification Courses
  • Business Analytics Certification Courses
  • Data Science Certification Courses
  • Cloud Computing Certification Courses
  • Machine Learning Certification Courses
  • View All Certification Courses
  • UG Degree Courses
  • PG Degree Courses
  • Short Term Courses
  • Free Courses
  • Online Degrees and Diplomas
  • Compare Courses

Top Providers

  • Coursera Courses
  • Udemy Courses
  • Edx Courses
  • Swayam Courses
  • upGrad Courses
  • Simplilearn Courses
  • Great Learning Courses

ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध (Global Warming Essay in hindi) - कारण और समाधान 100, 200, 500 शब्द

English Icon

आमतौर पर पृथ्वी के औसत तापमान में हो रही बढ़ोतरी को ग्लोबल वार्मिंग (Global warming) कहा जाता है। पृथ्वी के औसत तापमान के बढ़ने का कारण दुनिया में तेजी से हो रहे आधुनिकीकरण को माना जा रहा है जिससे हमारी धरती बदलाव के दौर से गुजर रही है। एक तरफ बढ़ती जनसंख्या और दूसरी ओर विकास के नाम पर दुनिया भर में बड़ी संख्या में उद्योगों की स्थापना की जा रही है। लेकिन जैसे-जैसे विकास की रफ्तार बढ़ी है, पृथ्वी की पारिस्थितिकी की स्थिति काफी हद तक खराब हो गई है।

ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध (100 Words Essay on Global Warming in hindi)

ग्लोबल वार्मिंग पर 200 शब्दों का निबंध (200 words essay on global warming in hindi), ग्लोबल वार्मिंग पर 500 शब्दों का निबंध (500 words essay on global warming in hindi).

ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध (Global Warming Essay in hindi) - कारण और समाधान 100, 200, 500 शब्द

पर्यावरण के खतरों पर चर्चा करते समय, "ग्लोबल वार्मिंग" वाक्यांश का अक्सर उपयोग किया जाता है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण और परिणाम अभी भी कई लोगों के लिए पूरी तरह जानकारी में नहीं हैं। इन दिनों कई प्रतियोगी परीक्षा से लेकर स्कूल,कॉलेज की परीक्षाओं में भी ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध (Essay on Global warming in hindi) संबंधी प्रश्न आ रहे हैं। यहां ग्लोबल वार्मिंग पर कुछ नमूना निबंध दिए गए हैं जिससे परीक्षार्थियों को ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध लिखने के लिए दृष्टिकोण मिलेंगे।

पृथ्वी के औसत वैश्विक तापमान में वृद्धि को ग्लोबल वार्मिंग के रूप में जाना जाता है। ग्लोबल वार्मिंग अधिकतर जीवाश्म ईंधन जलाने और वायुमंडल में खतरनाक प्रदूषकों के उत्सर्जन के कारण होती है। ग्लोबल वार्मिंग के परिणामस्वरूप जीवित चीजों को बहुत नुकसान हो सकता है। कुछ स्थानों पर तापमान अचानक बढ़ जाता है, जबकि कुछ स्थानों पर अचानक गिर जाता है।

ऊर्जा के लिए जीवाश्म ईंधन का उपयोग ग्लोबल वार्मिंग का मुख्य कारण है। यह देखा गया है कि पिछले दस वर्षों में पृथ्वी का औसत तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है। यह चिंता का कारण है क्योंकि यह पारिस्थितिक तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है और पर्यावरणीय गड़बड़ी पैदा कर सकता है। यदि हम अपने जंगलों में नष्ट हो चुकी वनस्पतियों को फिर से लगाने के लिए निर्णायक कार्रवाई करते हैं, तो हम ग्लोबल वार्मिंग को रोक सकते हैं। ग्लोबल वार्मिंग की दर को धीमा करने के लिए हम सौर, पवन और ज्वारीय ऊर्जा जैसे टिकाऊ ऊर्जा स्रोतों का भी उपयोग कर सकते हैं।

समय के साथ पृथ्वी के औसत वैश्विक तापमान में सतत वृद्धि को ग्लोबल वार्मिंग कहा जाता है। ऐसा कहा गया है कि विभिन्न कारणों से मनुष्यों द्वारा बड़े पैमाने पर वनों की कटाई इसके लिए जिम्मेदार है। हर साल, हम बहुत अधिक ईंधन का उपयोग करते हैं। मानव जनसंख्या बढ़ने के कारण लोगों की ईंधन जरूरतों को पूरा करना असंभव होता जा रहा है। प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग सावधानी से करना चाहिए क्योंकि वे सीमित हैं। यदि मनुष्य वनों और अन्य खनिज संपदा का अत्यधिक उपयोग करेगा तो पारिस्थितिकी तंत्र असंतुलित हो जाएगा। केवल तापमान वृद्धि ही ग्लोबल वार्मिंग का एकमात्र संकेत नहीं है। इसके अन्य परिणाम भी हैं।

तूफान, बाढ़ और हिमस्खलन सहित प्राकृतिक आपदाएँ पूरे पृथ्वी पर हो रही हैं। इन सबका सीधा संबंध ग्लोबल वार्मिंग से है। अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए हमें ग्लोबल वार्मिंग के नकारात्मक प्रभावों से बचाव के लिए अपनी पारिस्थितिकी का पुनर्निर्माण करना होगा। इस विश्व को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अच्छी जगह बनाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए। पेड़-पौधे लगाना एक ऐसा कार्य है जिसे करके हम समग्र रूप से अपनी दुनिया की स्थिति को बेहतर बना सकते हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य पुनर्वनीकरण होना चाहिए। वनों का क्षेत्रफल बढ़ने से प्राकृतिक संतुलन बेहतर होगा। यदि हम अपने जीवनकाल में अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रतिबद्ध हों, तो पृथ्वी एक बेहतर स्थान बन जाएगी।

विभिन्न कारकों के कारण सतही जलवायु में होने वाली क्रमिक वृद्धि को ग्लोबल वार्मिंग के रूप में जाना जाता है। यह पर्यावरण और मानवता दोनों के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों में ग्लोबल वार्मिंग भी शामिल है। ग्लोबल वार्मिंग में मुख्य योगदानकर्ता ग्रीनहाउस गैसों का अपरिहार्य उत्सर्जन है। मीथेन और कार्बन डाइऑक्साइड दो मुख्य ग्रीनहाउस गैसें हैं। इस वार्मिंग के कई अन्य कारण और प्रभाव हैं, जो पृथ्वी के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं।

ग्लोबल वार्मिंग के लिए जिम्मेदार कारण (Reasons Responsible For Global Warming in hindi)

ग्लोबल वार्मिंग के कई कारण हैं। ये समस्याएँ प्रकृति और मानवजनित दोनों के कारण उत्पन्न होती हैं। वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की उपस्थिति के कारण पृथ्वी की सतह से परावर्तित होने वाली ऊष्मा किरणें वहीं फंस जाती हैं। इस घटना का परिणाम "ग्रीनहाउस प्रभाव" है। अत्यधिक कार्बन डाइऑक्साइड के कारण ग्लोबल वार्मिंग होता है। ग्लोबल वार्मिंग का कारण बनने वाली प्राथमिक गैसों को ग्रीनहाउस गैसें कहा जाता है।

मुख्य ग्रीनहाउस गैसें मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, ओजोन और कार्बन डाइऑक्साइड हैं। जब इनकी सांद्रता असंतुलित हो जाती है तो ये गैसें ग्लोबल वार्मिंग का कारण बनती हैं। ज्वालामुखी विस्फोट, सौर विकिरण और अन्य प्राकृतिक घटनाएँ कुछ उदाहरण हैं जो ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ाते हैं। लोगों द्वारा कारों और जीवाश्म ईंधन के अत्यधिक उपयोग से भी कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ता है। ग्लोबल वार्मिंग का कारण बनने वाला सबसे चर्चित मुद्दा वनों की कटाई है। पेड़ों की कटाई के कारण हवा में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ रहा है। ग्लोबल वार्मिंग में योगदान देने वाले अतिरिक्त कारणों में बढ़ती जनसंख्या, औद्योगीकरण, प्रदूषण आदि शामिल हैं।

जलवायु परिवर्तन हम पर कैसे प्रभाव डालता है (How Climate Change Impacts Us in hindi)

ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम में कई बदलाव आते हैं, जिनमें लंबी गर्मी और कम सर्दी, अधिक तापमान, व्यापारिक हवाओं में बदलाव, साल भर होने वाली बारिश, ध्रुवीय बर्फ की चोटियों का पिघलना, कमजोर ओजोन अवरोध आदि शामिल हैं। इसके परिणामस्वरूप प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि हो सकती है, जिनमें गंभीर तूफान, चक्रवात, बाढ़ और कई अन्य आपदाएं शामिल हैं।

