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मेरे सपनों का जीवन निबंध | Essay on My Dream in Hindi

Essay on My Dream in Hindi  प्रिय विद्यार्थियों आज के लेख  मेरे सपनों का जीवन निबंध अथवा मेरे सपनों का जीवन, मेरे जीवन का उद्देश्य और मेरा जीवन स्वप्न के इस निबंध में कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के बच्चों के लिए  Essay on My Dream in Hindi  का लेख 100, 200, 250, 300, 400 और 500 शब्द सीमा में आपके साथ प्रस्तुत कर रहे हैं.

मेरे सपनों का जीवन निबंध | Essay on My Dream in Hindi

Get Here Free Short Essay on My Dream in Hindi Language For School Students & Kids.

No 1 Essay on My Dream in Hindi For Class 5 In 500 Words With Headings

छात्र जीवन और सपने-

छात्र जीवन तो सपने सजाने की उम्रः होती हैं. सपने देखने का अर्थ जीवन की वास्तविकता से पलायन करना नहीं हैं. भावी जीवन को व्यवस्थित ढंग से चलाने का विचार करना ही सपने देखना हैं. वैसे भी मनुष्य स्वप्न द्रष्टा प्राणी हैं.

वह अपने जीवन को सफल बनाने के लिए नाना प्रकार की कल्पनाएँ करता हैं. कोई वकील तो कोई व्यवसायी बनना चाहता हैं.

कोई वैज्ञानिक तो कोई सैनिक बनकर देश की सेवा करना चाहता हैं. कोई खिलाड़ी, कोई अध्यापक और कोई डॉक्टर बनकर मान सम्मान और धन अर्जित करने के सपने देखता हैं.

सोद्देश्य जीवन ही जीवन हैं-

जीवन में उद्देश्य का होना आवश्यक होता हैं. उद्देश्य, लक्ष्य या मंजिल ही मनुष्य को आगे बढने के लिए प्रेरित करते हैं. छात्र भी अपने उद्देश्य को ध्यान में रखकर विषयों का चयन करता हैं. कोई साहित्य और कला सम्बन्धी विषय चुनते हैं और कोई विज्ञान वाणिज्य सम्बन्धी विषय चुनते हैं.

छात्र जीवन में ही हमारे भावी जीवन की दिशा निश्चित होती हैं. अतः हमें अपनी रूचि, योग्यता और आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखकर अपने लक्ष्य का चुनाव करना चाहिए. केवल दूसरों की देखा देखि आँख बंद करके जीवन का लक्ष्य बना लेना बुद्धिमानी नहीं होती हैं.

मेरे जीवन का लक्ष्य और मेरी योजना-

मेरे जीवन का लक्ष्य है एक कुशल चिकित्सक बनना. इस पेशे को मैं धन कमाने के लिए नहीं बल्कि मानव सेवा के लिए अपनाना चाहता हूँ. रोगियों की बढ़ती भीड़, डॉक्टरों का घोर पेशेवर रवैया, महंगी चिकित्सा ये सभी मुझे विचलित कर देते हैं.

मेरा सपना हैं कि मैं एक एक कुशल चिकित्सक बनू. प्रत्येक चिकित्सा की श्रेष्ठतम बातों का उपयोग करके रोगी को स्वस्थ बनाऊ. उचित शुल्क, सही निर्देश और सेवाभाव से काम करू.

एक ऐसी निशुल्क सेवा व्यवस्था संचालित करू जो जनता को स्वास्थ्य रक्षा की शिक्षा दे. महिलाओं और बच्चों के लिए चिकित्सा की विशेष व्यवस्था करूँ.

मेरा संकल्प-

मेरा यह दृढ संकल्प रहेगा कि मैं अपने पेशे की पवित्रता और गरिमा को लांछित न होने दूँ. मैं चाहूगा कि अन्य सेवाभावी चिकित्सक मेरे साथ आएं और मानव सेवा में हाथ बंटकर यश और आत्म संतोष प्राप्त करे.

मैं एक ऐसा चिकित्सा केंद्र चलाना चाहता हूँ जहाँ नाम मात्र की धनराशि पर रोगी का परीक्षण और उपचार किया जाएगा. मैं इससे उन चिकित्सकों की सेवाएं आमंत्रित करुगा, जो पीड़ित मानवता की सेवा करके उसे स्वस्थ और प्रसन्नता देने के लक्ष्य के प्रति समर्पित रहेगे.

राजा रंतिदेव का यह आदर्श मेरी प्रेरणा रहेगा. न तो मुझे राज्य की कामना है न स्वर्ग की इच्छा है. मैं पुनर्जन्म भी नहीं चाहता कि मैं तो दुखी प्राणियों के दुखों को मिटाने की ही कामना करता हूँ मेरा प्रयास होगा-

सर्व भवन्तु सुखिन सर्वे सन्तु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कशिचद दुःख मा भवेत

सपनों का जीवन निबंध 1000 शब्द

बदलते सपनों का जीवन या जीवन के स्व निर्धारित बेहतर भविष्य की कल्पना हर कोई करता है जिनकी सफलता या असफलता निजी संघर्ष पर टिकी होती है। सपना कहे तो एक ऐसा स्वाद, जो सबका अपना, खास और निजी होता है। डॉक्टर, इंजीनियर से लेकर सामाजिक सरोकारों और राजनीतिक 

आकांक्षाओं तक या फिर प्रकृति से प्रेम की पराकाष्ठा से लेकर उस किसी भी क्षेत्र की तरफ मन का खींचा चला जाना और लगना, जैसे कि इसकी प्राप्ति ही जीवन का उद्देश्य बनेगी, ही सही मायनो में सपने होते है। और इन सबके साथ अगर शिद्दत से की गई मेहनत भी हो तो इन सपनों की सीढ़ियों पर जीवन चढ़ता ही चलता जाता है।

निजी जीवन का सपना

शुरुआती दौर में शायद हर कोई, बहुत सी चीजों के प्रति लगाव महसूस करते है लेकिन उनको संज्ञा नहीं दे पाते। ऐसा ही हमारे साथ भी होता है जहां दिल की इच्छाएं कहीं न कहीं जरूर टिकने लगती है.

हम किसी न किसी वस्तु, इंसान, कार्य या क्षेत्र के प्रति स्वयं को आकर्षित महसूस करने लगते है, इस आकर्षण की दिशा में ही आकर्षित होते चले जाने का नाम ही सपना होता है।

घुटनों और हाथों के बल चलते जीवन की अवस्था से ही कुछ चीजें मन में घर करने लगती है। जो ताउम्र हमारे केंद्र में रहने लग जाती है।

निजी रूप से मेरा सपना था डॉक्टर बनना और अपनी सेवाएं समाज और देश के उन क्षेत्रों तक पहुंचना, जहां के लिए ये सब अभी संभव नहीं था, और था, तो बस नाममात्र।

हाई स्कूल तक पूरे दृढ़ संकल्प के साथ मैं इस सपने के भविष्य को जीता चला गया। लेकिन जब निर्णायक मोड़ आया तो पता चला की कागजी पेचीदगियों (age criteria) की वजह से मैं अगले दो साल तक डॉक्टरी की पढ़ाई नहीं कर पाऊंगा।

एक ऐसा समय, जहां सपना बिखरने सा लगा। टीस डॉक्टर न बन पाने की कम थी, मन इस बात से दुखी रहता था कि स्वचेतना के बल पर, जहां डॉक्टर बनकर मानवता की सेवा की जा सकती है, जिस कार्य हेतु जो निर्णय लिया गया, उसका ध्येय अब अधूरा रह जायेगा।

अब स्नातक भी इसी विषय की पढ़ाई के साथ उत्तीर्ण करने का फैसला किया। जहां पल पल ये लगता रहा कि शायद यह सब बेकार में व्यर्थ किया जा रहा है। शुरुआती दिनों में मन में सिवाय दुविधाओं के, कुछ नहीं था। 

बदलते राजनीतिक माहौल और समाज में बढ़ती द्वेष की भावनाएं अब मन को विचलित करने लगी थी। हर दिन कोई न कोई ऐसी घटना होती जिसके बारे में बाद में सोचने बैठे तो बुरा लगता था,

लगता था कि मानो समाज की मानसिक चेतना धृष्टता की ओर जा रही है और इन सब चीजों ने मन की दिशा को बदल दिया। जहां से अब राजनीति, इतिहास, सामाजिक मुद्दे और लोगों की न्यूनतम जरूरतें पूरी करने वाली आवश्यकताओं की ओर ध्यान जाने लगा।

जीवन में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं जहां से स्वयं की चेतना को एक नई दिशा मिलती है, मन को नए विचार मिलते हैं और दिमाग उन्हीं सब में रहने लगता है। तब से यह जीवन भले धीमी गति के साथ ही सही लेकिन समाज को समर्पित होने लगा।

मन में जो ख्यालात आने लगे वह समाज के लिए, दिल की दुखी होने के कारणो में समाज में, आसपास घटित हो रही घटनाओं का भी अब हिस्सा तय होने लगा था। आखिर इन सब ने मिलकर एक अधूरे सपने की टीस को जरूर कम कर दिया।

हालांकि भारतीय समाज में एक जीवित मन और मस्तिष्क के लिए और अमन पसंद चित के लिए अप्रिय घटनाएं दैनिक जीवन का हिस्सा बनती जा रही है, लेकिन प्रयास था कि कहीं ना कहीं से कुछ न कुछ इनमें कमी की जाए।

संक्षिप्त में बोलूं तो अब सामाजिक और आर्थिक अव्यवस्थाओं को समझने का वक्त आ रहा था। इनको सुलझाने की समझ में अब इनको समझने की जरूरत महसूस होने लगी थी। लिहाजा अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अब रुचि बनने लगी।

उद्देश्य बस यही कि कैसे आस आसपास के परिवेश में व्याप्त व्याधियों को खत्म किया जा सकता है। एक तरह से यह सपना किसी चुनौती से कम नहीं था क्योंकि डॉक्टर ने बन पाने की मन में कसक और एक विज्ञान के विद्यार्थी के लिए, विज्ञान की थोड़ी बहुत समझ रखने वाले व्यक्ति के लिए, सामाजिक और आर्थिक रूप से समाज को समझना मुश्किल होता है

विशेषकर तब, जब हम नाबालिग से महज बालिक बनते ही है। ऊपर से एक अपरिपक्व चित्त के लिए इन सारी दुविधाओं में स्थिर रह पाना भी एक बड़ी मुश्किल होती है लेकिन ध्येय की कसौटी अब भी वही थी। 

विज्ञान के बाद अर्थशास्त्र और अर्थशास्त्र के साथ साहित्य

निजी अनुभव के आधार पर, विज्ञान सोचने और समझने की शक्ति को मजबूती देता है, हर पहलू को तार्किकता की कसौटी पर परखने की समझ पैदा करता है, अर्थशास्त्र बदलते समाज में जीवन की दिशा और दशा की परख देता है और कविताएं न सिर्फ भौतिकता की समझ पैदा करती है, बल्कि सवचेतना को अडिग रखती है।

किसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु हमें जितनी समझ किसी क्षेत्र विशेष की होनी चाहिए शायद उतनी ही रुचि कविता, शायरी और साहित्य के प्रति भी होनी चाहिए। क्योंकि यह एक ऐसी विषय वस्तु है जिससे कम पढ़कर भी हम एक गहरी समझ पैदा कर सकते हैं

और हमारे चित्त मन को मजबूती मिलती है। चेतना पैदा करने के लिए मेरे अनुभव में, साहित्य का कोई जोड़ नहीं है क्योंकि साहित्य समाज का दर्पण होता है और इस दर्पण में खुद को परखने की आवश्यकता तब और बढ़ जाती है जब आपका चित्त मन भी परिवेश, समाज और समाज की अव्यवस्थाओं की तरफ झुकाव रखता हो।

इसमें कोई दो राय नहीं कि सपने निजी होते हैं, लेकिन अगर हमारे सपनों में कहीं ना कहीं समाज कल्याण भी अगर अपनी जगह रखता है तो शायद हमारे सपने वास्तविक मूल्यों में मानवता का सपना हो जाते हैं। 

एक अच्छे जीवन के लिए, एक अच्छा समाज जरूरी होता है जो आने वाली पीढ़ियों के बेहतर भविष्य का आधार बनता है और एक आदर्श समाज, एक आदर्श देश की नींव का पत्थर होता है। और समाज कल्याण के निजी सपने, उन्हीं अहम पत्थरों का अहम हिस्सा होते है।

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध (India of My Dreams Essay in Hindi)

मेरे सपनों का भारत

भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ सद्भाव में रहते हैं। हालांकि अभी भी देश के कई हिस्सों में किसी व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव किया जाता है। मेरे सपनों का भारत ऐसा भारत होगा जहां किसी से ऐसा कोई भेदभाव नहीं है। भारत ने पिछले कुछ दशकों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में बहुत विकास देखा है। मैं एक पूरी तरह से विकसित देश के रूप में भारत का सपना देखता हूं, जो न केवल उपर्युक्त क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करेगा बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी बरकरार रखेगा।

मेरे सपनों का भारत पर छोटे तथा बड़े निबंध (Long and Short Essay on India of My Dreams in Hindi, Mere Sapno ka Bharat par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द).

भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहुभाषी और बहु-धार्मिक समाज है, जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में स्थिर प्रगति देखी है। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो इससे भी अधिक गति से प्रगति करे और जल्द ही विकसित देशों की सूची में शामिल हो।

यहां पर उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों की जानकारी दी गई है जिनमें भारत को बेहतर बनाने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है:

  • शिक्षा और रोजगार

मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित होगा और हर किसी को योग्य रोजगार के मौके मिल सकेंगे। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे राष्ट्र के विकास को कोई रोक नहीं सकता।

  • जाति और धार्मिक मुद्दे

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा भारत होगा जहां लोगों को उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। जाती और धार्मिक मुद्दों को दरकिनार करके कार्य करना राष्ट्र को मजबूत करने में काफी महत्वपूर्ण कदम होगा।

  • औद्योगिक और तकनीकी विकास

​​भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास दोनों को देखा है। हालाँकि यह विकास अभी भी अन्य देशों के विकास के समान नहीं है। मेरे सपनों का भारत तकनीकी क्षेत्र के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में तेज़ी से प्रगति करेगा।

देश में बहुत भ्रष्टाचार है और इसकी दर हर दिन तेज़ी से बढ़ रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मेरे सपनों का भारत भ्रष्टाचार से मुक्त होगा। यह एक ऐसा देश होगा जहां लोगों की भलाई सरकार का एकमात्र एजेंडा होगी।

  • लिंग भेदभाव

यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित होने के बाद भी महिलाओं को अब तक पुरुषों से नीचा माना जाता है। मेरे सपनों का भारत में कोई लिंग भेदभाव नहीं होगा। यह ऐसा स्थान होगा जहां पुरुषों और महिलाओं को बराबर माना जाता हो।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं और अच्छे जीवन की गुणवत्ता का आनंद लेते हैं।

निबंध 2 (400 शब्द)

हमें गर्व है की भारत में विभिन्न जातियों, धर्मों और धर्मों से संबंधित लोग एक साथ रहते है। हमारा देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। पिछले कुछ दशकों में भारत ने विभिन्न उद्योगों में भी तेजी देखी है। हालांकि, हमें अभी भी इसकी खुशहाली के लिए लंबा रास्ता तय करना है।

यहां कुछ ऐसे क्षेत्रों के उदाहरण दिए गए हैं जिन पर काम करके भारत को आदर्श देश बनाने में सहायता मिल सकती है:

देश में आर्थिक असमानता बहुत अधिक है। यहां अमीर दिन प्रतिदिन और अमीर हो रहे हैं और गरीब और गरीब बनते जा रहे हैं। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहां धन समान रूप से नागरिकों के बीच वितरित किया जाता हो।

राष्ट्र की वृद्धि में शिक्षा का अभाव मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरुकता फैलाने के प्रयास कर रही है। हालांकि यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए कि देश में प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा का अधिकार मिलना जरुरी है।

देश में अच्छे रोजगार के अवसरों की कमी है। यहां तक ​​कि जो लोग योग्य हैं वे अच्छी नौकरियां पाने में असमर्थ रहे हैं। बेरोजगारों के बीच असंतोष का स्तर बहुत अधिक है और वे अक्सर सड़क पर अपराध करते हुए पाए जातें हैं। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो सभी के लिए बराबर रोजगार के अवसर प्रदान करता है जिससे कि हम सभी हमारे देश के विकास और सुधार के लिए काम करें।

जातिवाद एक और बड़ा मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोगों से जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां महिलाओं को सम्मान दिया जाता है और पुरुषों के बराबर महत्व दिया जाता हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।

मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो भ्रष्टाचार से मुक्त हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां राजनीतिक नेता अपने स्वयं के स्वार्थ को पूरा करने के बजाय देशों की सेवा में समर्पित रहेंगे।

  • तकनीकी विकास

भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी है। मैं चाहता हूं कि मेरे सपनों का भारत और अधिक गति से आगे बढ़े और प्रथम श्रेणी के देशों में अपनी जगह बनाने के लिए नई ऊंचाइयों को हासिल करे।

मेरे सपनों का भारत वो भारत है जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सामंजस्य में रहते हैं। मेरे सपनों के भारत में सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

Essay on India of My Dreams in Hindi

निबंध 3 (500 शब्द)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां समानता की स्वतंत्रता अपने वास्तविक अर्थों में मिली है। यह ऐसी जगह होगी जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म, सामाजिक या आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता हो। मैं इसे एक ऐसे स्थान के रूप में भी देखता हूं जिसने औद्योगिक और तकनीकी क्षेत्रों में तेज़ी से विकास को देखा हो। यहां कुछ ऐसे क्षेत्रों में विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:

महिला सशक्तिकरण

आज के समय में अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी एक पहचान बना रही हैं लेकिन फिर भी हमारे देश की महिलाएं आज भी काफ़ी भेदभाव का शिकार होती है। स्त्री भ्रूणहत से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों में सीमित करने तक अभी बहुत सारे क्षेत्रों में काम करने की आवश्यकता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालांकि हमें समाज की मानसिकता को बदलने पर बहुत काम करना है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहाँ महिलाओं को बराबरी का दर्जा प्राप्त होगा।

हालांकि भारत सरकार शिक्षा की मांग के महत्व को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है पर अभी भी देश में बहुत से लोग इसके महत्व को महसूस नहीं कर रहे हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य हो। सबकी शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को जरुरी कदम उठाने चाहिए ताकि देश में कोई भी बच्चा शिक्षा से रहित नहीं ना रहे।

रोजगार के अवसर

देश के कई योग्य युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे है। अवसर या तो सीमित होते हैं या योग्य उम्मीदवारों की जरुरत के अनुपात में नहीं होते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण कमजोर औद्योगिक वृद्धि है। इसके अलावा कुछ अन्य कारक हैं जैसे कि आरक्षण जो कि योग्य उम्मीदवारों को अच्छा अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं। भारत में रोजगार के अवसरों को पाने में असफल रहने वाले कई युवा विदेशों में चले जाते हैं और अपने कुशल दिमाग का अन्य देशों के आर्थिक विकास के लिए काम करते हैं जबकि कुछ लोग सारी उम्र काम नहीं मिलने की वजह से बेरोजगार घूमते हैं।

जाति भेदभाव

देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त नहीं है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि अभी भी कैसे देश के कुछ हिस्सों में कमजोर वर्गों के लोग अपने मूल अधिकारों से वंचित रह रहे हैं।

इसके अलावा कई विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह है जो लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के धर्म बारे में गलत बात का प्रचार करने के लिए उकसातें हैं। इससे देश में अक्सर अशांति फैलती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जहां लोगों से जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।

भारत के विकास की गति में मुख्य अवरोध भ्रष्टाचार है। ऐसा लगता है कि देश की सेवा करने के बजाय यहां के राजनीतिक नेता अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं। मेरे सपनों का भारत वह होगा जहां के मंत्री पूरी तरह से देश और उसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित रहे।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जो अपने सभी नागरिकों को समान मानता हो और किसी भी मापदंड के आधार पर उनसे भेदभाव नहीं करता हो। मैं एक ऐसी जगह का सपना देखता हूँ जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान देखा जाता हो। मैं चाहता हूं कि आने वाले समय में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में भारत प्रगति करे।

निबंध 4 (600 शब्द)

भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न जातीय समूहों, जातियों और धर्मों के लोग सौहार्दपूर्ण ढंग से रहते हैं। भारत को अपनी समृद्ध, विविध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व है। हालाँकि भारत ने अपनी आजादी के बाद से अब तक एक लंबा सफर तय किया है। पिछले कुछ दशकों में इसने एक विशाल सामाजिक और आर्थिक विकास को देखा है पर देश के कई हिस्सों में अभी भी आर्थिक और सामाजिक असमानताएं मौजूद है। देश के कई हिस्सों में लोगों को उनकी जाति और धार्मिक प्राथमिकताओं के आधार पर नीची नजरों से देखा जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक को समानता की वास्तविक स्वतंत्रता प्राप्त होगी।

सुधार के क्षेत्र

देश को आगे बढ़ाने और विकसित करने के लिए अभी भी काफी काम करने की ज़रूरत है। यहां चार प्रमुख क्षेत्रों पर एक नज़र डाली गई है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता हैं:

शिक्षा किसी भी देश की मजबूती की नीवं है। हमारे देश की प्रमुख कमियों में से एक यह है कि लोग अभी भी शिक्षा के महत्व को नहीं पहचानते हैं। गरीबी या गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोग विशेष रूप से शिक्षित होने के महत्व को अनदेखी करते हैं। उन्हें नहीं पता है कि शिक्षा की कमी गरीबी के लिए जिम्मेदार मुख्य कारकों में से एक है। सरकार अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने तथा वयस्क शिक्षा विद्यालय खोलने के माध्यम से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि अधिक से अधिक लोगों को अपने बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की पहुंच हो। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक शिक्षित और कुशल हो।

लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरुरत है। महिलाओं को लगातार उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है और वे विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन भी कर रही हैं, फिर भी महिलाओं को समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा।

देश के कई हिस्सों में लड़की का जन्म अभी भी एक अभिशाप माना जाता है। उच्च शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि महिलाएं जो योग्य हैं उनसे भी यह अपेक्षा की जाती है कि वे विवाह के बाद बाहर काम करने की बजाए अपने परिवार की देखभाल करे। काम पर महिलाओं को दी गई मजदूरी पुरुषों को दिए वेतन की तुलना में कम होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित हो।

  • तकनीकी उन्नति

हालांकि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत विकास और उन्नति देखी है फिर भी अभी इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि तेज़ बुद्धि वाले व्यक्ति अपने देश के विकास में योगदान करने के बजाय विदेशों में रोजगार के अवसर तलाशने और उन देशों की तकनीकी और औद्योगिक उन्नति में योगदान देने चले जाते है। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो व्यक्तियों के लिए अच्छे रोजगार के अवसर प्रदान करता है और देश को तकनीकी प्रगति के पथ एक नई दिशा प्रदान करता है।

भारत में अपराध दर दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले हर दिन दर्ज किए जा रहे हैं। कई मामलो की तो सुनवाई ही नहीं हो रही है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी ने इस दिशा में बढ़ावा दिया है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील हो। तभी भारत अपराध और शोषण से मुक्त होगा।

भारत ने पिछले कुछ दशकों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी उन्नति और कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति देखी है। हालांकि अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। भारत को पहले के समय में इसकी समृधि के कारण सोने की चिड़िया कहा जाता था। मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। मैं चाहता हूँ कि वह ना सिर्फ आर्थिक समृद्धि का आनंद ले बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी अमीर हो। देश के सभी नागरिकों से समान व्यवहार हो और किसी से कोई भी भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।

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essay on my dream in hindi

मेरा सपना पर निबंध – My Dream Essay in Hindi

Essay on My Dream in Hindi: दोस्तो आज हमने  मेरा सपना पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

मेरा सपना पर निबंध – Essay on My Dream in Hindi

हर किसी के जीवन में एक सपना होता है जिसे वे बड़े होने पर हासिल करना चाहते हैं। कुछ बच्चे अमीर बनना चाहते हैं ताकि वे कुछ भी खरीद सकें और कुछ डॉक्टर, वकील या इंजीनियर बनना चाहते हैं।

essay on my dream in hindi

लेकिन केवल आप जानते हैं कि इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और इसके प्रति चौकस रहना होगा। मेरे सपने पर इस निबंध में, हम उन बुनियादी चीजों पर चर्चा करने जा रहे हैं जो मेरे सपने को प्राप्त करने में मदद करेंगी।