ग्लोबल वार्मिंग से होने वाले नुकसान से पौधे, जानवर और अन्य पर्यावरणीय तत्व सीधे प्रभावित होते हैं। समुद्र का बढ़ता स्तर, तेजी से ग्लेशियर का पिघलना और ग्लोबल वार्मिंग के अन्य महत्वपूर्ण प्रभाव हैं। जैसे-जैसे ग्लोबल वार्मिंग की स्थिति बिगड़ती जा रही है, समुद्री जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, जिससे समुद्री जीवन काफी हद तक नष्ट हो रहा है और अतिरिक्त समस्याएं पैदा हो रही हैं।

ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम (Preventing Global Warming in hindi)

ग्लोबल वार्मिंग रोकने के लिए उचित समाधान ढूंढना अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग एक गंभीर मुद्दा बन गया है और अंतरराष्ट्रीय मंचों और सम्मेलनों में विश्व स्तर पर इस पर चर्चा की जा रही है। अब समय आ गया है कि औद्योगीकरण के युग को नियंत्रित किया जाए और इसे टिकाऊ विकास के तरीके से जारी रखा जाए।

ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को हल करने के लिए समुदायों से लेकर सरकारों तक सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। प्रदूषण पर नियंत्रण, जनसंख्या वृद्धि और प्राकृतिक संसाधनों का सीमित दोहन विचार करने योग्य कुछ प्रमुख कारक हैं। सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना या दूसरों के साथ कारपूलिंग करना बहुत मददगार होगा। लोगों को रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देना होगा। प्लास्टिक का उपयोग कम करना होगा। औद्योगिक कचरे और हवा में हानिकारण गैसों के उत्सर्जन पर नियंत्रण करने से भी मदद मिलेगी।

इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि ग्लोबल वार्मिंग में वृद्धि से धरती पर जीवन नष्ट हो जाएगा। ग्लोबल वार्मिंग मानवता के लिए सबसे बड़ा ख़तरा है और इसे नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। साथ ही इसे संभालना भी मुश्किल है। इसलिए हमें ग्लोबल वार्मिंग रोकने वाले अभियान जैसे पेड़-पौधे लगाना, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा का उपयोग, औद्योगिकीकरण को कम करने, ग्लाेबल वार्मिंग बढ़ाने वाली चीजों जैसे एसी वगैरह का उपयोग कम करके, प्रदूषण की रोकथाम आदि की मदद से हम इसके प्रभावों को कम कर सकते हैं।

Applications for Admissions are open.

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Get up to 90% scholarship on NEET, JEE & Foundation courses

ALLEN Digital Scholarship Admission Test (ADSAT)

ALLEN Digital Scholarship Admission Test (ADSAT)

Register FREE for ALLEN Digital Scholarship Admission Test (ADSAT)

JEE Main Important Physics formulas

JEE Main Important Physics formulas

As per latest 2024 syllabus. Physics formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

PW JEE Coaching

PW JEE Coaching

Enrol in PW Vidyapeeth center for JEE coaching

PW NEET Coaching

PW NEET Coaching

Enrol in PW Vidyapeeth center for NEET coaching

JEE Main Important Chemistry formulas

JEE Main Important Chemistry formulas

As per latest 2024 syllabus. Chemistry formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

Download Careers360 App's

Regular exam updates, QnA, Predictors, College Applications & E-books now on your Mobile

student

Certifications

student

We Appeared in

Economic Times

Talk to our experts

1800-120-456-456

  • NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1 - Gadhya Khand
  • NCERT Solutions

ffImage

NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 - Gadhya Khand PDF Download

Kshitij is a very important and well-crafted book that is used by the students of  NCERT Class 9 for their school curriculum. The story is written by one of the famous authors Premchand. The narration presented in the Chapter is absolutely beautiful and there is a very loud and clear message for the students. In order to understand the message portrayed in the text, students need to read the entire NCERT Class 9 Hindi Ch 1 properly. After reading the Class 9 Hindi Chapter 1 solution, they will understand that it depicts the importance of freedom, whether it is for a person or an animal. Subjects like Science, Maths, English and Hindi will become easy to study if you have access to NCERT Solution for Class 9 Science , Maths solutions and solutions of other subjects. You can also download NCERT Solutions for Class 9 Maths to help you to revise complete syllabus and score more marks in your examinations.

Note: ➤ Don't Miss Out: Get Your Free NEET Rank Predictor Instantly!

The chapter deals with the story of 2 bulls who tend to have struggles in order to achieve their freedom. Apart from the story, the students can also get to know more about the relation between a human being and an animal. There are a total of about 15 questions in the Chapter for which we are providing the NCERT Solution for Ch 1 Class 9 Hindi Kshitij. No longer you have to wait to find trusted resources because these answers are completely reliable and easy to understand for sure.

centre-image

Access NCERT Solutions for Class 9 Hindi क्षितिज - Chapter 1 दो बैलों की कथा

1. कांजीहौस में कैद पशुओं की हाज़िरी क्यों ली जाती होगी?

उत्तर: काँजीहौस एक पशुओं का जेल जैसा था। यहाँ पर आवारा पशुओं को पकड़कर लाया जाता है। उसमे पशुओं की हाज़िरी इसलिए होती है क्योंकि कोई पशु भाग न जाये तथा उनकी देखभाल भी होती रहे।

2. छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों उमड़ आया?

उत्तर : छोटी बच्ची की माँ का निधन हो चुका था तथा उसकी सौतेली माँ भी उसे बहुत मरती थी वैसे ही गया भी बैलों को दिन भर खेतों में जोतता ओर मरता तथा रात में सुखी घास डाल देता। छोटी बच्ची को उन बैलों की स्थिति अपने जैसी दिखी इसीलिए बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम उमड़ आया।

3. कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति-विषयक मूल्य उभर कर आए हैं?

उत्तर: इस कहानी में बैलों के माध्यम से निम्नलिखित नीति-विषयक मूल्य उभर कर आये है-

1) अत्यधिक सीधा व सहनशील होना आज की दुनिया में सही नहीं है। बहुत सरल मनुष्य को मूर्ख तथा ‘गधा’ भी कहा जाता है।

2) लोगों को अपने अधिकारों व आज़ादी के लिए सदैव संघर्ष करते रहना चाहिए।

3) आज़ादी का एक अलग ही महत्व है। इसे पाने के लिए इंसान को कष्ट व परेशानियाँ सहन करने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए।

4) समाज के अमीर वर्ग के लोगों को भी आजादी व अपने अधिकारों के लिए खुलकर समर्थन करना चाहिए।

5) एकता में बल होता है।

4. प्रस्तुत कहानी में प्रेमचंद ने गधे की किन स्वभावगत विशेषताओं के आधार पर उसके प्रति रूढ़ अर्थ 'मूर्ख' प्रयोग न कर किस नए अर्थ की ओर संकेत किया है?

उत्तर: दुनियाँ का सबसे बुद्धिहीन प्राणी गधा माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति-विशेष को मूर्ख बताना है तो हम उसे 'गधा' कह देते हैं। गधा यानी मूर्ख सब लोग यही कहते है परंतु प्रेमचंद ने इसे सही नहीं माना है क्योंकि गधा अपने सीधेपन व सहनशीलता के कारण किसी को भी हानि नहीं पहुँचाता है। गाय, कुत्ता व बैल जैसे जानवर भी कभी-कभी क्रोध कर देते हैं और लोगों को हानि पहुँचा देते है परंतु गधा ऐसा कभी नहीं करता है। गुणों के विषय में वह ऋषियों-मुनियों के बराबर है।

5. किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी?

उत्तर :कहानी की निम्नलिखित घटनाओं से पता चलता है कि हीरा ओर मोती में गहरी दोस्ती थी-

1)दोनों को एक-साथ ही गाड़ी में जोड़ा जाता था खेत जोतने के लिए तो वह दोनों यही प्रयास करते  कि गाड़ी का ज्यादा भार दूसरे साथी के कंधे पर न आकर उसके अपने ही कंधे पर आ जाये।

2)गया ने हीरा के नाक पर डंडा मारा तो मोती से सहन नहीं हुआ। वह हल, रस्सी, जुआ, जोत सब कुछ लेकर भाग पड़ा। उससे हीरा का यह कष्ट देखा न गया।

3)जब वहाँ लोगों ने खेत में दोनों को घेर लिया और पकड़ने की कोशिश की तब हीरा वहाँ से निकल गया परन्तु मोती के पकड़े जाने पर वह भी बंधक बनने के लिए स्वयं ही वापस लौट आया।

4)नाद में खली-भूसा पड़ जाने के बाद दोनों साथ में ही नाँद में मुँह डालते और साथ ही निकालते थे। एक के मुँह हटा लेने से दूसरा भी अपना मुँह हटा लेता था।

5)कांजी द्वारा घर की दीवारें गिराने के बाद हेरा ने भागने से इनकार कर दिया मेरी मौत ने उसे अकेला नहीं छोड़ा।

6. लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है, यह भूल जाते हो।’-हीरा के इस कथन के माध्यम से स्त्री के प्रति प्रेमचंद के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: "लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है।" हीरा के इस कथन के माध्यम से पता चलता है कि प्रेमचंद नारी जाति का अत्यधिक सम्मान व इज़्ज़त करते थे। नारी विभिन्न रिश्ते बनाकर समाज में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करती है। वह त्याग, दया, ममता, सहनशीलता का जीता-जागता उदाहरण है। यदि कभी  विपरीत परिस्थितियों में यदि नारी में क्रोध जैसे भाव आ भी जाते हैं तो इससे उसकी गरिमा कम नहीं हो जाती है और न उसके सम्मान में कमी आ जाती है। प्रेमचंद महिलाओं के प्रति अत्यधिक सम्मान रखते थे। प्रेमचंद का यह भी आशय है कि जब जानवर भी नारी जाति का सम्मान करते हैं तथा इज्ज़त देते है तो मनुष्य को भी नारी जाति का सम्मान करना चाहिए।

7. किसान जीवन वाले समाज में पशु और मनुष्य के आपसी संबंधों को कहानी में किस तरह व्यक्त किया गया है?