दृढ़ निश्चय

सपने को हकीकत में बदलने के लिए सबसे पहली चीज जो आपको चाहिए वह है दृढ़ संकल्प। यह आपको बहुत तरीकों से मदद करेगा। सबसे पहले, यह आपको कुछ भी करने के लिए कार्रवाई के पाठ्यक्रम को तय करने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह आपको आगे की यात्रा की योजना बनाने में भी मदद करेगा। इसके अलावा, यह चीजों को धीमा करने और सपने की दिशा में एक स्थिर गति बनाए रखने में मदद करेगा।

इसके अलावा, कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरा ड्रीम प्लान कितना बड़ा है और शॉर्ट टर्म गोल सेट करना हमेशा मदद करेगा। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि आपके सपने में भाग लेना किसी भी तरह से आपकी मदद नहीं करेगा। इसके अलावा, कुछ सपने हैं जिनके लिए समय की आवश्यकता होती है और वे एक प्रक्रिया का पालन करते हैं बिना इसका पालन किए आप उस सपने को हासिल नहीं कर सकते।

प्रेरित रहना

प्रेरणा का अभाव मुख्य कारणों में से एक है जो किसी व्यक्ति को अपने सपने को पीछे छोड़ने के लिए मजबूर करता है। इसलिए, प्रेरित रहना भी लक्ष्य का हिस्सा है। और अगर आप सकारात्मक नहीं रह सकते हैं तो आप सपने को हासिल नहीं कर पाएंगे। ऐसे कई लोग हैं जो अपने सपनों की यात्रा को बीच में ही छोड़ देते हैं क्योंकि उनमें प्रेरणा की कमी होती है ।

याद करते रहो लक्ष्य

सपने को पूरा करने के लिए आपको अपने सपने को ध्यान में रखना होगा। और इस सपने को अपने आप को दैनिक याद दिलाएं। कठिन समय आता है जब आप उस समय छोड़ने का मन करते हैं बस लक्ष्य को याद रखें इससे आपको सकारात्मक रहने में मदद मिलती है । और अगर आपको ऐसा लगता है कि आपने बड़ा गड़बड़ किया है तो एक नए दिमाग से शुरुआत करें।

स्वयं को पुरस्कृत करो

आपको खुद को पुरस्कृत करने के लिए मील के पत्थर को कवर करने की आवश्यकता नहीं है। अपने सपने के प्रति एक छोटा सा लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने पर खुद को पुरस्कृत करें । ये पुरस्कार टॉफ़ी से लेकर आपकी पसंदीदा चीज़ तक कुछ भी हो सकते हैं। इसके अलावा, यह आत्म-प्रेरणा का एक अच्छा तरीका है।

कुछ ब्रेक ले लो

अपने लक्ष्य की ओर काम करने का मतलब यह नहीं है कि आप बिना रुके दिन-रात काम करें। इसके अलावा, निरंतर प्रयासों के कारण, लोग जल्द ही डी-प्रेरित होने लगते हैं। तो, एक ब्रेक लेने से आपके शरीर और दिमाग को मदद मिलेगी। ऐसा करने के लिए, कुछ समय के लिए अपने कार्यक्रम के बीच में एक ब्रेक लें और खुद को अन्य गतिविधियों में व्यस्त रखें।

सकारात्मक लोगों के बीच रहें

आपकी कंपनी आपको बहुत तरीकों से प्रभावित करती है जितना आप कल्पना कर सकते हैं। इसलिए, ऐसे लोगों के साथ रहें, जो आपकी सराहना करते हैं और ऐसे लोगों से दूर रहते हैं, जो आपको विचलित और आलोचना करते हैं।

गलतियाँ करने से संकोच न करें

हम इंसान गलती करने से डरते हैं लेकिन इसके साथ, हम एक महत्वपूर्ण बिंदु भूल जाते हैं जो कि एक गलती है जो हमें सीखने में मदद करती है। जब भी आप कोई गलती करते हैं तो आप कठिन समय का सामना करते हैं लेकिन ये कठिन समय आपको खुद को चमकाने और अधिक निर्धारक बनने में मदद करते हैं।

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इसे योग करने के लिए, हम कह सकते हैं कि एक लक्ष्य का सपना देखना इसे प्राप्त करने की तुलना में कहीं अधिक आसान है। और अपने सपने को पूरा करने के लिए आपको बहुत सी चीजों की आवश्यकता होती है और कई चीजों का त्याग भी करना पड़ता है।

इन सबसे ऊपर, अपने सपने को पूरा करने के लिए और उसके अनुसार काम करें क्योंकि यह आपको सही रास्ते पर ले जाएगा। और कभी भी बड़े सपने देखना न भूलें क्योंकि वे जीवन की हर बाधा को पार करने में मदद करते हैं।

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Essays - निबंध

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मेरा सपना पर निबंध – Essay on My Dream in Hindi

essay on my dream in hindi

हर किसी के जीवन में कुछ न कुछ सपने होते हैं, जिनके पूरे होने का हर कोई इंतजार करता है। सपने हमें प्रेरित करते हैं, हमें आगे बढ़ने के लिए ऊर्जा देते हैं और हमारे जीवन को एक दिशा देते हैं। इस निबंध में, हम मेरे सपने को विस्तृत रूप में समझेंगे और उसका महत्त्व, उसके लिए किए जाने वाले प्रयास और उसके संपूर्ण प्रभाव पर चर्चा करेंगे।

Table of Contents

सपने का महत्त्व

सपने हमारे जीवन में एक विशेष स्थान रखते हैं। वे हमारे भविष्य के उद्देश्य को परिभाषित करते हैं और हमें उसे पाने के लिए प्रेरित करते हैं। यह सपने ही होते हैं जो हमें निरंतर कार्यरत रखते हैं और हमें हार मानने से रोकते हैं।

सपनों का महत्व इस बात में है कि वे हमें हमारी सीमाओं से परे जाने की प्रेरणा देते हैं, हमें नई ऊँचाइयों तक पहुंचने की चाहत जगाते हैं और जीवन को एक उद्देश्यपूर्ण दिशा प्रदान करते हैं।

मेरे सपने का विवरण

मेरा सपना है कि मैं एक सफल लेखक बनूं। लेखन का क्षेत्र हमेशा से ही मेरे दिल के करीब रहा है। यह एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा मैं अपनी भावनाओं, विचारों और अनुभवों को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकता हूँ।

लेखन: लेखन का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत है। इसमें कविता, कहानी, उपन्यास, निबंध, समाचार लेखन आदि शामिल हैं। मेरे लिए सब कुछ नया और रोमांचक है।

मेरे लेखन का सपना केवल एक परिचित पद तक सीमित नहीं है, बल्कि मैं चाहता हूँ कि मेरा लेखन समाज पर प्रभाव डाले, लोगों को प्रेरणा प्रदान करे और उनकी जीवन की धारा को बदलने में सहायक हो।

सपने को साकार करने की योजना

सपने को साकार करने के लिए योजना बनाना आवश्यक है। बिना उचित योजना के किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करना मुश्किल होता है। निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से हम मेरे सपने को साकार करने की योजना बनाएंगे:

शिक्षा और प्रशिक्षण

लेखन में निपुणता प्राप्त करने के लिए शिक्षा और प्रशिक्षण आवश्यक हैं। मैं पत्रकारिता में डिग्री प्राप्त करना चाहता हूँ और विभिन्न लेखन कार्यशालाओं, सेमिनारों और संघों में भाग लेना चाहता हूँ ताकि मैं अपने लेखन कौशल को सुधार सकूं।

अध्ययन का महत्त्व

किसी भी क्षेत्र में प्रगति करने के लिए उस क्षेत्र का गहरा अध्ययन आवश्यक है। मैं विभिन्न प्रकार की किताबें पढ़ना चाहता हूँ, जिसमें साहित्य, इतिहास, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान और विज्ञान शामिल हैं। यह अध्ययन न केवल मेरे लेखन को समृद्ध करेगा, बल्कि मुझे विभिन्न दृष्टिकोण समझने में भी मदद करेगा।

लेखन का अभ्यास

किसी भी कला में निपुणता प्राप्त करने के लिए अभ्यास की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। मैं नियमित रूप से लेखन का अभ्यास करना चाहता हूँ। दैनिक डायरी लेखन से लेकर ब्लॉग पोस्ट, लघु कथाओं और कविताओं तक, मैं विभिन्न प्रकार के लेखन कार्य करूँगा।

समाज पर प्रभाव

मेरा सपना केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों तक सीमित नहीं है। मैं ऐसे लेखन का निर्माण करना चाहता हूँ जो समाज पर गहरा प्रभाव डाले।

सामाजिक मुद्दों पर लेखन

समाज में कई ऐसे मुद्दे होते हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। महिलाओं के अधिकार, पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक समानता जैसे मुद्दे आज के समय में बहुत महत्वपूर्ण हैं। मैं इन मुद्दों पर लेखन करना चाहता हूँ ताकि लोगों के बीच जागरूकता फैले और समाज में सकारात्मक परिवर्तन आए।

प्रेरक कहानियाँ

प्रेरक कहानियाँ हमेशा से ही लोगों को प्रेरणा देने का माध्यम रही हैं। मैं ऐसी कहानियाँ लिखना चाहता हूँ जो लोगों को अपने जीवन में नए रास्ते दिखाएं, उन्हें साहस और आत्मविश्वास प्रदान करें।

जनता की आवाज बनना

एक लेखक के रूप में, मेरी यह जिम्मेदारी है कि मैं जनता की आवाज बनूं। उनके मुद्दों, समस्याओं और इच्छाओं को अपने लेखन के माध्यम से सरकार और समाज के सामने प्रस्तुत करूं।

संपूर्ण निष्कर्ष

मेरा सपना केवल एक लेखक बनने तक सीमित नहीं है। मेरा सपना है कि मेरा लेखन समाज में बदलाव लाए, लोगों को प्रेरणा दे और उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाए।

इस सपने को साकार करने के लिए मुझे मेहनत, समर्पण, और आत्मविश्वास की आवश्यकता है। इसके अलावा, मुझे निरंतर प्रयास करते रहना होगा और कठिनाइयों का सामना करते हुए आगे बढ़ना होगा।

अंत में, मैं यह कहना चाहूंगा कि सपने देखना आसान है, लेकिन उन्हें साकार करना मेहनत का काम है। लेकिन अगर हम अपने सपने में विश्वास रखेंगे और उसे पाने के लिए निरंतर प्रयास करेंगे, तो हमें हमारी मंजिल अवश्य मिलेगी।

इस निबंध के माध्यम से , मैंने अपने सपने को विस्तार से प्रस्तुत किया है और उसे पाने के लिए बनाए गए योजनाओं पर चर्चा की है। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह निबंध आपको प्रेरणा देगा और आपके जीवन में भी सपनों को साकार करने की दिशा में एक कदम बढ़ाने में सहायक होगा।

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दा इंडियन वायर

मेरे सपनों का भारत पर निबंध

essay on my dream in hindi

By विकास सिंह

essay on india of my dreams in hindi

भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ सौहार्द से रहते हैं। हालांकि, भेदभाव व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और देश के कई हिस्सों में आर्थिक स्थिति के आधार पर किया जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां किसी तरह का भेदभाव नहीं है।

विषय-सूचि

मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (200 शब्द)

भारत एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का आनंद लेता है। इस देश में विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों से संबंधित लोग शांति से रहते हैं। हालांकि, लोगों के कुछ समूह हैं जो लोगों को अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं जिससे देश में शांति में बाधा उत्पन्न होती है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो इस तरह की विभाजनकारी प्रवृत्तियों से रहित है। यह एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां विभिन्न जातीय समूह एक-दूसरे के साथ पूर्ण सामंजस्य में रहते हैं।

मैं एक ऐसे राष्ट्र के रूप में भी भारत का सपना देखता हूँ जहाँ हर नागरिक शिक्षित हो। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग शिक्षा के महत्व को समझें और यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे एक निविदा उम्र में मासिक नौकरियों में शामिल होने के बजाय शिक्षा की तलाश करें। जिन वयस्कों ने अपने बचपन के दौरान अध्ययन करने का मौका गंवा दिया है, उन्हें अपने लिए बेहतर नौकरी खोजने के लिए शिक्षा प्राप्त करने के लिए वयस्क शिक्षा कक्षाओं में शामिल होना चाहिए।