उत्तर: किसान जीवन तथा पशुओं के आपसी संबंध बहुत गहरे होते हैं।किसान पशुओं को घर के ही एक सदस्य की तरह प्रेम करते हैं और पशु भी अपने स्वामी के लिए जान भी देने को तैयार होते हैं। झूरी, हीरा और मोती को अपने बच्चों की तरह ही प्रेम करता था। वह उन्हें अपने से दूर नहीं करना चाहता था। जब हीरा-मोती झूरी की ससुराल से अत्याचार झेलकर झूरी के घर वापस उसके दरवाजे पर आ खड़े हुए तो झूरी का हृदय प्रफुल्लित हो उठा। गाँव-भर के समस्त बच्चों ने भी बैलों की स्वामिभक्ति को देखकर उनका स्वागत किया। इससे पता चलता है कि किसान जीवन वाले व्यक्ति अपने पशुओं के साथ भी मानवता का व्यवहार करते हैं।

8."इतना तो हो ही गया कि नौ दस प्राणियों की जान बच गई। वे सब तो आशीर्वाद देंगें"-मोती के इस कथन के आलोक में उसकी विशेषताएँ बताइए।

उत्तर: " इतना तो हो ही गया कि नौ-दस प्राणियों की जान बच गई। वे सब तो आशीर्वाद देंगे।" मोती के विवरण से पता चलता है कि मोती बहुत दयालु व्यक्ति है। परोपकार की ऐसी भावना वह मन में ही नहीं बल्कि इसे व्यावहारिक रूप में दर्शाता भी है। वह बाड़े की कच्ची दीवार को तोड़कर नौ-दस प्राणियों को भगाता है ताकि उनकी जान बच सकें। मोती सच्चा मित्र भी है क्योंकि वह कांजीहौस में हीरा को अकेला छोड़कर नहीं जाता है। वह आशावादी भी है क्योंकि उसे विश्वास है कि ईश्वर उनकी जान अवश्य बचाएँगे।

9.आशय स्पष्ट कीजिए।

(क) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवों में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है।

उत्तर: हीरा और मोती एक-दूसरे के मन की भावनाओं को समझते थे । वे एक-दूसरे के लिए सदैव ही प्रेम तथा भलाई की बारे में ही सोचते थे। जबकि मनुष्य को समस्त प्राणियों में सबसे श्रेष्ठ तथा बुद्धिमान माना जाता है लेकिन उसमें भी यह शक्ति नहीं होती है की वह किसी दूसरे मनुष्य के भीतर की भावना को जान सके।

(ख) उस एक रोटी से उनकी भूख तो क्या शांत होती; पर दोनों के हृदय को मानो भोजन मिल गया।

उत्तर: हीरा और मोती गया के घर बँधे हुए थे। गया ने उनके साथ दुष्टतापूर्ण व्यवहार किया था। इसलिए वे क्रोधित थे। लेकिन तभी एक नन्हीं-सी लड़की ने उनके पास आकर उन्हें एक रोटी ला दी। उस रोटी से उनका पेट तो नहीं भर सकता था। परंतु उसे खाकर उनका हृदय जरूर तृप्त हो गया। उन्होंने बालिका के प्रेम का अनुभव कर लिया और उनका मन प्रसन्न हो गया।

10.गया ने हीरा-मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि-

(क) गया पराये बैलों पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता था।

(ख) गरीबी के कारण खली आदि खरीदना उसके बस की बात न थी।

(ग) वह हीरा-मोती के व्यवहार से बहुत दुखी था।

(घ) उसे खली आदि सामग्री की जानकारी न थी।

उत्तर: (ग) वह हीरा-मोती के व्यवहार से दुखी था।

रचना और अभिव्यक्ति

11. हीरा और मोती ने शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाई लेकिन उसके लिए प्रताड़ना भी सही। हीरा-मोती की इस प्रतिक्रिया पर तर्क सहित अपने विचार प्रकट करें।

उत्तर: हीरा और मोती हमेशा से ही शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाते रहे हैं। जबकि जब उन्होंने झूरी के साले 'गया' का विरोध किया तो उन्हें सूखी रोटियाँ तथा डंडे खाने को मिले। फिर कॉजीहौस में भी अन्याय का विरोध किया तो उन्हें बांध दिया तथा उन्हें भूखे भी रहना पड़ा।

प्रतिक्रिया-मेरा मानना है कि हीरा और मोती का यह प्रयास बिल्कुल सही था। यदि वे कोई भी प्रतिक्रिया न करते तो उन्हें खूब शोषण झेलना पड़ता और गिड़गिड़ाकर, मन मारकर अपने मालिक की गुलामी करनी पड़ती। परंतु अपना विद्रोह प्रकट करके उन्होंने मालिक चेतावनी दे दी कि उनका अधिक शोषण नहीं किया जा सकता। मार खाने के बदले में उन्होंने मालिक के मन में भय पैदा कर ही दिया।

12. क्या आपको लगता है कि यह कहानी आजादी की लड़ाई की ओर भी संकेत करती है?

उत्तर: प्रेमचंद एक स्वतंत्रता पूर्व लेखक थे। इनकी रचनाओं में यह अधिकतर देखा जाता है। हीरा और मोती की इस कहानी से यही संकेत मिलता है कि स्वतंत्रता कितनी अच्छी होती है। स्वतंत्रता पाने के लिए क्या कुछ नहीं करना पड़ता। उनके ऊपर इतनी कठिनाइयों के बावजूद भी वर अपने घर आ गए यह बात आजादी की लड़ाई की तरफ भी संकेत करती हैं।

भाषा अध्ययन

13.बस इतना ही काफ़ी है।

फिर मैं भी ज़ोर लगाता हूँ।

‘ही’, ‘भी’ वाक्य में किसी बात पर जोर देने का काम कर रहे हैं। ऐसे शब्दों को निपात कहते हैं। कहानी में से पाँच ऐसे वाक्य छाँटिए जिनमें निपात का प्रयोग हुआ हो।

1) दोनों साथ उठते, साथ नाँद में मुँह डालते और रथ ही बैठते थे।

2) एक ही विजय ने उसे संसार की सभ्य जातियों में गण्य बना दिया।

3) ज्यादा-से-ज्यादा मेरी ही गरदन पर रहे।

4) यही उनका आधार था।

5) कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है।

1) कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है।

2) उसके चेहरे पर असंतोष की छाया भी न दिखाई देती।

3) गधे का एक छोटा भाई और भी है।

4) एक मुँह हटाता तो दूसरा भी हटा लेता था।

5) कभी-कभी अड़ियल बैल भी देखने में आता है।

14. रचना के आधार पर वाक्य भेद बताइए तथा उपवाक्य छाँटकर उसके भी भेद लिखिए-

(क) दीवार का गिरना था कि अधमरे-से पड़े हुए सभी जानवर चेत उठे।

उत्तर:  

1. वाक्य भेद – मिश्र वाक्य।

2. उपवाक्य – अधमरे से पड़े हुए सभी जानवर चेत उठे।

3. भेद – संज्ञा उपवाक्य

(ख) सहसा एक दढ़ियल आदमी, जिसकी आँखे लाल थीं और मुद्रा अत्यंत कठोर, आया।

1. वाक्य भेद – मिश्रवाक्य।

2. उपवाक्य – जिसकी आँखें लाल थीं और मुद्रा अत्यंत कठोर।

3. भेद – विशेषण उपवाक्य।

(ग) हीरा ने कहा-गया के घर से नाहक भागे।

उत्तर: 

2. उपवाक्य – गया के घर से नाहक भागे।

3. भेद – संज्ञा उपवाक्य।

(घ) मैं बेचूंगा, तो बिकेंगे।

1. वाक्यभेद – मिश्रवाक्य।

2. उपवाक्य – तो बिकेंगे।

3. भेद – क्रियाविशेषण उपवाक्य।

(ङ) अगर वह मुझे पकड़ता तो मैं बे-मारे न छोड़ता।

2. उपवाक्य – तो बे मारे ने छोड़ता।

15. कहानी में जगह-जगह मुहावरों का प्रयोग हुआ है। कोई पाँच मुहावरे छाँटिए और उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए।

1) जी तोड़ काम करना

वाक्य- भारतीय लोग जी-तोड़कर काम करते हैं।

2) गम खा जाना

वाक्य-भारत के लोग गम खा जाते हैं तथा मुसीबतों की हाय-तौबा नहीं मचाते।

3) ईंट का जवाब पत्थर से देना

वाक्य-भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया की टीम को हराकर ईंट का जवाब पत्थर से दिया।

4) दाँतों पसीना आना

वाक्य-मैदान से लोगों को बाहर निकालने में गार्ड को दाँतों पसीना आ गया।

5) कसर उठाना

वाक्य-भारतीय कोई कसर नहीं छोड़ते।

NCERT Class 9 Hindi Chapter 1 Solutions:  Insights on Modern Values

Gadhya Khand Hindi Class 9 Chapter 1 textbook, likely titled "Kshitij" (Horizons). It's a prose story that deals with the struggles of two bulls for freedom. Here's a breakdown of what you can expect to learn from this chapter:

The chapter narrates the tale of two bulls who are yearning for freedom from their life of captivity and servitude. The story explores their attempts to escape and the challenges they face.

The narrative delves into the complex relationship between humans and animals. It sheds light on how humans exploit animals for their own benefit, often keeping them caged and restricting their freedom.

Through the story of the bulls, the chapter imparts valuable ethical lessons. It highlights the importance of fighting for one's freedom and rights. It also explores the concept of being neither too trusting nor entirely naive. The story emphasizes the importance of being wise and using wit to achieve one's goals.

The chapter can be seen as a subtle commentary on social inequality. It highlights how some have more freedom than others, and the struggle for freedom can be particularly challenging for the weaker sections of society.

The story emphasizes the importance of freedom for a fulfilling life. It showcases how the lack of freedom can make life difficult and restrict one's potential.

By studying Class 9 Hindi Ch 1 Solutions, you will not only understand the story itself but also gain insights into various themes and social issues. You will likely encounter questions related to the NCERT Class 9 Hindi Ch 1 story's plot, characters, the message it conveys, and the values it teaches.

Ethical Values ​​have been Taught to Children Through the NCERT Class 9 Hindi Chapter 1 Solutions Story.

Being too straightforward and tolerant is not right in today's world. A very simple man may also be called a fool.

People should always fight for their rights and freedom.

Freedom has a different significance. To achieve this, a person should always be ready to endure hardships and troubles.

The people belonging to the rich section of the society have freedom but the other weaker sections are deprived of this freedom. Without freedom, human life is very difficult.

Benefits of NCERT Solutions of Kshitij Hindi Class 9 Chapter 1 

The following are the benefits of NCERT Solutions for Kshitji Hindi Class 9 Chapter 1 Gadhya Khand.

Students will understand the concepts of the chapter easily with the help of NCERT Class 9 Hindi Chapter 1.

It will help you in identifying your weakness and strengths in Hindi.

Once you go through the NCERT solutions of Hindi class 9 Chapter 1, you will get an idea to write good answers for your Hindi exams.

It will boost your confidence for the Hindi exam and will help you to secure good marks in examinations as well. 

It will improve your communication skills in the Hindi language. 

Get Your Hands on The NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1 - Gadhya Khand

Here's your golden opportunity to get all the answers of questions in your Class 9 Hindi Chapter 1 Book, Kshitij. While it might seem a bit tricky initially, once you have all the answers, there's not much else to worry about. These answers can help you stay ahead in your studies. So, go ahead and seize the chance to excel in your Hindi exam!

NCERT Class 9 Hindi Kshitij Chapter wise Solutions

Along with this, students can also view additional study materials provided by Vedantu, for Class 9

arrow-right

FAQs on NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1 - Gadhya Khand

1. What can one do with the NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 Gadhya Khand?

With the NCERT Solutions For Class 9 Kshitij Chapter 1, students will be able to prepare for board exams and school works.

2.  Where will I Find the NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1?

The answers for NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 can be found on the website and the application of Vedantu where these have been crafted by experienced teachers.

3. Who is the author of Chapter 1 of Class 9 Hindi Kshitij?

The name of the first chapter in Class 9 Hindi Kshitij is ‘Do bailon Ki Katha’. It is written by Premchand. He is one of the best known writers of Hindi and Urdu literature. His works are celebrated and appreciated all around the world. He was born on July 31 1880, in a small village called Lamhi in Varanasi. His other well-known literary works include ‘Godaan’, ‘Sadgati’ etc. He died on October 8, 1936.

4. What is the first Chapter of Class 9 Hindi Kshitij about?

The story is a touching tale about two bulls, Hira and Moti who are very close to each other. They belong to the same owner, a villager named Jhuri. The story is about their struggles and happiness at the same time. It highlights the very special bond the bulls share among themselves and with their owner. The bulls protected each other and comforted each other. They would understand each other's emotions and actions. 

5. Why were the bulls miserable at Jhuri’s brother-in-law’s house?

Jhuri sent his bulls, Moti and Hira to his brother-in-law’s house. They were not happy there at all. They were walking and working all day long in the field. He did not take care of them or give them proper food. He gave them very dry feed and fodder. Their condition was very bad at his house. One day, while they were tied and everyone else was asleep, they broke off the rope and ran away. They reached Jhuri’s house and he was delighted to see them. He had missed them. 

6. Why did the girl and the bulls feel attached?

While the bulls were away from Jhuri, they were not looked after at all. They were in a very sad condition. They were overworked and not fed properly. They were also hit many times. They tried to protect each other. Close to where they were, there was a small girl who had lost her mother. Her stepmother was rude to her and hit her. The girl used to go to the bulls for comfort and she used to receive love from them in return as well. She used to hide and bring them fresh rotis as well whenever she could. She grew fond of them and them of her.

7. How can I use Class 9 Hindi Kshitij Chapter 1 Solutions to revise the chapter?

Vedantu is a leading online platform for PDF solutions for students. They have solutions for all subjects and classes and are based on the syllabus prescribed by the CBSE. The Chapter 1 Class 9 Hindi solutions PDF is available online for free download. It provides solutions to all the textbook questions and a summary of the chapter. It also has extra solved questions that cover topics from within the chapter. The summary and extra questions make revision easier and quick for the students. 

8. What is the main theme of Gadhya Khand?

Gadhya Khand explores themes of empathy, compassion, and the plight of animals under harsh conditions. The story highlights the bond between a young girl and a pair of overworked bulls.

9. Why are the bulls kept in the cattle pound?

The story doesn't explicitly mention why the bulls are in the cattle pound (Kanji House). It could be because they were stray cattle or might have damaged crops.

10. What are some important points to remember from this chapter?

Importance of empathy and compassion towards all living beings.

The harsh realities of animal treatment and exploitation.

Finding solace in unexpected connections.

Self Studies

  • Andhra Pradesh
  • Chhattisgarh
  • West Bengal
  • Madhya Pradesh
  • Maharashtra
  • Jammu & Kashmir
  • NCERT Books 2022-23
  • NCERT Solutions
  • NCERT Notes
  • NCERT Exemplar Books
  • NCERT Exemplar Solution
  • States UT Book
  • School Kits & Lab Manual
  • NCERT Books 2021-22
  • NCERT Books 2020-21
  • NCERT Book 2019-2020
  • NCERT Book 2015-2016
  • RD Sharma Solution
  • TS Grewal Solution
  • TR Jain Solution
  • Selina Solution
  • Frank Solution
  • ML Aggarwal Solution
  • Lakhmir Singh and Manjit Kaur Solution
  • I.E.Irodov solutions
  • ICSE - Goyal Brothers Park
  • ICSE - Dorothy M. Noronhe
  • Sandeep Garg Textbook Solution
  • Micheal Vaz Solution
  • S.S. Krotov Solution
  • Evergreen Science
  • KC Sinha Solution
  • ICSE - ISC Jayanti Sengupta, Oxford
  • ICSE Focus on History
  • ICSE GeoGraphy Voyage
  • ICSE Hindi Solution
  • ICSE Treasure Trove Solution
  • Thomas & Finney Solution
  • SL Loney Solution
  • SB Mathur Solution
  • P Bahadur Solution
  • Narendra Awasthi Solution
  • MS Chauhan Solution
  • LA Sena Solution
  • Integral Calculus Amit Agarwal Solution
  • IA Maron Solution
  • Hall & Knight Solution
  • Errorless Solution
  • Pradeep's KL Gogia Solution
  • OP Tandon Solutions
  • Sample Papers
  • Previous Year Question Paper
  • Value Based Questions
  • CBSE Syllabus
  • CBSE MCQs PDF
  • Assertion & Reason
  • New Revision Notes
  • Revision Notes
  • HOTS Question
  • Marks Wise Question
  • Toppers Answer Sheets
  • Exam Paper Aalysis
  • Concept Map
  • CBSE Text Book
  • Additional Practice Questions
  • Vocational Book
  • CBSE - Concept
  • KVS NCERT CBSE Worksheets
  • Formula Class Wise
  • Formula Chapter Wise
  • JEE Crash Course
  • JEE Previous Year Paper
  • Important Info
  • JEE Mock Test
  • JEE Sample Papers
  • SRM-JEEE Mock Test
  • VITEEE Mock Test
  • BITSAT Mock Test
  • Manipal Engineering Mock Test
  • AP EAMCET Previous Year Paper
  • COMEDK Previous Year Paper
  • GUJCET Previous Year Paper
  • KCET Previous Year Paper
  • KEAM Previous Year Paper
  • Manipal Previous Year Paper
  • MHT CET Previous Year Paper
  • WBJEE Previous Year Paper
  • AMU Previous Year Paper
  • TS EAMCET Previous Year Paper
  • SRM-JEEE Previous Year Paper
  • VITEEE Previous Year Paper
  • BITSAT Previous Year Paper
  • UPSEE Previous Year Paper
  • CGPET Previous Year Paper
  • CUSAT Previous Year Paper
  • AEEE Previous Year Paper
  • Crash Course
  • Previous Year Paper
  • NCERT Based Short Notes
  • NCERT Based Tests
  • NEET Sample Paper
  • Previous Year Papers
  • Quantitative Aptitude
  • Numerical Aptitude Data Interpretation
  • General Knowledge
  • Mathematics
  • Agriculture
  • Accountancy
  • Business Studies
  • Political science
  • Enviromental Studies
  • Mass Media Communication
  • Teaching Aptitude
  • NAVODAYA VIDYALAYA
  • SAINIK SCHOOL (AISSEE)
  • Mechanical Engineering
  • Electrical Engineering
  • Electronics & Communication Engineering
  • Civil Engineering
  • Computer Science Engineering
  • CBSE Board News
  • Scholarship Olympiad
  • School Admissions
  • Entrance Exams
  • All Board Updates
  • Miscellaneous
  • State Wise Books
  • Engineering Exam