मैं चाहता हूं कि सरकार सभी के लिए समान रोजगार के अवसर प्रदान करे, ताकि युवाओं को रोजगार मिले और राष्ट्र के विकास में योगदान मिले। मैं चाहता हूं कि देश तकनीकी रूप से उन्नत हो और सभी क्षेत्रों में विकास देखें। अंत में, मैं चाहता हूं कि भारत एक ऐसा देश हो जहां महिलाओं के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान अवसर दिए जाते हैं।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (300 शब्द)

भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहु-भाषी और बहु-धार्मिक समाज है जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रगति देखी है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो और भी अधिक गति से आगे बढ़े और कुछ ही समय में विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाए। यहां ऐसे प्रमुख क्षेत्र हैं जिन्हें बेहतर जगह बनाने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है:

शिक्षा और रोजगार : मैं भारत का सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित हो और रोजगार के योग्य अवसर पा सके। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे राष्ट्र के विकास और विकास को कोई नहीं रोक सकता।

जाति और धार्मिक मुद्दे:  मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां लोगों को उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। इससे राष्ट्र को मजबूत बनाने में काफी मदद मिलेगी।

औद्योगिक और तकनीकी विकास:  जबकि भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखा है, यह अभी भी कई अन्य देशों के बराबर नहीं है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो तकनीकी रूप से आगे बढ़े और हर क्षेत्र में तेजी देखे।

भ्रष्टाचार:  देश में बहुत भ्रष्टाचार है और इसकी दर केवल दिन पर दिन बढ़ रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार मुक्त भारत हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां देश की बेहतरी सरकार का एकमात्र एजेंडा होगा।

लिंग भेदभाव:  यह देखना दुखद है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित करने के बाद भी महिलाओं को अब भी पुरुषों से नीचा माना जाता है। मैं भारत का सपना देखती हूं जहां कोई लैंगिक भेदभाव नहीं है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करते हैं और जीवन की अच्छी गुणवत्ता का आनंद लेते हैं।

मेरे सपनों का भारत पर अनुच्छेद, paragraph on india of my dreams in hindi (400 शब्द)

भारत विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोगों के घर होने पर गर्व करता है। देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। पिछले कुछ दशकों में इसने विभिन्न उद्योगों में तेजी देखी है। हालांकि, हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन्हें हमें एक आदर्श राष्ट्र बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है:

दरिद्रता:  देश में बहुत आर्थिक असमानता है। यहां अमीर अमीर होते जा रहे हैं और गरीब दिन पर दिन गरीब होते जा रहे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां नागरिकों के बीच धन समान रूप से वितरित किया जाता है।

शिक्षा:  शिक्षा का अभाव राष्ट्र के विकास में मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रयास कर रही है। हालांकि, यह भी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षा चाहता है।

रोज़गार:  देश में रोजगार के अच्छे अवसरों की कमी है। यहां तक ​​कि जो अच्छी तरह से योग्य हैं वे योग्य नौकरी पाने में विफल हैं। बेरोजगारों के बीच असंतोष का स्तर अधिक है और वे अक्सर अपराध का रास्ता अपनाते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी के लिए रोजगार के समान अवसर प्रदान करे ताकि हम में से प्रत्येक अपने देश की वृद्धि और बेहतरी के लिए काम करे।

जातिवाद:  जातिवाद एक अन्य प्रमुख मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ लोगों को उनकी जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।

लिंग भेदभाव:  मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है और उन्हें पुरुषों के बराबर माना जाता है। यह एक ऐसा स्थान होगा जहाँ महिला सुरक्षा का अत्यधिक महत्व होगा।

भ्रष्टाचार:  मैं भ्रष्टाचार से मुक्त भारत का सपना देखता हूं। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां राजनीतिक नेता अपने स्वार्थों को पूरा करने के बजाय देशों की सेवा करने के लिए समर्पित होंगे।

तकनीकी विकास:  भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी है। मैं चाहता हूं कि यह और भी अधिक गति से बढ़े और पहली दर वाले देशों के बीच अपनी जगह बनाने के लिए नई ऊंचाइयों को प्राप्त करे।

निष्कर्ष:

मैं भारत का सपना देखता हूं जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक / सामाजिक स्थिति के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हैं। निष्पक्ष होना चाहिए और सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

मेरे सपनों का भारत पर लेख, article on india of my dreams in hindi (500 शब्द)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहाँ समानता की स्वतंत्रता का सही मायने में आनंद लिया जाता है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म या सामाजिक / आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। मैं इसे एक ऐसी जगह के रूप में भी देखता हूं जहां औद्योगिक और तकनीकी विकास की प्रचुरता है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:

महिला सशक्तिकरण:  हालांकि अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं लेकिन हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ अभी भी बहुत भेदभाव है। कन्या भ्रूण हत्या से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों तक सीमित रखने के लिए बहुत से ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर काम करने की आवश्यकता है।

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालाँकि, हमें अभी भी समाज की मानसिकता को बदलने पर बहुत काम करना है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो महिलाओं को एक संपत्ति के रूप में देखता है और एक दायित्व नहीं है। मैं चाहता हूं कि यह एक ऐसी जगह हो जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।

शिक्षा:  यद्यपि भारत सरकार शिक्षा प्राप्त करने के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, फिर भी देश में बहुत से लोग इसके महत्व को महसूस नहीं कर रहे हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य है। सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए एक कदम आगे बढ़ना चाहिए कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से रहित नहीं है।

रोजगार के अवसर:  देश में कई योग्य युवा अच्छे रोजगार के अवसर प्राप्त करने में विफल हैं। अवसर या तो सीमित हैं या योग्य उम्मीदवारों को पर्याप्त भुगतान नहीं करते हैं। इसका मुख्य कारण कमजोर औद्योगिक विकास है। आरक्षण जैसे कुछ अन्य कारक हैं जो योग्य उम्मीदवारों को अच्छा अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं।

भारत में रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त करने में असफल रहने वाले कई युवा विदेशों में उड़ान भरते हैं और दूसरे देशों के आर्थिक विकास के लिए काम करने का मन बनाते हैं, जबकि अन्य बेरोजगार घूमते हैं।

जाति भेद:  देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं है। यह देखना दुखद है कि निचले और कमजोर तबके के लोग देश के कुछ हिस्सों में अपने बुनियादी अधिकारों से कैसे वंचित हैं।

इसके अलावा, विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह हैं जो लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के बारे में बीमार होने के लिए उकसाते हैं। इससे अक्सर देश में अशांति फैलती है। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां लोगों को उनकी जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है।

भ्रष्टाचार:  भ्रष्टाचार एक मुख्य कारण है कि भारत उस गति से नहीं बढ़ पा रहा है जिस गति से उसे होना चाहिए। देश की सेवा करने का प्रयास करने के बजाय, यहां के राजनीतिक नेता अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जहां मंत्री पूरी तरह से समर्पित हैं और पूरी तरह से देश और उसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित हैं।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जो अपने सभी नागरिकों को समान मानता है और उन्हें किसी भी मापदंड के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। मैं एक ऐसी जगह का सपना देखती हूं जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है और उन्हें पुरुषों के बराबर देखा जाता है। मैं यह भी चाहता हूं कि भारत आने वाले समय में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति देखे।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध, essay on india of my dreams in hindi (600 शब्द)

भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न जातीय समूहों, जातियों और धर्मों के लोग सौहार्दपूर्वक रहते हैं। यह एक समृद्ध, विविध सांस्कृतिक विरासत का दावा करता है। हालांकि लंबे समय तक उपनिवेश रहा, लेकिन भारत ने अपनी आजादी के बाद से एक लंबा सफर तय किया है।

पिछले कुछ दशकों में इसने बहुत बड़ी सामाजिक और आर्थिक वृद्धि देखी है। हालाँकि, काउंटी में बहुत अधिक आर्थिक और सामाजिक असमानता है। देश के कई हिस्सों में लोगों को उनकी जाति और धार्मिक प्राथमिकताओं के कारण नीचे देखा जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहाँ हर नागरिक को समानता की सच्ची स्वतंत्रता प्राप्त होगी।

सुधार के क्षेत्र:

ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन्हें आगे बढ़ने और विकसित करने के लिए हमारे देश को अभी भी काम करने की आवश्यकता है। यहां उन चार प्रमुख क्षेत्रों पर एक नज़र डाली गई है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है:

शिक्षा:  शिक्षा किसी भी राष्ट्र के लिए बिल्डिंग ब्लॉक है। हमारे देश में एक बड़ी कमी यह है कि लोग अभी भी शिक्षा के महत्व को नहीं पहचानते हैं। गरीबी या गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोग विशेष रूप से शिक्षित होने के महत्व को नजरअंदाज करते हैं।

उन्हें एहसास नहीं है कि शिक्षा की कमी उनकी गरीबी के लिए जिम्मेदार मुख्य कारकों में से एक है। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि अधिक से अधिक लोगों को बच्चों के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने के साथ-साथ वयस्क शिक्षा स्कूल खोलने के माध्यम से शिक्षा तक पहुंच हो। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहाँ हर नागरिक शिक्षित और कुशल होगा।

लिंग भेदभाव:  लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरूरत है। जबकि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कर रही हैं, फिर भी उन्हें समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा।

देश के कई हिस्सों में अभी भी बालिकाओं के जन्म को अभिशाप माना जाता है। लड़कियों को उच्च अध्ययन के लिए जाने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि जो लोग अच्छी तरह से योग्य हैं, उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे बाहर काम करने के बजाय अपने परिवार के विवाह के बाद विवाह करें।

काम के समय महिलाओं को मिलने वाला वेतन पुरुषों के वेतन से कम होता है और भेदभाव की सूची बनती है। मैं भारत का सपना देखती हूं जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित है।

तकनीकी उन्नति:  जबकि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत अधिक वृद्धि और उन्नति देखी है, फिर भी इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है।

यह देखना दुखद है कि देश से प्रतिभाशाली दिमाग रोजगार के अवसरों की तलाश में विदेश जाते हैं और अपने देश के विकास में योगदान देने के बजाय उन देशों की तकनीकी और औद्योगिक प्रगति में योगदान करते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो योग्य लोगों को रोजगार के अच्छे अवसर प्रदान करता है और सभी मिलकर देश की आगे की तकनीकी प्रगति की दिशा में काम करते हैं।

अपराध दर:  भारत में अपराध की दर दिन ब दिन बढ़ रही है। प्रत्येक दिन बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले सामने आते हैं और कई अन्य लोगों पर किसी का ध्यान नहीं जाता है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी प्रमुख रूप से इसके प्रति विशेषता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील है। यह सभी प्रकार के अपराध और शोषण से मुक्त जगह होगी।

भारत ने पिछले कुछ दशकों में कई अन्य क्षेत्रों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी प्रगति और प्रगति देखी है। हालांकि, अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। कभी समृद्धि का आनंद लेने के कारण भारत को स्वर्णिम गौरैया कहा जाता था।

मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। मैं यह नहीं चाहता कि यह सिर्फ आर्थिक समृद्धि का आनंद ले, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी समृद्ध हो। देश के सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए और कोई भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Thanks A lot for this essay it helped me a lot

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मेरा सपना पर छोटा निबंध। Short essay on my dream in hindi

मेरा सपना पर छोटा निबंध। Short essay on my dream in hindi : प्रत्येक मनुष्य स्वप्न देखता है। यदि जीवन में कुछ करना है तो स्वप्न देखना भी अत्यावश्यक है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भी बच्चों से सदैव यही कहते हैं कि ‘बड़ा स्वप्न देखो और बड़ा आदमी बनो।’ बचपन से मेरा भी सपना था कि मैं पायलट बनूँ। आकाश में हवाई जहाज उड़ाऊँ। इसके लिए सबसे पहले मैंने अध्यापक को अपने स्वप्न के बारे में बताया तो उन्होंने मुझे सलाह दी कि सबसे पहले मैं गणित¸विज्ञान और भौतिक शास्त्र विषयों से प्रथम श्रेणी में बारहवीं उत्तीर्ण करूँ।

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मेरा सपना पर निबंध (Essay On My Dream In Hindi)