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2023-24 PDF (Free Download)

Free pdf download.

SHARING IS CARING If our Website helped you a little, then kindly spread our voice using Social Networks. Spread our word to your readers, friends, teachers, students & all those close ones who deserve to know what you know now.

Hindi in class 9 is a basic level that helps a student in further classes. Therefore, students should prepare properly for their Hindi exam. To prepare, they should use the CBSE Class 9 Hindi Sample Paper which is based on the exam pattern released by the Central Board of Secondary Education.

Apart from that, the subject matter experts at Selfstudys have prepared the CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2023-24 by adhering to the latest exam pattern and CBSE Class 9 Syllabus. Therefore, it is vital for the students to finish their syllabus first and then go through the Hindi sample question papers. 

To assist students in their final exam preparation, on this page, we have provided the direct download link.

Why Someone Needs CBSE Class 9 Hindi Sample Paper?

Solving the CBSE Class 9 Hindi Sample papers is not necessary but it is beneficial for the students while preparing for the final examination. By referring to the Sample Paper of Hindi for Class 9, a student can easily practice the questions that are generally asked in the annual examination. 

Apart from that, Hindi sample papers should be solved by a student to have a better understanding of their weak points or strongest points. In other words Someone Needs CBSE Class 9 Hindi Sample Paper to check how much they are prepared for the annual examination. If they find any weak areas in the subject they can work on that to improve.

Is It Worth To Use CBSE Sample Question Paper for Class 9 Hindi?

Ofcourse, the use of CBSE Sample Question Paper for Class 9 Hindi assists the students to track their learning and exam preparation process. Also, the sample papers allow students to solve the same difficulty level of questions time and again to develop a better grip on the questions regardless of its difficulty. 

In other words, the Class 9 Hindi sample papers prepared by our subject matter experts help the students to score good marks by answering all kinds of questions.

CBSE Sample Question Paper for Class 9 Hindi not only helps in annual exam preparation but assists in SA1 or half yearly examination.

Sample Paper of Hindi for Class 9 with Solution

Since questions in Class 9 Hindi Sample Paper are of the final level examination; students may face some difficulty to answer the questions. Therefore, our subject matter experts have solved the whole sample paper of class 9 Hindi CBSE 2023-24 in an easy to understand manner. 

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2024 Set 1

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2024 Set 2

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2024 Set 3

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2024 Set 4

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2024 Set 5

CBSE Class 9 Hindi B Sample Paper 2024 Set 1

CBSE Class 9 Hindi B Sample Paper 2024 Set 2

CBSE Class 9 Hindi B Sample Paper 2024 Set 3

CBSE Class 9 Hindi B Sample Paper 2024 Set 4

CBSE Class 9 Hindi B Sample Paper 2024 Set 5

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 1

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 2

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 3

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 4

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 5

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 6

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 7

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 8

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 9

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2021 Set - 10

By using the sample paper of Hindi for Class 9 with Solution students can cross check their answers and find out the mistakes to improve. The Hindi sample papers of class 9 with solutions are very helpful for the final exam preparation and that is why it is advised to the students to refer to sample question papers during the exam preparation.

CBSE Class 9 Hindi Half Yearly Sample Paper

In CBSE Class 9 Hindi half yearly exam, the questions are asked from the half syllabus. Meaning, a student has to prepare for their half yearly exam by covering their Class 9 Hindi half syllabus and by practicing the CBSE Class 9 Hindi Half Yearly Sample Paper.

The half yearly sample papers of class 9 Hindi will help students to find out the most important topics they should cover in order to score higher marks. It will also assist them to learn about their mistakes or weak points in Hindi subject.

Set Wise CBSE Class 9 Hindi Sample Paper

More is less! So, to help the students practice an enormous number of questions our subject matter experts have developed the CBSE Class 9 Hindi Sample Paper in set wise. We don’t only give a single set of question papers but a bundle of sample papers to allow students to solve the questions as much as possible. 

Solving the complete set wise class 9 Hindi sample papers students can master the subject and their questions. Because each question is asked from the CBSE Class 9 Syllabus .

Use Class 9 Hindi Sample Paper To Know Everything About Annual Question Papers Before Appearing in the exam

All students spend their days and nights covering their syllabus so that they can perform better in their annual examination. Not only this, but they fear and feel anxious before appearing in the examination so it is advised by the expert teachers to solve class 9 Hindi sample papers to know everything about annual question papers before appearing in the exam.

After being thorough with the question papers students will gather these informations:

  • Number of questions asked in Hindi
  • Total marking scheme
  • Question’s difficulty level
  • Important topics
  • Time requirements to answer the complete question papers and many more vital information.

Benefits of CBSE Class 9 Hindi Sample Paper

Practicing the CBSE Class 9 Hindi Sample Paper on a regular basis provides students with a lot of benefits. Those benefits are -

  • Helps in being thorough with the types of questions that are asked in the final examination.
  • Supports in doing a regular practice to the various questions for a strong base.
  • Gives details about the marking scheme for the Hindi subject.
  • One of the best advantages of solving the sample question paper for class 9 CBSE Hindi is that it assists in revision.
  •  Gives an opportunity to be thorough with the exam pattern and the exam environment.

Features of CBSE Sample Question Paper for Class 9 Hindi

Since the CBSE sample question paper for class 9 Hindi is prepared by our subject matter experts, the sample paper is filled with lots of useful features. Those features are -

  • Questions are based on the prescribed CBSE Class 9 Syllabus & exam pattern.
  • Sample paper is available in PDF for the ease of students so that they can download it and use them to do the practice.
  • It is absolutely free of cost
  • Our experts have solved the whole questions in an easy to understand manner.

How to Download CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2023-24 in PDF?

Follow these simple steps to download the CBSE class 9 Hindi sample paper 2023-24 in PDF:-

  • Open Selfstudys website

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper, CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2022-23, CBSE Class 9 Hindi Sample Paper PDF

  • Navigate to the CBSE in the navigation bar or button and click on Sample papers

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper, CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2022-23, CBSE Class 9 Hindi Sample Paper PDF

  • A new page will open where you have to choose your class 10

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper, CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2022-23, CBSE Class 9 Hindi Sample Paper PDF

  • Now, in the class 10 page, click on Hindi to get Class 9 Hindi sample papers for free of cost in PDF file format.

CBSE Class 9 Hindi Sample Paper, CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2022-23, CBSE Class 9 Hindi Sample Paper PDF

Annual Exam Preparation Tips Using CBSE Hindi Sample Paper 2023-24 for Class 9 With Solution

To prepare for the annual exam preparation the usage of CBSE Hindi sample paper 2023-24 for class 9 with solutions are advised. Here are some tips a class 9 student can use to prepare for their annual exam:-

  • Be thorough with every single chapter of Class 9 Hindi
  • Solve exercise wise questions
  • Refer to the sample question papers of Hindi class 9 to understand the annual question papers pattern.

Does CBSE Give Sample Paper for Class 9?

No, the board authority doesn’t prepare the class 9 CBSE Hindi sample paper SA1, SA2 or for final examination. However, a standard exam pattern and syllabus are released by them based on that our subject matter experts prepare the CBSE class 9 Hindi sample paper 2023-24. Also, the previous year question papers have been analysed by the subject experts while preparing the sample question paper of Hindi.

Manipal MET 2024 Application (Released) (All Pages)

  • NCERT Solutions for Class 12 Maths
  • NCERT Solutions for Class 10 Maths
  • CBSE Syllabus 2023-24
  • Social Media Channels
  • Login Customize Your Notification Preferences

essay in hindi for class 9

  • Second click on the toggle icon

essay in hindi for class 9

Provide prime members with unlimited access to all study materials in PDF format.