मेरा सपना है की मेरे देश में सर्वपर्थम सारी श्रेष्टता,अच्छाई और दिव्य स्वरूप प्रस्तुत होता रहे। इस देश को विश्व का गुरु और शिरोमणि देश कहने के कई आधारभूत कारण है। हमारे देश की महानता को संक्षिप्त रूप में इस प्रकार प्रस्तुत किया जा सकता है, की हमारा देश हिमालय के आंगन में बसा हुआ है।

मेरा सपना मेरे देश और मुझमे अपार सहन शक्ति विधमान होये

मेरा सपना नारियो पर पश्चिमी सभ्यता का प्रभाव

मेरे देश की नारिया भले ही पश्चिमी सभ्यता को अपनाये पर किसी भी कार्य में पीछे भी नहीं है। तभी तो हमारे देश में कई महान विभूतियों ने जन्म लिया और हमारे देश का नाम किया। इसलिए मेरा सपना है की मेरे देश की नारी हर क्षेत्र में अव्वल रहे, कोई भी इसे हिला ना सके और नाही पीछे करे। इसलिए पश्चिमी सभ्यता को अपनाये पर प्रगति के लिए यही मेरा सपना है।

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध (India Of My Dreams Essay in Hindi) 200, 300, 400, 500, शब्दों मे

essay on my dream in hindi

India Of My Dreams Essay in Hindi – भारत वह जगह है जहाँ विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक दूसरे के साथ सद्भाव से रहते हैं। हालांकि, देश के कई हिस्सों में किसी व्यक्ति के लिंग, जाति, पंथ, धर्म और आर्थिक स्थिति के आधार पर भेदभाव किया जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां इस तरह का कोई भेदभाव नहीं होगा। भारत ने पिछले कुछ दशकों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में बहुत विकास देखा है।

मैं भारत को एक पूर्ण विकसित देश के रूप में देखने का सपना देखता हूं जो न केवल उपरोक्त क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करता है बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को बरकरार रखता है। परीक्षा या निबंध लेखन प्रतियोगिता के दौरान स्कूल में विषय के साथ आपकी मदद करने के लिए ‘मेरे सपनों का भारत’ पर अलग-अलग लंबाई के निबंध यहां दिए गए हैं।

मेरे सपनों का भारत पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines on India of My Dreams in Hindi)

  • 1) मुझे अपने सपनों का भारत देखना अच्छा लगता है।
  • 2) मैं अपने देश में सभी को खुश देखना चाहता हूँ।
  • 3) राष्ट्र में कोई अपराध नहीं होना चाहिए।
  • 4) मैं चाहता हूं कि भारत में कोई भी गरीब न रहे।
  • 5) मैं चाहता हूं कि भारत में भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए।
  • 6) मैं चाहता हूं कि मेरे देश में सबसे अच्छी तकनीक हो।
  • 7) मैं चाहता हूँ कि भारत का प्रत्येक नागरिक शिक्षित हो।
  • 8) शिक्षित लोग भारत की प्रगति में मदद करेंगे।
  • 9) मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग एकता के साथ रहें।
  • 10) मैं भारत को दुनिया का सबसे अच्छा और समृद्ध राष्ट्र बनाने का सपना देखता हूं।

मेरे सपनों का भारत पर 20 लाइनें (20 Lines on India of My Dreams in Hindi)

  • 1) एक राष्ट्र के रूप में मेरे सपनों का भारत भ्रष्टाचार से मुक्त होना चाहिए।
  • 2) मेरे सपनों के भारत में हर नागरिक शिक्षित और साक्षर हो।
  • 3) भारत में सभी नागरिकों को योग्य रोजगार के अवसर खोजने में सक्षम होना चाहिए।
  • 4) मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां हर नागरिक को सद्भाव और शांति से रहना चाहिए।
  • 5) भारत को कुशल जनशक्ति के साथ विनिर्माण और स्वचालन का केंद्र बनना चाहिए।
  • 6) आधुनिक भारत में नागरिकों के बीच लिंग, जाति और पंथ के बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
  • 7) मेरे सपनों के भारत में महिलाओं को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अधिक सशक्त और सुरक्षित महसूस करना चाहिए।
  • 8) भारत में प्रत्येक नागरिक का जीवन स्तर सभ्य होना चाहिए जिसका अर्थ है स्वास्थ्य, आवास और शिक्षा तक बेहतर पहुंच।
  • 9) मेरे सपनों के भारत में सड़कों और रेलवे के मामले में बेहतर संपर्क होना चाहिए।
  • 10) वैज्ञानिकों का एक पूल बनाने के लिए भारत को अनुसंधान और विकास पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
  • 11) मेरे सपनों के भारत में किसानों को जीवन की सभी बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए।
  • 12) मेरे सपनों के भारत में लोगों को यातायात के नियमों का ठीक से पालन करना चाहिए।
  • 13) भारत के लोगों को स्वास्थ्य और स्वच्छता को अत्यधिक महत्व देना चाहिए।
  • 14) मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां नागरिक और सरकार लोगों की सुरक्षा को महत्व देते हैं।
  • 15) भारत सांप्रदायिकता से मुक्त होना चाहिए और समान नागरिक संहिता को पारित करने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए।
  • 16) मेरे सपनों के भारत में नियंत्रित जनसंख्या वृद्धि होनी चाहिए जिसे केवल साक्षरता और शिक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
  • 17) मेरे सपनों का भारत बिजली, सामान और सेवाओं के उत्पादन में अग्रणी होना चाहिए।
  • 18) प्रत्येक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए और भाईचारे की भावना रखनी चाहिए।
  • 19) मेरे सपनों के भारत में हर नागरिक को एक एक पेड़ लगाने और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
  • 20) भारत को लाखों लोगों को रोजगार देने वाली संस्कृति, कला, संगीत, नाटक, खेल, वास्तुकला और हस्तशिल्प के क्षेत्र में अग्रणी होना चाहिए।

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मेरे सपनों का भारत पर हिंदी में लंबा और छोटा निबंध

हमने नीचे हिंदी में मेरे सपनों का भारत पर छोटे और लंबे निबंध उपलब्ध कराए हैं। ये मेरे सपनों का भारत निबंध सरल हिंदी में लिखे गए हैं ताकि याद किया जा सके और आसानी से आवश्यकता पड़ने पर प्रस्तुत किया जा सके।

निबंधों को पढ़ने के बाद, आप एक आदर्श भारत को अपने सपनों का भारत बनाने के लिए आवश्यक आवश्यकताओं को जानेंगे।

आप यह भी जानेंगे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून और व्यवस्था के क्षेत्र में सुधार आपको अपने सपने को साकार करने में कैसे मदद करेगा। ये निबंध आपको स्कूल या कॉलेज की प्रतियोगिताओं जैसे निबंध लेखन, वाद-विवाद, भाषण देने आदि में मदद करेंगे।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 1 (200 शब्द)

भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोग इस देश में शांति से रहते हैं। हालाँकि, लोगों के कुछ समूह लोगों को अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उकसाने की कोशिश करते हैं, जिससे देश में शांति बाधित होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जो ऐसी विभाजनकारी प्रवृत्तियों से रहित हो। यह एक ऐसा स्थान होना चाहिए जहां विभिन्न जातीय समूह एक दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हों।

मैं भारत को एक ऐसे राष्ट्र के रूप में देखने का भी सपना देखता हूं जहां हर नागरिक शिक्षित हो। मैं चाहता हूं कि मेरे देश के लोग शिक्षा के महत्व को समझें और यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे कम उम्र में छोटे-मोटे काम करने के बजाय शिक्षा प्राप्त करें। वयस्क जो अपने बचपन के दौरान अध्ययन करने का अवसर खो चुके हैं, उन्हें भी बेहतर नौकरी खोजने के लिए शिक्षा प्राप्त करने के लिए वयस्क शिक्षा कक्षाओं में शामिल होना चाहिए।

मैं चाहता हूं कि सरकार सभी के लिए रोजगार के समान अवसर प्रदान करे ताकि युवाओं को योग्य नौकरियां मिलें और देश के विकास में योगदान दें। मैं चाहता हूं कि देश तकनीकी रूप से उन्नत बने और सभी क्षेत्रों में विकास देखे। अंत में, मैं चाहता हूं कि भारत एक ऐसा देश बने जहां महिलाओं के साथ सम्मान के साथ व्यवहार किया जाता है और उन्हें पुरुषों के समान अवसर दिए जाते हैं।

भारत के सपने पर निबंध 2 (300 शब्द)

भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहुभाषी और बहु-धार्मिक समाज है जिसने पिछली शताब्दी में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार प्रगति देखी है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो और भी तेज गति से आगे बढ़ता है और कुछ ही समय में विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाता है। इसे बेहतर जगह बनाने के लिए यहां प्रमुख क्षेत्र हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है:

  • शिक्षा और रोजगार

मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां हर नागरिक शिक्षित हो और रोजगार के योग्य अवसर पाने में सक्षम हो। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्तियों से भरे हुए राष्ट्र की वृद्धि और विकास को कोई नहीं रोक सकता।

  • जाति और धार्मिक मुद्दे

मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां लोगों के साथ उनकी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। यह राष्ट्र को मजबूत करने में काफी मददगार साबित होगा।

  • औद्योगिक और तकनीकी विकास

जबकि भारत ने पिछले कुछ दशकों में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखा है, यह अभी भी कई अन्य देशों के बराबर नहीं है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो तकनीकी रूप से आगे बढ़ता है और हर क्षेत्र में तेजी देखता है।

देश में बहुत भ्रष्टाचार है, और इसकी दर केवल दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। आम आदमी भ्रष्ट राजनेताओं के हाथों पीड़ित है जो केवल अपने स्वार्थों को पूरा करने में रुचि रखते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार से मुक्त हो। यह वह जगह होगी जहां देश की बेहतरी सरकार का एकमात्र एजेंडा होगा।

  • लैंगिक भेदभाव

यह देखकर दुख होता है कि जीवन के हर क्षेत्र में खुद को साबित करने के बाद भी महिलाओं को पुरुषों से हीन समझा जाता है। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां कोई लैंगिक भेदभाव नहीं है। यह एक ऐसी जगह होगी जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाता है।

संक्षेप में, मेरे सपनों का भारत वह होगा जहां लोग खुश और सुरक्षित महसूस करें और जीवन की अच्छी गुणवत्ता का आनंद लें।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 3 (400 शब्द)

भारत को विभिन्न जातियों, पंथों और धर्मों के लोगों का घर होने पर गर्व है। यह देश अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता में एकता के लिए जाना जाता है। इसने पिछले कुछ दशकों में विभिन्न उद्योगों में भी उछाल देखा है। हालाँकि, हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। यहाँ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर हमें एक आदर्श राष्ट्र बनाने के लिए काम करने की आवश्यकता है:

देश में आर्थिक विषमता बहुत है। यहां के अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और गरीब दिन पर दिन गरीब होते जा रहे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां धन नागरिकों के बीच समान रूप से वितरित किया जाता है।

शिक्षा का अभाव राष्ट्र के विकास में मुख्य बाधाओं में से एक है। सरकार शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही है। तथापि, इसे यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए कि देश का प्रत्येक व्यक्ति शिक्षा प्राप्त करना चाहता है।

देश में रोजगार के अच्छे अवसरों की कमी है। यहां तक ​​कि जो अच्छी तरह से योग्य हैं, वे भी योग्य नौकरी पाने में असफल रहते हैं। बेरोजगार अत्यधिक असंतुष्ट हैं, और वे अक्सर अपराध की राह पकड़ लेते हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं जो सभी के लिए समान रोजगार के अवसर प्रदान करता है ताकि हम में से प्रत्येक अपने देश के विकास और बेहतरी के लिए काम करे।

जातिवाद एक अन्य प्रमुख मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोगों के साथ उनकी जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है और पुरुषों के बराबर माना जाता है। यह वह जगह होगी जहां महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।

मैं भारत को भ्रष्टाचार मुक्त देश के रूप में देखने का सपना देखता हूं। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां राजनीतिक नेता अपने स्वयं के स्वार्थों को पूरा करने के बजाय देश की सेवा करने के लिए समर्पित होंगे।

  • तकनीकी विकास

भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से विकास देखा है। मैं चाहता हूं कि यह और भी तेज गति से बढ़े और नई ऊंचाइयों को छूकर पहले दर्जे के देशों में अपनी जगह बनाए।

मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां विभिन्न जातियों, पंथों, धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक/सामाजिक स्थितियों के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सद्भाव में रहते हैं। निष्पक्ष खेल होना चाहिए, और सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 4 (500 शब्द)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां समानता की स्वतंत्रता का वास्तविक अर्थों में आनंद उठाया जा सके। यह एक ऐसा स्थान होगा जहां किसी व्यक्ति की जाति, पंथ, धर्म या सामाजिक/आर्थिक स्थिति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। मैं इसे एक ऐसी जगह के रूप में भी देखता हूं जो औद्योगिक और तकनीकी विकास की प्रचुरता को देखता है। यहां कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है:

महिला सशक्तिकरण

हालाँकि अधिक से अधिक महिलाएं अपने घरों से बाहर निकल रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रही हैं, फिर भी हमारे देश में महिलाओं के खिलाफ बहुत भेदभाव है। कन्या भ्रूण हत्या से लेकर महिलाओं को घरेलू कार्यों तक सीमित करने तक, ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं जिन पर काम करने की आवश्यकता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी संगठन आगे आए हैं। हालाँकि, हमें अभी भी समाज की मानसिकता को बदलने के लिए बहुत काम करना है। मैं भारत का सपना देखता हूं जो महिलाओं को एक संपत्ति के रूप में देखता है, दायित्व के रूप में नहीं। मैं चाहता हूं कि यह वहां हो जहां पुरुषों और महिलाओं को समान माना जाए।

हालांकि भारत सरकार शिक्षा प्राप्त करने के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन देश में बहुत से लोग अभी भी इसके महत्व को नहीं समझते हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसी जगह होगी जहां शिक्षा को सभी के लिए अनिवार्य कर दिया जाएगा। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।

रोजगार के अवसर

देश में कई योग्य युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर नहीं मिल पाते हैं। अवसर सीमित हैं या योग्य उम्मीदवारों को पर्याप्त भुगतान नहीं करते हैं। यह मुख्य रूप से कमजोर औद्योगिक विकास के कारण है। अन्य कारक, जैसे आरक्षण, योग्य उम्मीदवारों को अच्छे अवसर प्राप्त करने से रोकते हैं। कई युवा जो भारत में रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त करने में विफल रहते हैं, वे विदेश चले जाते हैं और अपना मन दूसरे देशों की आर्थिक वृद्धि के लिए काम करने में लगाते हैं, जबकि अन्य बेरोजगार घूमते हैं।

जातिगत भेदभाव

देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से पूरी तरह मुक्त नहीं हुआ है। यह देखना दुखद है कि कैसे देश के कुछ हिस्सों में निचले और कमजोर वर्गों के लोगों को उनके मूल अधिकारों से भी वंचित रखा जाता है। इसके अलावा, विभिन्न कट्टरपंथी और अलगाववादी समूह लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के बारे में गलत बातें करने के लिए उकसाते हैं। यह अक्सर देश में अशांति का कारण बनता है। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां लोग जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते।

भ्रष्टाचार मुख्य कारणों में से एक है जिसकी वजह से भारत को उस गति से विकास नहीं करना चाहिए जैसा उसे करना चाहिए। यहां के नेता देश की सेवा करने के बजाय अपनी जेबें भरने में लगे हैं। मैं भारत का सपना देखता हूं, जहां मंत्री पूरी तरह से और पूरी तरह से देश और इसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: (FAQs)

Q.1 भारत का पूरा नाम क्या है.

उत्तर. भारत का पूरा नाम रिपब्लिक ऑफ इंडिया है।

Q.2 भारत कब अस्तित्व में आया?

उत्तर. भारत लगभग 250000 वर्ष पूर्व अस्तित्व में आया।

Q.3 बाघ से पहले भारत का राष्ट्रीय पशु क्या था?

उत्तर. बाघ से पहले एशियाई शेर भारत का राष्ट्रीय पशु था।

Q.4 भारत के किस राज्य को ‘भारत का मसाला उद्यान’ कहा जाता है?

उत्तर. दक्षिण भारतीय राज्य केरल को भारत का मसाला उद्यान कहा जाता है।

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मेरे सपनों का भारत निबंध Mere Sapno Ka Bharat Essay in Hindi

हेलो दोस्तों आज हमने इस आर्टिकल पर मेरे सपनों का भारत पर एक निबंध (India of My Dreams Essay in Hindi) है। इसमें मैंने कल्पना की है कि में अपने भारत को कैसा देखता चाहती हूँ। हो सकता है आपको मेरी यह कल्पना आज के भारत से आपको बहुत अलग लगे। 

हम सब जानते हैं कि हमारा भारत एक महान देश है जहां विभिन्न तरह की संस्कृतियां और अनेक धर्म के लोग रहते हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा महान देश है जहां पर लोगों के प्रति जाति धर्म लिंग रूप अथवा अन्य किसी प्रकार के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं होता हो। तो आईये में आपको मेरे सपनों के भारत के बारे में विस्तार में बताती हूँ।

Table of Contents

प्रस्तावना Introduction

मेरे भारत में विभिन्न प्रकार के लोग रहते हैं।  भारत में अनेक प्रकार की संस्कृतिया , अनेक धर्म, अनेक भाषाएं हैं जहां लोगों के प्रति जाती पाती  पर भेदभाव नहीं होता है। भारत एक प्रगतिशील देश है। 

लोगों को शिक्षा मिले

शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जिससे किसी भी देश एक विकसित देश बन सकता है। आज भी हमारे देश में बहुत से लोग अशिक्षित हैं जिससे हमारे देश का विकास नहीं हो पा रहा है। साथ ही उनको सही रोज़गार नहीं मिल पा रहा है।

मेरे सपनों का भारत एक विकसित देश बने यहां का कोई भी नागरिक और अशिक्षित ना हो सब शिक्षित हो। भारत का प्रत्येक नागरिक शिक्षा के प्रति जागरूक हो। जब सब घर में लोग शिक्षित होंगे तो हमारे भारत के विकास को कोई नहीं रोक सकता। इसलिए मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों के भारत के लोग सब कोई शिक्षित हों। 

सबको रोज़गार मिले

किसी भी विकासशील देश में रोज़गार की कमी नहीं होती है। विकसित देश को रोज़गार तथा अन्य विषय के पैमाने में मापा जाता हैं। देश का विकसित होना उसके रोज़गार पर निर्भर करता है। 

हम सभी जानते हैं कि आज हमारे भारत में रोज़गार को लेकर क्या हालत है। भारत में उन लोगों को भी रोज़गार नहीं मिल पा रहा है जो उसके काबिल हैं। बेरोज़गारी की समस्या भारत में दिनों दिन बढ़ती जा रही है। जब किसी देश में बेरोज़गारी की समस्या बढ़ती है तो उस देश में अपराध भी बहुत होते हैं। भारत में बेरोज़गारी के कारण भारत का विकास पर रुका हुआ है। 

मेरा मानना है कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए जहां कहीं भी बेरोज़गारी ना हो। व्यक्ति को समान रूप से रोज़गार मिले जिससे वे अपने देश के आर्थिक स्थिति सुधार सकें जिससे हमारे देश का विकास हो। और एक प्रगतिशील देश बने। देश के विकास के लिए अत्यंत जरूरी है। 

देश से गरीबी दूर हो

हम जानते हैं कि हमारे भारत देश में गरीबी एक बहुत बड़ी समस्या है जहां लोगों को रहने के लिए घर और खाने के लिए खाना नहीं मिल रहा है। गरीबी की यह जिंदगी नर्क से भी कम नहीं है। भारत देश में  आर्थिक असमानता बहुत है। 

जो गरीब है वह दिनोंदिन और भी गरीब होते जा रहा है और जो अमीर है वह दिनों दिन और भी अमीर होते जा रहा है मेरे सोच के अनुसार मेरे सपनों का भारत आज के भारत से कुछ अलग है। जहां सभी के पास पैसे हैं रहने के लिए मकान हो खाने के लिए खाना हो पहनने के लिए कपड़ा हो। मेरे सपनों के भारत में सभी नागरिकों को समान अधिकार मिले।

लोगों के बीच भेदभाव न हो

आज के इस आधुनिक समय में भी भारत देश में भेदभाव किया जाता है।  भारत में आज भी लोगों के साथ जाति धर्म रंग रूप आर्थिक स्थिति अथवा अन्य किसी आधार पर लोग भेदभाव करते हैं। 

मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत ऐसा हो जहां किसी भी लोगों के साथ भेदभाव ना किया जाए। मेरा मानना है कि भारत के लोगों के साथ जाति धर्म रंग रूप किसी भी प्रकार से भेदभाव ना हो सबको समान अधिकार हो।

पढ़ें: गणतंत्र दिवस पर भाषण

देश से भ्रष्टाचार ख़त्म हो जाये

आज हमारे देश में भ्रष्टाचार बहुत ही तेजी से फैल रहा है यह एक बीमारी की तरह है यदि इसे नहीं रोका गया तो हमारा  भारत पूरा नष्ट हो जाएगा। भ्रष्टाचार का प्रभाव अत्यंत ही व्यापक है। जीवन का कोई भी क्षेत्र इसके प्रभाव से मुक्त नहीं है। भ्रष्टाचार के कारण कोई  रिश्वत लेते हुए भी पकड़ा जाता है और रिश्वत देकर ही वह छूट जाता है। 

मेरे सपनों का भारत देश ऐसा होना चाहिए जहां भ्रष्टाचार ना हो। भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कठोर से कठोर व्यवस्था और कानून बनाने हो। लोगों को स्वयं के अंदर हिमत  होनी चाहिए तभी हम भ्रष्टाचार को रोक सकते हैं। 

जाति और धर्म के मुद्दे समाप्त हो जाएँ

जब किसी देश में राजनेता जाति और धर्म के  मुद्दे में जनता के बीच विरोधी पैदा करते हैं। जिसके कारण उस देश में बटवारा और पतन निश्चय है। भारत में जातिवादी के नाम पर राजनेता लोग जनता के बीच नफरत पैदा कर देते हैं। और धर्म को लेकर लोगों के साथ भेदभाव करते हैं। 

मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत  ऐसा हो जहां जाति धर्म पर भेदभाव ना हो और सबको समान अधिकार हो। धर्म को लेकर लोगों के मन में एक दूसरों के प्रति भेदभाव ना हो। 

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिले

आज के इस आधुनिक युग में भारत के कई स्थानों पर महिला को  घरेलू कामकाज के लिए समझा जाता है। लोगों को लगता है कि महिला घर पर  रह सकती हैं। लेकिन कुछ समय पहले महिला सशक्तिकरण का अभियान चलाया गया। जिससे लोगों को भी पता चल सके कि महिला किसी से कम नहीं है। 

महिला सशक्तिकरण के अभियान से हमें धीरे-धीरे यह देखने को मिल रहा है कि महिलाएं घर से बाहर निकल रही हैं और पुरुष के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत ऐसा हो जहां पुरुष और महिला को समान अधिकार दिया जाए। और महिला को कभी भी पुरुष से कम ना समझा जाए। 

औद्योगिक और तकनीकी विकास हो

किसी भी देश को विकसित मानने में कई पैमाने होते हैं जब किसी भी देश में तकनीकी  विकास होता है तो वहां के लोग तकनीकी के क्षेत्र में हमेशा आगे रहते हैं। 

भारत में पिछले कुछ दशक में औद्योगिक और तकनीकी विकास देखने को मिल रहा है। भारत में और भी तकनीकी विकास की जरूरत है।  भारत आज भी एक विकासशील देश है मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए की औद्योगिक और तकनीकी का विकास हो और मेरा भारत एक  विकासशील देश बने। 

अपराध दर में कमी आये

अपराध एक ऐसा शब्द है जिसको सुनने से ही ऐसा लगता है कि उस देश का नागरिक जरूर खतरे में है। भारत में समय के साथ अपराध दर  बढ़ते जा रहा है हम सभी जानते हैं कि जैसे बलात्कार, चोरी, डकैती, अपहरण, हत्या जैसे अनेक कांड सुनने को मिल रहे हैं। बहुत से मामलों में केस दर्ज नहीं होता है तो बहुत से मामलों में केस दर्ज होता है बहुत से मामलों के केसों की सुनवाई बहुत लेट होती है जिसके कारण सही टाइम पर इंसाफ नहीं मिल पाता है। 

अगर अपराध बढ़ रहा है तो इसका क्या कारण है बेरोजगारी अशिक्षा और गरीबी।  मेरी इच्छा यह है कि मेरे सपनों का भारत ऐसा हो जहां पर कोई भी अपराध ना हो और लोग कानून पर भरोसा करें। 