Allow prime members to attempt MCQ tests multiple times to enhance their learning and understanding.

Provide prime users with access to exclusive PDF study materials that are not available to regular users.

essay in hindi for class 9

HindiKiDuniyacom

खेल का महत्व पर निबंध (Importance of Sports Essay in Hindi)

खेल का महत्व

हम यहाँ दैनिक जीवन में खेल के महत्व पर विभिन्न शब्द सीमाओं में विद्यार्थियों के लिए बहुत से निबंध उपलब्ध करा रहे हैं। आजकल, शिक्षकों के द्वारा विद्यार्थियों को आमतौर पर निबंध लेखन और पैराग्राफ लेखन का कार्य दिया जाता है। निबंध लेखन किसी भी विषय के बारे में विद्यार्थियों में लेखन क्षमता, कौशल और ज्ञान को बढ़ावा देता है। यहाँ दिए गए खेल के महत्व पर सभी निबंध सरल और आसान वाक्यों का प्रयोग करके लिखे गए हैं। इसलिए, विद्यार्थी इनमें से कोई भी निबंध अपनी जरुरत और आवश्यकता के अनुसार चुन सकते हैं:

खेल का महत्व पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Importance of Sports in Hindi, Khel ka Mahatva par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द) – खेल का महत्व.

यदि हम कुछ पलों के लिए इतिहास की ओर देखें या किसी सफल व्यक्ति के जीवन पर प्रकाश डालें तो हम देखते हैं कि, नाम, प्रसिद्धी और धन आसानी से नहीं आते हैं। इसके लिए लगन, नियमितता, धैर्य, और सबसे अधिक महत्वपूर्ण कुछ शारीरिक क्रियाओं अर्थात् स्वस्थ जीवन और सफलता के लिए एक व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता होती है। नियमित शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए खेल सबसे अच्छा तरीका है। किसी भी व्यक्ति की सफलता मानसिक और शारीरिक ऊर्जा पर निर्भर करती है। इतिहास बताता है कि, केवल वर्चस्व (प्रसिद्धी) ही राष्ट्र या व्यक्ति पर शासन करने की शक्ति है।

खेल का महत्व

शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए खेल सबसे अच्छा तरीका है, जो बहुत लाभदायक है। बहुत से देशों में खेलों को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है, क्योंकि वे एक व्यक्ति के जीवन में खेल के वास्तविक लाभ और व्यक्तिगत व पेशेवर जीवन में इसकी आवश्यकता को जानते हैं। किसी धावक (एथिलीट) या पेशेवर खिलाड़ी के लिए शारीरिक गतिविधियाँ बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। यह उनके और उनके जीवन के लिए बहुत मायने रखती है। खेल खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत अच्छा अवसर रखता है। कुछ देशों में, कुछ अवसरों कार्यक्रमों और त्योहारों के आयोजन पर स्पोर्ट्स और खेल गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, उदाहरण के लिए; प्राचीन यूनान के ओलम्पियाड को सम्मान प्रदर्शित करने के लिए ओलम्पिक खेलों का आयोजन किया जाता है।

खेल सभी के व्यस्त जीवन में विशेष रुप से विद्यार्थियों के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। यहाँ तक कि, पूरे दिन में से, कम से कम थोड़े से समय के लिए सभी को खेलों में सक्रिय रुप से भाग लेना चाहिए। खेल बहुत ही आवश्यक है क्योंकि, खेलों में नियमित रुप से शामिल होने वाले व्यक्ति में यह शारीरिक और मानसिक तंदरुस्ती लाता है। जिन व्यक्तियों की व्यस्त दिनचर्या होती है, वे बहुत ही आसानी व शीघ्रता से थक जाते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि, एक सूकून और आराम का जीवन जीने के लिए हम सभी को स्वस्थ मस्तिष्क और स्वस्थ शरीर की आवश्यकता होती है।

नाम, प्रसिद्धी, और पैसा प्राप्त करने के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। इसी तरह से, स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क प्राप्त करने के लिए, सभी को किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि में अवश्य शामिल होना चाहिए, जिसके लिए खेल सबसे अच्छा तरीका है।

निबंध 2 (400 शब्द) – स्पोर्ट्स के मूल्य व लाभ

खेल बहुत ही अच्छी शारीरिक गतिविधि है जो तनाव और चिन्ता से मुक्ति प्रदान करता है। यह खिलाड़ियों के लिए अच्छा भविष्य और पेशेवर जीवन का क्षेत्र प्रदान करता है। यह खिलाड़ियों को उनके आवश्यक नाम, प्रसिद्धी और धन देने की क्षमता रखता है। इसलिए, हम कह सकते हैं कि, व्यक्तिगत लाभ के साथ ही पेशेवर लाभ के लिए भी खेल सकते हैं। दोनों ही तरीकों से, यह हमारे शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को लाभ पहुँचाता है।

स्पोर्ट्स का मूल्य

कुछ लोग अपने शरीर और मस्तिष्क की तंदरुस्ती, आनंद आदि के लिए नियमित रुप से खेलते हैं हालांकि, कुछ अपने जीवन में बहुमूल्य दर्जा पाने के लिए खेलते हैं। कोई भी निजी और पेशेवर जीवन में इसके मूल्य को अनदेखा नहीं कर सकता है। पहले ओलम्पिक खेल 1896 में एथेंस में आयोजित हुए थे, जो अब नियमित रुप से हर चार साल बाद विभिन्न देशों में आयोजित होते हैं। इसमें इनडोर और आउटडोर दोनों प्रकार के खेल शामिल होते हैं, जिसमें विभिन्न देशों के खिलाड़ी भाग लेते हैं।

कुछ आउटडोर या मैदान में खेले जाने वाले खेल फुटबॉल, हॉकी, वालीबॉल, बेसबॉल, क्रिकेट, टेनिस, खो-खो, कबड्डी आदि है, जिन्हें खेलने के लिए मैदान की आवश्यकता होती है। इनडोर खेल कैरम, ताश खेलना, शतरंज, टेबिल टेनिस, पहेली, आदि हैं, जो घर में बिना किसी मैदान के खेले जा सकते हैं। कुछ खेल इनडोर और आउटडोर दोनों होते हैं जैसे – बैडमिंटन और टेबिल टेनिस।

स्पोर्ट्स के लाभ

खेल और स्पोर्ट्स हमारे लिए बहुत ही लाभदायक हैं क्योंकि वे हमें समयबद्धता, धैर्य, अनुशासन, समूह में कार्य करना और लगन सिखाते हैं। खेलना हमें, आत्मविश्वास के स्तर का निर्माण करना और सुधार करना सिखाता है। यदि हम खेल का नियमित अभ्यास करें, तो हम अधिक सक्रिय और स्वस्थ रह सकते हैं।

खेल गतिविधियों में शामिल होना, हमें बहुत से रोगों से सुरक्षित करने में मदद करता है; जैसे – गठिया, मोटापा, हृदय की समस्याओं, मधुमेह, आदि। यह हमें जीवन में अधिक अनुशासित, धैर्यवान, समयबद्ध और विनम्र बनाता है। यह हमें जीवन में सभी कमजोरियों को हटाकर आगे बढ़ना सिखाता है। यह हमें बहादुर बनाता है, और चिड़चिड़ेपन व गुस्से को हटाकर खुशी का अहसास देता है। यह हमें शारीरिक रुप से तंदरुस्त और मानसिक आराम प्रदान करता है, जिससे कि हम सभी समस्याओं से आसानी से निपट सकें।

खेल गतिविधियों में शामिल होना एक व्यक्ति के लिए बहुत से तरीकों से लाभदायक होता है। यह न केवल शारीरिक ताकत प्रदान करता है बल्कि, यह मानसिक शक्ति को भी बढ़ाता है। बाहर खेले जाने वाले खेल फुटबॉल, क्रिकेट, वॉलीबॉल, हॉकी, दौड़ आदि शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक तंदरुस्ती को सुधारने में मदद करते हैं। यद्यपि, कुछ घर के अन्दर खेले जाने वाले खेल जैसे; दिमागी खेल, शतरंज, सुडोकु आदि हमारी मानसिक शक्ति और मन एकाग्र करने की क्षमता के स्तर को बढ़ाते हैं।

निबंध 3 (500 शब्द) – स्वास्थ्य, धन और राष्ट्र के निर्माण में खेल की भूमिका

खेल और स्पोर्ट्स शारीरिक गतिविधि हैं, जो प्रतियोगी स्वभाव के कौशल विकास में मदद करती हैं। आमतौर पर, दो या अधिक समूह एक दूसरे के साथ मनोरंजन या इनाम प्राप्त करने के लिए एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं। महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, क्योंकि यह एक व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य, वित्तीय स्थिति को बढ़ावा देता है। यह नागरिकों के चरित्र और स्वास्थ्य के निर्माण के द्वारा राष्ट्र को मजबूती प्रदान करने में महान भूमिक निभाता है। खेल मनुष्य के कार्य करने के तरीकों में गति और सक्रियता लाता है।