कृषि क्षेत्र विकास हो

किसान अपने देश को खाने के लिए भोजन प्रदान करता है। किसान हमारे देश का एक मुख्य हिस्सा होते हैं। हम सबको पता है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। लेकिन फिर भी हमारे देश में। किसानों की हालत बहुत ही बुरी है। हम सब जानते हैं कि किसान प्रतिदिन आत्महत्या कर रहा है।

किसानों की हालत को सुधारने के लिए भारत सरकार ने कई  प्रकार की योजनाएं चलाई है। जिससे किसानों को सहायता मिल सके। मैं चाहती हूं कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए की किसानों को सबसे ऊपर रखा जाए। क्योंकि वह हमें खाने के लिए अनाज प्रदान करते हैं।

निष्कर्ष Conclusion

मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए जहां पर सबको समान अधिकार मिले जहां लोग खुशी और सुरक्षित महसूस करें और अच्छा जीवन जी सकें। आशा करते हैं आपको यह निबंध – मेरे सपनों का भारत अच्छा लगा होगा ।

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध

Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh : हमारा देश भारत जो पूरी तरह से संस्कृति और धर्म के नाम पर जाना जाता है। लेकिन भविष्य में हमारे देश की यह संस्कृति भविष्य में धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है। क्योंकि भारत देश मैं दिन प्रतिदिन टेक्नोलॉजी और समय का अभाव बढ़ता जा रहा है।

जिसकी वजह से लोग अपने धर्म पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रहे हैं और नहीं अपने आने वाली पीढ़ी को धर्म के बारे में सिखा रहे हैं। साथ ही साथ संस्कृति की बात करें तो भारत की पुरानी संस्कृति अब दिखाई नहीं दे रही है। भारत देश जिसे संस्कृति, जाति, पंथ, अलग-अलग धर्म और अलग-अलग भाषाओं के रूप में जाना जाता है। लेकिन भविष्य में भारत के अनोखे तथ्य खत्म होने वाले हैं।

मेरे सपनों का भारत (mere sapnon ka bharat) जिसमें आपको जातिवाद शिक्षा अलग-अलग प्रकार की कुर्तियां इत्यादि देखने को नहीं मिलेगी। लोगों को इस प्रकार की पुरानी परंपराओं से पूरी तरह से छुटकारा मिल जाएगा।

Mere sapno ka bharat par nibandh

हम यहां पर अलग-अलग शब्द सीमा में मेरे सपनों का भारत पर निबंध हिंदी में (mere sapno ka bharat essay in hindi) शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होगा।

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध | Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 100 शब्द (essay on india of my dreams in hindi).

देश को आजाद हुए काफी साल हो गए हैं। लेकिन अभी भी देश में कई प्रकार की ऐसी समस्याएं हैं, जो दूर नहीं हुई है। भविष्य में यह समस्याएं दूर हो सकती है। मेरे सपनों का भारत जिसमें शिक्षा प्राथमिक रूप से लड़की और लड़के दोनों के लिए अनिवार्य हो जाएगी। इससे देश में जागरूकता बढ़ेगी, भेदभाव कम होगा। हमारे सपनों का भारत जो पूरी तरह से डिजिटल तकनीकों पर चलने वाला है।

यहां पर महिलाओं को शिक्षा के साथ-साथ नौकरी में भी स्वतंत्रता मिलेगी। कहने का मतलब यह है कि नौकरी भी महिलाएं व पुरुष बेइज्जत कर पाएंगे। हमारे सपनों का भारत जिसमें शिक्षा में मुख्य रूप से बढ़ोतरी होगी और वर्तमान की सबसे बड़ी समस्या बढ़ती हुई जनसंख्या पर भी नियंत्रण हो पाएगा। देश में गरीबी और भुखमरी जैसी समस्याएं भी साधारण तौर पर कम हो जाएगी।

Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध 150 शब्द (Mere Sapno ka Bharat Essay in Hindi)

आज के समय में देश कई प्रकार की समस्याओं से जूझ रहा है। लेकिन भविष्य में व्यक्ति इन सभी समस्याओं से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा। वर्तमान में मुख्य रूप से जो समस्याएं देखने को मिलती है, उसमें शिक्षा महिला जागरूकता इत्यादि है।

इसके अलावा वर्तमान में दहेज प्रथा महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार यह समस्याएं भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। हालांकि इन समस्याओं को लेकर समाज के लोग काफी जागरूक तो हुए हैं।

मेरे सपनों के भारत में महिलाएं स्वतंत्र रूप से अपना जीवन जी सके। महिलाओं को सम्मान और स्वतंत्रता मिलेगी। साथ ही साथ महिलाएं पुरुषों के बराबर कंधे से कंधा मिलाकर नौकरी पर जा सकेगी। जब महिलाएं स्वतंत्र होगी तो उन पर होने वाले अत्याचार भी कई हद तक कम हो जाएंगे। या ऐसा कह सकते हैं कि मेरे सपनों के भारत में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार भी खत्म होने वाले हैं।

Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh

2047 में मेरे सपनों का भारत निबंध 200 शब्द (Mere Sapnon ka Bharat Nibandh)

भारत को आजादी मिले कई साल हो चुके है। लेकिन कई ऐसी गंभीर समस्याएँ है, जो ऐसे ही बनी हुई है, जिसमें बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, गरीबी और निरक्षरता मुख्य है। मेरी दृष्टि में 2047 का भारत ऐसा भारत होना चाहिए, जिसमें ये सभी मूल समस्याएँ पूर्ण रूप से समाप्त हो जाये, जिससे देश के विकास में और तेजी आ जाएगी।

२०४७ का भारत ऐसा भारत हो, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति शिक्षित हो, कोई भी अशिक्षित नहीं हो। क्योंकि एक विकाशील देश में शिक्षित व्यक्ति सबसे महत्वपूर्ण है। यदि व्यक्ति शिक्षित होगा तो आधी समस्याएँ तो ऐसे ही दूर हो जाएगी।

यदि देश के युवा के पास रोजगार नहीं है तो वह देश विकाशील नहीं कहलायेगा। 2047 में मेरे सपनों का भारत ऐसा हो कि सभी के पास अपना रोजगार हो, सभी अपने परिवार का लालन-पोषण अच्छे से कर पाएं और कोई भी कुपोषण का शिकार नहीं हो। देश में सभी युवा रोजगार युक्त होंगे तो गरीबी भी दूर हो जाएगी।

भ्रष्टाचार भारत की मूल समस्याओं में से एक है। यदि यह समस्या समाप्त हो जाये तो भारत का विकास बहुत तेजी पकड़ लेगा। मेरी दृष्टि में 2047 का भारत (2047 me bharat) ऐसा भारत होगा, जिसमें भ्रष्टाचार का नाम भी नहीं होगा और मजबूत और कठोर कानून बनेंगे, जिससे भ्रष्टाचार करने वाले पहले सोचने लगेगा।

Mere Sapno ka Bharat Par Nibandh

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 250 शब्द (2047 mein bharat ke liye meri drishti)

हमारा भारत देश एक ऐसा देश जहाँ पर हर धर्म और समुदाय के लोग रहते हैं। हमारे देश में रहने वाले लोग हर धर्म का सम्मान करते हैं और हर धर्म को पसंद करते हैं। सब लोग एक दुसरे के धर्म का सम्मान करते हैं। मेरे सपनों का भारत भी कुछ ऐसा ही होना चाहिए। 

लोग एक दुसरे का सम्मान करे और एक दुसरे के धर्म का सम्मान करे ऐसा ही कुछ मैं मेरे सपनों के भारत के बारे में चाह्ता हूँ । देश में कई समुदाय के लोग रहते हैं। मैं चाहता हूँ की वो सब मिलजुल कर रहे। देश में रहने वाला हर एक नागरिक देश के प्रति समर्पित होना चाहिए। 

मेरे देश में रहने वाला नागरिक चाहे वो किसी भी धर्म, जाति या समुदाय का हो, सब के दिल में राष्ट्रवाद और राष्ट्रभावना होनी चाहिए। देश में रहने वाले सभी नागरिक एक दुसरे का सम्मान करे और देश में साम्प्रदायिकता और धर्मनिरपेक्षता रखें। 

हमारे देश का विकास भी जरुरी हैं। मैं चाहता हूँ की मेरे देश के लोग देश के विकास में सहयोग प्रदान करे और देश को आन्तरिक सुरक्षा के लिए मजबूती प्रदान करे। देश में रहने वाले हरेक नागरिक के मन में देश पेम और देश के प्रति समर्पण की भावना होनी चाहिए। 

वर्तमान समय में देश में लोग जाति और धर्म के नाम पर लड़ते है । उसका फायदा देश के कुछ नेता उठाते है। हम इस बात को मानते हैं की अपना धर्म सबसे पहले आता है, पर उससे पहले हमारा देश हमारे लिए सबसे पहले आता है। देश में सब समान भाव रखे। जय हिन्द। 

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 300 शब्द (india of my dreams essay 300 words)

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा भारत बनना चाहिए, जो वर्तमान से अधिक गति के साथ विकास और तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़े और जल्द से जल्द मेरे सपनों का भारत विकसित देशों की सूची में शामिल हो सके।

हम दिन प्रतिदिन अपने देश में विभिन्न प्रकार की तकनीकी को बढ़ता हुआ देख रहे हैं। लेकिन भविष्य में यह तकनीकी और अधिक तीव्र गति से बढ़नी चाहिए। तब ही देश विकसित देशों की सूची में शामिल हो पाएगा।

मेरे सपनों का भारत की विशेष बातें

मैं अपने सपनों का भारत पूरी तरह से शिक्षित देखना चाहता हूं। इसका मतलब यह है कि देश का हर नागरिक पूरी तरह से शिक्षित हो। चाहे वह पुरुष हो या महिला विशेष शिक्षा प्राथमिक रूप से मिलनी ही चाहिए। शिक्षा लेना हर भारतीय नागरिक का प्रथम मूल अधिकार होना चाहिए। हमारा देश भारत जिसके सभी नागरिक यदि शिक्षित बन जाएंगे। तब देश की तकनीकी देश का विज्ञान क्षेत्र और देश का उद्योग क्षेत्र भी बढ़ना शुरू हो जाएगा।

व्यक्ति यदि शिक्षित होगा तो वह अपने देश के बारे में सही सोच पाएगा और अपने देश को आगे बढ़ाने तथा राष्ट्र की ताकत के बारे में सोच सकेगा। देश में जब शिक्षा और पुरुष व महिलाओं के प्रति भेदभाव खत्म हो जाएगा तो जनसंख्या नियंत्रण भी आसानी से हो पाएगा।

वर्तमान में देश में जो भ्रष्टाचार व कालाबाजारी चल रही है, वह सभी मेरे सपनों के भारत में खत्म होने वाली है। जो भ्रष्टाचार लोग राजनेता या अन्य किसी शक्ति के नाम पर देश में फैलाए जा रहे हैं। इन सभी का नाश मेरे सपनों के भारत में होने वाला है। मेरे सपनों के भारत में कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्ति के दबाव में नहीं जियेगा। मेरे सपनों का भारत विश्व का सर्वश्रेष्ठ और समृद्ध देश बनेगा।

सपनों के भारत में कुरीतियां दूर होगी

आज के समय में कई ऐसे शांति भंग करने वाले लोग हैं, जो राजनेताओं या अन्य किसी शक्ति के नाम पर दूसरे लोगों पर दबाव बना रहे हैं। इसके अलावा देश में कई सरकारी कर्मचारी ऐसे भी हैं, जो रिश्वत लेकर काम करते हैं बिना रिश्वत के काम नहीं करते हैं, उन सभी का अंत मेरे सपनों के भारत में देखने को मिलेगा।

देश का कोई भी सरकारी कर्मचारी रिश्वत के नाम पर देश में भ्रष्टाचार फैलाना तो दूर की बात इसके बारे में सोच भी नहीं पाएगा। मेरा देश दिन प्रतिदिन प्रगति कर रहा है। मेरे देश में जो समस्याएं वर्तमान में है। वह सभी समस्याएं मेरे सपनों के भारत में देखने को बिल्कुल नहीं मिलेगी।

वर्तमान में मेरे सपनों के भारत की सैन्य शक्ति भी बढ़नी शुरू हो गई है। भविष्य में देश की सेना की ताकत इतनी बढ़ जाएगी कि अन्य कोई भी देश मेरे देश के साथ युद्ध करने या युद्ध के लिए प्लानिंग बनाने से पहले हजार बार सोचेगा। मेरे देश में अनुशासन शांति और प्रशंसा भविष्य में बनी रहेगी।