स्वास्थ्य, धन और राष्ट्र के निर्माण में खेल की भूमिका

खेल के महत्व और भूमिका को किसी के भी द्वारा नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, क्योंकि यह वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण विषय है। लोग अपने व्यक्तिगत विकास के साथ ही पेशेवर विकास के लिए खेल गतिवधियों में शामिल हो सकते हैं। यह लड़के और लड़कियों दोनों के लिए अच्छे शरीर का निर्माण करने के लिए बहुत अच्छा है। यह लोगों को मानसिक रुप से सतर्क, शारीरिक रुप से सक्रिय और मजबूत बनाता है।

खेल के दो सबसे अधिक महत्वपूर्ण लाभ; अच्छा स्वास्थ्य और शान्त मस्तिष्क हैं। विद्यार्थी देश के युवा हैं, और वे खेले गतिविधियों के द्वारा और अधिक लाभान्वित हो सकते हैं। वे और अधिक अनुशासित, स्वस्थ, सक्रिय, समयनिष्ठ हो सकते हैं और आसानी से व्यक्तिगत व पेशेवर जीवन में किसी भी कठिन स्थिति के साथ सामना कर सकते हैं। खेलों में नियमित रुप से शामिल होना आसानी से चिंता, तनाव और घबराहट से उबरने में मदद करता है।

यह शरीर के अंगों के शारीरिक कार्यों को बेहतर बनाता है और इस तरह, पूरे शरीर के कार्यों को सकारात्मक रुप से नियंत्रित करता है। यह शरीर के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है और इस प्रकार मन या दिमाग शांतिपूर्ण, तेज, और बेहतर एकाग्रता के साथ सक्रिय रहता है। यह शरीर व मन की शक्ति और ऊर्जा का स्तर बढ़ा देता है। यह हर किसी को नीरस जीवन से एक अच्छा अन्तराल (ब्रेक) देता है।

खेल उज्ज्वल पेशेवर कैरियर रखता है इसलिए, इसमें रुचि रखने वाले युवाओं को चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं है, और उन्हें तो केवल पूरी लगने के साथ अपनी इस रुचि को नियमित रखना है। यह टीम में सहयोग और टीम निर्माण की भावना के विकास के द्वारा सभी को टीम में कार्य करना सिखाता है। खेलों के प्रति अधिक झुकाव एक व्यक्ति और एक राष्ट्र दोनों को स्वस्थ और वित्तीय रुप से अधिक मजबूत बनाता है। इसलिए, इसे अभिभावकों, शिक्षकों और देश की सरकार के द्वारा अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए।

निष्कर्ष: प्रख्यात खेल हस्तियों की भूमिका

अधिक प्रसिद्ध खेल हस्तियों को रखने वाला राष्ट्र कम समय में बहुत आसानी से दुनिया भर में अपनापन प्राप्त कर लेता है। देश के युवाओं को प्रेरित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास की कोई जरूरत नहीं पड़ती है। वे बहुत आसानी से पहले से ही प्रसिद्ध खेल हस्तियों को देखकर प्रेरित होते रहते हैं। इस तरह के देश के युवाओं को खेल के क्षेत्र में कैरियर बनाने में अधिक मौके मिलते हैं। सर्वविदित खिलाड़ी भी अपने देश के आगामी युवकों प्रोत्साहित करते हैं।

Importance of Sports Essay

निबंध 4 (600 शब्द) – खेल: चरित्र और स्वास्थ्य निर्माण

लोगों द्वारा आकस्मिक या संगठित भागीदारी के माध्यम से की जाने वाली प्रतिस्पर्धी खेल गतिविधियों को हम खेल कह सकते हैं। यह सभी की शारीरिक क्षमता और कौशल को सुधारने और बनाए रखने में मदद करता है। यह प्रतिभागियों के लिए मनोरंजन का एक तरीका है। खेल वास्तव में सभी के द्वारा विशेषरुप से बच्चों द्वारा पसंद किए जाते हैं हालांकि, ये उनके लिए विभिन्न तरीकों से हानि भी पहुँचा सकते हैं। यह बच्चों को आसानी से घायल कर सकता है या अध्ययन से भटका सकता है। फिर भी, बच्चे अपने मित्रों के साथ खेलने के लिए बाहर जाना पसंद करते हैं।

यदि हम इतिहास पर नजर डालें तो हम देखते हैं कि, खेलों को प्राचीन समय से ही बहुत अधिक महत्व दिया जा रहा है। आधुनिक समय में, अन्य मनोरंजन बढ़ाने वाली चीजों, जैसे- विडियो गेम, टीवी आदि की वृद्धी और प्रसिद्धी के कारण जीवन में खेलों की माँग कम हो रही है। यद्यपि, यह भी सत्य है कि, खेल बहुत से देशों के द्वारा सांस्कृतिक गतिविधियों की तरह माने जाते हैं, इसलिए हम कह सकते हैं कि, भविष्य में खेल और स्पोर्ट्स का प्रचलन कभी खत्म नहीं होगा।

खेल गतिविधियों को स्कूल और कॉलेजों में विद्यार्थियों के अच्छे शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य और पेशेवर भविष्य के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। खेल उन सभी के लिए, जो इनमें पूरी लगन के साथ शामिल होता के लिए भविष्य में अच्छा कैरियर रखते हैं। यह विशेषरुप से विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभदायक है क्योंकि, यह शारीरिक और मानसिक विकास को सहायता प्रदान करता है। वे लोग जो खेलों में अधिक रुचि रखते हैं और खेलने में अच्छे हैं, वे अधिक सक्रिय और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। वे कार्यस्थल पर बेहतर अनुशासन के साथ ही नेतृत्व के गुणों को विकसित कर सकते हैं।

शारीरिक समन्वय और ताकत

यह माना जाता है कि, खेल और ताकत एक ही सिक्के के दो पहलु हैं। यह सत्य है कि, खेल में भागीदारी करने वाले एक व्यक्ति के पास सामान्य व्यक्ति (जो व्यायाम नहीं करता हो) से अधिक ताकत होती है। खेलों में रुचि रखने वाला व्यक्ति महान शारीरिक ताकत विकसित कर सकता है और किसी भी राष्ट्रीय या अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खेल में भागीदारी करने के द्वारा अपना भविष्य उज्ज्वल कर सकता है। खेल प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने, शारीरिक समन्वय बनाए रखने, शरीर की ताकत को बढ़ाने और मानसिक शक्ति में सुधार करने में मदद करता है।

चरित्र और स्वास्थ्य निर्माण

नियमित आधार पर खेल खेलना एक व्यक्ति के चरित्र और स्वास्थ्य निर्माण में मदद करता है। यह आमतौर पर देखा जा सकता है कि, युवा अवस्था से ही खेल में शामिल रहने वाला एक व्यक्ति, बहुत ही साफ और मजबूत चरित्र के साथ ही अच्छे स्वास्थ्य को विकसित करता है। खिलाड़ी बहुत अधिक समय के पाबंद और अनुशासित होते हैं, इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि, खेल राष्ट्र और समाज के लिए विभिन्न मजबूत और अच्छे नागरिक प्रदान करता है।

खेल आमतौर पर, एक दूसरे पर विजय प्राप्त करने की कोशिश के साथ दो प्रतिस्पर्धी टीमों के बीच एक प्रतियोगिता के रूप में खेला जाता है।खेल और स्पोर्ट्स के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिन्हें हम घर के बाहर खेलते हैं उन्हें आउटडोर (मैदानी खेल) खेल कहते हैं, वहीं जो घर के अन्दर खेले जाते हैं उन्हें इनडोर खेल कहा जाता है। दोनों में से एक प्रतिभागी विजेता होता है, वहीं दूसरा हारता है। खेल वास्तव में सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण गतिविधि है, विशेषरुप से बच्चों और युवाओं के लिए क्योंकि यह शरीर को स्वस्थ और तंदरुस्त रखता है।

सम्बंधित जानकारी:

खेल पर निबंध

खेल पर स्लोगन

FAQs: Frequently Asked Questions on Importance of Sports (खेल के महत्व पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

उत्तर- पियरे डी कुबर्तिन को

उत्तर- मुक्केबाजी के लिए

उत्तर- चीन ने

उत्तर- मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस को

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

  • ICSE Class 9
  • ICSE Class 9 Sample Papers
  • ICSE Class 9 Hindi Sample Papers

ICSE Sample Question Papers for Class 9 Hindi

Solving ICSE Sample Papers for Class 9 Hindi is one of the most important parts of students’ exam preparation. By solving ICSE Class 9 Hindi sample paper, students will understand the exam pattern in a better way. Solving the sample papers will help them to evaluate their performance, hence improving their time-management skills. Students will get an idea of the types of questions asked in the examination by solving these ICSE Sample Papers of Class 9 Hindi. Moreover, these ICSE Sample Papers will help them get an idea about the marking scheme, in turn, helping them identify the section they need to focus on more.

ICSE Sample Paper for Class 9 Hindi

The sample papers give a clear idea about the weightage of each section. Therefore, solving enough ICSE Class 9 Hindi Sample Papers helps in boosting the confidence of the students. Students also get to know what to expect in the question paper. Solving the ICSE Sample Paper for Class 9 improves the speed and accuracy of students. They can download the ICSE Sample Paper for Class 9 Hindi from the table below:

What Are the Points to Remember Before Attempting a Sample Paper?

  • Start studying way too early.
  • Use your textbooks, class notes and good reference books as study materials.
  • Clear doubts, if any, then and there
  • Once thorough with your syllabus, test your preparations by attempting Sample papers.

Frequently Asked Questions on ICSE Sample Papers for Class 9 Hindi

Is the sample papers of icse class 9 hindi based on the latest syllabus, why are the icse sample papers for class 9 hindi important for the exams, is the sample papers of icse class 9 hindi available for each year, leave a comment cancel reply.

Your Mobile number and Email id will not be published. Required fields are marked *

Request OTP on Voice Call

Post My Comment

essay in hindi for class 9

  • Share Share

Register with BYJU'S & Download Free PDFs

Register with byju's & watch live videos.

close

COMMENTS

  1. Hindi Essays for Class 9 Students: Top 10 Hindi Nibandhs

    Hindi Nibandh for Class 9 Students (Essay) # 10. पालतू पशु पर निबन्ध | Essay on Domestic Animals in Hindi. जिन पशुओं को हम लोग पालते हैं उन्हें पालतू पशु कहा जाता है । पशुओं को पालने के कई ...

  2. CBSE Class 9 Hindi A निबंध लेखन

    CBSE Class 9 Hindi A लेखन कौशल निबंध लेखन 1. स्वच्छ भारत अभियान संकेत बिंदु- भूमिका स्वच्छता अभियान की आवश्यकता स्वच्छ भारत अभियान अभियान की शुरुआत उपसंहार भूमिका ...

  3. निबंध लेखन Hindi Essay Writing on current topics for class 9, 10

    Essay Writing in Hindi | Nibandh Lekhan | List of Hindi Essay Topics for Class 9, 10 | Hindi Vyakaran. Nibandh Lekhan - Essay Writing in Hindi for Class 9 and 10 on Current National and International Topics. Essay in Hindi for Competitive Exams like UPSC, Bank PO, and other Government Exams.

  4. Hindi Essay (Hindi Nibandh)

    Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन - Essays in Hindi on 100 Topics. January 31, 2024 January 31, 2024 by Veerendra. ... Maharashtra Board Class 9 Maths Solutions Chapter 7 Statistics Practice Set 7.5;

  5. निबंध लेखन, हिंदी में निबंध| Hindi Essay Writing topics

    निबंध लेखन हिंदी में - Essay Writing in Hindi. Get Full Details of Hindi Essay writing Topics for class 9, 10, Tips, and Examples of Essays.

  6. CBSE Class 9 Hindi B अनुच्छेद लेखन

    Solved CBSE Sample Papers for Class 9 with Solutions 2023-2024; CBSE Sample Papers Class 8; CBSE Sample Papers Class 7; CBSE Sample Papers Class 6; Textbook Solutions. ... NCERT Solutions for Class 9 Hindi. Filed Under: CBSE. Student Nutrition - How Does This Effect Studies; Words by Length; NEET MCQ; Factoring Calculator; Rational Numbers;

  7. हिंदी निबंध (Hindi Nibandh / Essay in Hindi)

    हिंदी निबंध (Hindi Nibandh/ Essay in Hindi) - हिंदी निबंध की तैयारी उम्दा होने पर न केवल ज्ञान का दायरा विकसित होता है बल्कि छात्र परीक्षा में हिंदी निबंध में अच्छे अंक ला ...

  8. Sample Papers for Class 9 CBSE Hindi

    In the fourth and last section, the students have to write passages such as essays, letters, etc. Class 9 Hindi Sample Paper follows the above pattern. (Image to be added soon) Benefits of Class 9 th Hindi Sample Paper. Hindi is a vital subject of the Class 9 CBSE curriculum. The students should cover the syllabus first.

  9. CBSE Class 9 Hindi Sample Papers 2023 For Hindi A And Hindi B

    Free CBSE Hindi B sample question papers are available for the terminal exam, periodic tests, and final exams in Class 9. Download CBSE Class 9 Hindi Course B Sample Paper 2022-23 PDF. CBSE Sample Papers for Class 9 Hindi B SET 1 2023 For Term 1 & Term 2.

  10. CBSE Sample Paper for Class 9 Hindi with Solutions

    Class 9 Hindi Sample Paper (Mock Paper 2) - Free PDF Download. Below, there are some updated sample papers for Class 9 (CBSE) for those looking to write their board exams in May to April of 2025. These are sample papers for Class 9 Hindi (2024-25) which are available below, and they have been drafted with utmost care for the student using the ...

  11. NCERT Solutions For class 9 hindi

    NCERT Class 9 Hindi Book Solution - Free PDF Download. Students can download the Class 9th Hindi NCERT Solution PDF, which will help them in making their preparation more efficient and productive. CBSE Class 9th Hindi is made simpler for students to understand with the CBSE Class 9 Hindi solutions. Class 9th Hindi book solutions contain all questions that are in the textbook, and the solutions ...

  12. ‎हिन्दी निबंध

    ये सारे ‎हिन्दी निबंध (Hindi Essay) बहुत आसान शब्दों का प्रयोग करके बहुत ही सरल और आसान भाषा में लिखे गए हैं। इन निबंधों को कोई भी व्यक्ति ...

  13. CBSE Sample Papers for Class 9 Hindi B (Course B) with ...

    Solved CBSE Sample Papers for Class 9 Hindi B (Course A) 2023-2024 with Solutions: Solving Pre Board CBSE Sample Papers for Class 9 Hindi B with Solutions Answers 2023-2024 Pdf Download to understand the pattern of questions asked in the board exam. According to the new CBSE Exam Pattern, MCQ Questions for Class 9 Hindi also carry marks in the board exam.

  14. NCERT Hindi Book Class 9 Chapterwise PDF

    NCERT Hindi Book for Class 9 is designed according to the syllabus of the CBSE Board. The Hindi language is the third most spoken language in the world. The importance of Hindi is that it is one of the many languages in India that is considered to be the official language of the northern parts of India.

  15. Hindi Essay

    Hindi Essay for Classes 3 to 12 Students. Hindi is the mostly spoken language by people in the whole country. People from all regions of India know Hindi more or less which increases the ways of inter-relation in different culture. People can go to any part of the country depending on their needs of study or job without any second thought for ...

  16. होली पर निबंध (Essay on Holi in Hindi)

    होली पर निबंध (Essay Holi in Hindi) - होली पर निबंध 10 लाइन (holi essay in hindi 10 lines) 1) होली को रंगों का त्योहार कहा जाता है।. 2) होली भारत के सबसे लोकप्रिय त्यौहारों ...

  17. ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध (Global Warming Essay in hindi)

    ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध (100 Words Essay on Global Warming in hindi) पृथ्वी के औसत वैश्विक तापमान में वृद्धि को ग्लोबल वार्मिंग के रूप में जाना जाता है। ग्लोबल वार्मिंग अधिकतर ...

  18. NCERT Solutions for Class 9 Hindi

    NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Bhag 1 स्पर्श भाग 1. गद्य - खंड. Chapter 1 धूल. Chapter 2 दुःख का अधिकार. Chapter 3 एवरेस्ट : मेरी शिखर यात्रा. Chapter 4 तुम कब जाओगे, अतिथि. Chapter 5 ...

  19. NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 1

    The Chapter 1 Class 9 Hindi solutions PDF is available online for free download. It provides solutions to all the textbook questions and a summary of the chapter. It also has extra solved questions that cover topics from within the chapter. The summary and extra questions make revision easier and quick for the students.

  20. CBSE Class 9 Hindi Sample Paper 2023-24 PDF (Free Download)

    The Class 9 Hindi Sample Papers 2023-24 of CBSE is released by the board so that students can go through the question paper to understand how the annual exam question papers will look like. Furthermore, the Hindi Sample Papers of CBSE Class 9 assist students in practising several questions and understand the marks distribution.

  21. खेल का महत्व पर निबंध (Importance of Sports Essay in Hindi)

    खेल का महत्व पर निबंध (Importance of Sports Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / January 13, 2017. हम यहाँ दैनिक जीवन में खेल के महत्व पर विभिन्न शब्द सीमाओं में ...

  22. Class 9 Essay Topics

    Get inspired with great narratives and Class 9 Essay Topics. Avail the Grade Specific Essay Writing Topics curated belonging to different categories. Bring up the Creative Mind and Imagination in you by referring to the 9th Standard Essay Topics. Enhance your Vocabulary with the Grade 9 Essay Writing Topics & Ideas and express your thoughts […]

  23. ICSE Sample Papers for Class 9 Hindi

    Solving ICSE Sample Papers for Class 9 Hindi is one of the most important parts of students' exam preparation. By solving ICSE Class 9 Hindi sample paper, students will understand the exam pattern in a better way. Solving the sample papers will help them to evaluate their performance, hence improving their time-management skills. ...