जातिवाद और क्षेत्रवाद की भावना पूरी तरह से देश में से खत्म हो जाएगी। सपनों का भारत जो पूरी तरह से अपने आप को आजाद महसूस करेगा और देश में भाईचारे और आजादी का माहौल बना रहेगा।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 500 शब्द (Mere Sapnon ka Bharat Per Nibandh)

हमारा देश भारत जो पूरी तरह से बहु सांस्कृतिक बहु धार्मिक और बहुभाषी देश है, जहां पर धर्म और जाति के नाम पर कई प्रकार के भेदभाव वर्तमान में देखने को मिल रहे हैं। देश की प्रगति भी वर्तमान में स्थित है।

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा भारत बनना चाहिए, जहां हर तरफ विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ती हुई दिखे। ताकि देश जल्द से जल्द विकसित देशों की सूची में शामिल हो सके।

मेरे सपनों का भारत कैसे बनेगा जिसके लिए ध्यान देने योग्य जरूरी बातें

जाति और धर्म का भेदभाव

आज के समय में देश में जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव बहुत ज्यादा है। हालांकि पिछले जमाने से यह भेदभाव थोड़ा कम हुआ है। लेकिन भविष्य में यह भेदभाव जो जाति और धर्म के नाम पर वर्तमान में चल रहा है, वह पूरी तरह से खत्म होगा और जाति और धर्म के मुद्दों को किनारे रखते हुए लोग साथ मिलकर काम करेंगे तो राष्ट्र की प्रगति का एक महत्वपूर्ण योगदान देश को मिलेगा।

शिक्षा और जागरूकता

हमारा देश आज भी अन्य देशों के मुकाबले शिक्षा के मामले में काफी ज्यादा पिछड़ा हुआ है। यदि आप अपने सपनों का भारत देखना चाहते हैं तो आपको भी शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने होगी और देश का हर नागरिक शिक्षित बने इसके लिए अपना मु्ख्य योगदान देना होगा।

देश में शिक्षा हासिल करना हर नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए। शिक्षित और प्रतिभाशाली व्यक्ति ही राष्ट्र के विकास को आगे बढ़ा पाएंगे। यदि देश में हर व्यक्ति शिक्षित होगा तो देश के विकास को कोई भी नहीं रोक पाएगा।

आज के समय में देश में भ्रष्टाचार बहुत अधिक है और यह भ्रष्टाचार दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। भ्रष्टाचार बढ़ने की वजह यह है कि देश में कई ऐसे अपवाद हैं, जो अपने स्वार्थ के लिए देश में भ्रष्टाचार फैला रहे हैं। लेकिन मेरे सपनों का भारत पूरी तरह से भ्रष्टाचार मुक्त होगा।

आज के  समय में सरकार सिर्फ अपने स्वार्थ के बारे में सोचती है। लेकिन मेरे सपनों के भारत जिसमें सरकार ही लोगों की भलाई का एकमात्र एजेंडा के रूप में कार्य करेगी।

लिंग भेदभाव और महिलाओं पर होने वाले अत्याचार

देश में आज भी लिंग भेदभाव को लेकर हजारों लोग दुखी है। देश में यह लिंग भेदभाव की पुरानी कुप्रथा अभी भी खत्म नहीं हुई है। देश में पुरुषों को महिलाओं के मुकाबले अत्यधिक स्वतंत्रता और प्यार मिलता है। लेकिन देश का हर नागरिक चाहे महिला हो या पुरुष सभी को स्वतंत्रता के साथ जीने का अधिकार है।

मेरे सपनों के भारत में महिलाओं को और पुरुषों को बराबर समझा जाएगा। नौकरी के क्षेत्र में भी पुरुष और महिलाएं दोनों कंधे से कंधा मिलाकर काम कर पाएंगे और लिंग भेदभाव पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।

विज्ञान, तकनीकी और औद्योगिक विकास

ऐसा कहा जा रहा है कि भारत वर्तमान में विज्ञान की तकनीकी में काफी आगे बढ़ रहा है। लेकिन अन्य देशों के मुकाबले आज भी हमारा देश विज्ञान औद्योगिक और तकनीकी मामले में काफी पीछे हैं। मेरे सपनों का भारत जिसमें विज्ञान औद्योगिक और तकनीकी विकास बढ़ेगा, जिससे देश विकसित देशों की सूची में आएगा।

2047 में मेरे सपनों का भारत निबंध 500 शब्द (2047 mein mere sapnon ka bharat)

एक समय था जब भारत को सोने की चिड़िया के नाम से पुकारा जाता था। परंतु बाद में अंग्रेजों की गुलामी में भारत पूरी तरह से खोखला हो गया। कई सालों की गुलामी के पश्चात 1947 में भारत अंग्रेजों की गुलामी से स्वतंत्र हुआ। लेकिन गुलामी से स्वतंत्र होने के पश्चात भारत के विकास की राह में कई प्रकार की अड़चन भी आई।

हालांकि वर्तमान में भारत की अर्थव्यवस्था और भारत का विकास दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और भविष्य में हम और अधिक उम्मीद अपने देश से कर सकते हैं।

सपनों के भारत में क्या देखने को मिलेगा

2047 अपने सपनों का भारत की अगर हम बात करें तो हमारा भारत आजादी के 100 साल बाद पूरी तरह से बदलने वाला है। हमारे भारत में टेक्नोलॉजी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और साल 2047 तक भारत पूरी तरह से टेक्नोलॉजी पर आधारित देश बन जाएगा।

वर्तमान में महिलाओं की शिक्षा को लेकर कई प्रकार की जागरूकता देश भर में फैल रही है। ऐसे कह सकते हैं कि महिला शिक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। 30 से 40 फ़ीसदी लोग आज भी महिला शिक्षा के लिए जागरूक है। लेकिन अपने सपनों के भारत में हर महिला शिक्षित होगी। महिला और पुरुष में होने वाले भेदभाव को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।

2047 तक देश में जातिवाद जैसी समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। जातिवाद जब भारत आजाद हुआ था तब गई हद तक बहुत ज्यादा था। इसके अलावा कई प्रकार की कुप्रथा है। जैसे दहेज प्रथा सती प्रथा इत्यादि भी चल रही थी लेकिन धीरे-धीरे सती प्रथा पूरी तरह से खत्म हो गई है। दहेज प्रथा भी धीरे-धीरे कम होती जा रही है। अथवा 2047 तक हमारा भारत पूरी तरह से जातिवाद जैसी समस्या से छुटकारा पा लेगा।

शिक्षा के क्षेत्र में भी पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा। भेदभाव शिक्षा के प्रति दूर हो जाएगा। वर्तमान में भी 30 से 40 फ़ीसदी लोग शिक्षा को लेकर काफी ज्यादा जागरूक हो चुके हैं। लेकिन 2047 तक भारत में कोई भी अशिक्षित व्यक्ति नहीं रहेगा।

अर्थव्यवस्था

पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी काम करने का मौका मिलेगा महिलाओं और पुरुषों में नौकरी को लेकर कोई भी भेदभाव व समानता नहीं रहेगी।

2047 हमारे भारत की अर्थव्यवस्था बहुत ज्यादा मजबूत होने वाली है। हमारा देश दिन प्रतिदिन अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के पीछे लगा हुआ है। सपनों का भारत मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ विकसित भारत कहलाएगा।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 600 शब्दों में (Mere Sapno ka Bharat Nibandh)

हमारे देश भारत को 1947 में आजादी मिली है और सपनों का भारत 2047 तक पूरी तरह से विकसित देश बन जाएगा। मेरे सपनों का भारत आने वाले कुछ ही सालों में बनकर तैयार हो जाएगा। सपनों का भारत विकसित देशों की सूची में शामिल हो जाएगा।

देश में हर सुख सुविधा उपलब्ध होगी। देश का विकास हर क्षेत्र में जैसे: हॉस्पिटल और विज्ञान के क्षेत्र में, मिलिट्री और आर्मी के क्षेत्र में, बेरोजगारी और स्वच्छता के क्षेत्र में देखने को मिलेगा।

मेरे सपनों का भारत कैसा होगा?

आजादी के 100 साल बाद मेरे सपनों का भारत पूरी तरह से विकसित देश होगा। जिस प्रकार के आज अमेरिका, रूस और जापान देश जहां हर प्रकार की टेक्नोलॉजी उपलब्ध हैं, उसी प्रकार से मेरे सपनों के भारत में भी वह सारी टेक्नोलॉजी और सुख सुविधाएं मौजूद होगी। मेरे सपनों की भारत में जातिवाद कई कुरीतियां दूर होगी और पूरी तरह से शिक्षित देश बनेगा।

भारत को मेरे सपनों का भारत बनाने के लिए क्या बदलाव जरूरी है?

आज के समय में भारत में विकास तो दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। लेकिन कई क्षेत्रों में शिक्षा की कमी है तो कहीं पर जातिवाद का कीड़ा अभी भी लोगों के दिमाग में चल रहा है। कई क्षेत्र कई प्रकार की कुरीतियों से पीड़ित है तो कहीं पर भेदभाव और महिला शिक्षा के लिए ज्ञान का अभाव है।

जातिवाद दूर होना चाहिए

मेरे सपनों का भारत जहां पर जातिवाद पूरी तरह से नष्ट हो हर जाती के व्यक्ति को समान समझा जाए और हर व्यक्ति को समानता का अधिकार मिले, जिससे देश के विकास में प्रगति देखने को मिलेगी। सब साथ मिलकर देश के विकास में सहयोग करेंगे और जल्द मेरा सपनों का भारत पूरी तरह से विकसित हो जाएगा।

महिला शिक्षा और महिलाओं को नौकरी का अवसर मिलना चाहिए

महिला शिक्षा को बढ़ावा मिलना चाहिए। आज के समय में महिला शिक्षा और महिलाओं को नौकरी मिलना काफी अचंभित बात मानी जाती है। महिलाओं को शिक्षा कम मिलती है और नौकरी करने के लिए घर वाले मना कर देते हैं। जब पुरुषों के साथ साथ महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर नौकरी करेगी तो बेरोजगारी कम होगी और देश की विकास की डोर तेजी से आगे बढ़ेगी।

साक्षरता दर और लिंगानुपात दर संतुलित होनी चाहिए

मैं अपने सपनों के भारत में साक्षरता दर और लिंगानुपात की कमियां सुधारना चाहता हूं। क्योंकि इन दोनों मुद्दों के सुधर जाने से मेरे सपनों के भारत का स्वरूप पूरी तरह से बदल जाएगा। हर व्यक्ति साक्षर होगा तो देश के विकास में भी अपनी भूमिका निभाएगा।

विज्ञान और उद्योग के क्षेत्र में ओर अधिक विकास की जरूरत है

मेरे सपनों के भारत में मैं विज्ञान और उद्योग के विकास को देखना चाहता हूं। विज्ञान के क्षेत्र में आज हमारा देश काफी प्रगति कर रहा है। लेकिन अमेरिका जैसे देश से थोड़ा पीछे है तो मैं अपने सपनों के भारत में विज्ञान का क्षेत्र पूरी तरह से विकसित देख पाऊंगा और औद्योगिक विकास भी आज के समय में बढ़ रहा है। हमारे देश में हर वस्तु का उत्पादन जरूरी है, जिससे देश से वस्तुओं के निर्यात की दर में बढ़ोतरी होगी और विकास में भी बढ़ोतरी होगी।

आजादी के बाद आज देश काफी ऊंचाइयों तक पहुंचा है। लेकिन मेरे सपनों का भारत एक ऐसा महान देश होगा, जहां हर क्षेत्र में विकास देखने को मिलेगा। पूरी तरह से शिक्षित होगा समृद्ध होगा और आर्थिक रूप से मजबूत होगा।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध (800 शब्द) 

मेरे सपनों के भारत के बारे में हर समय यही सोचता हूँ की मेरे सपनों का भारत कैसा होना चाहिए। मेरे देश में सभी धर्म और समुदाय के लोग रहते है। हम भारत में रहने वाले सभी लोग किसी न किसी धर्म से संबंधित है। मेरे देश में रहने वाले लोग अगर सब धर्मो का सम्मान करे और सब अपने अपने धर्म के अलावा अन्य धर्मो का भी सम्मान करे और उनके प्रति सम्मान की भावना रखें, यही मेरा सपना है।

मैं सबसे पहले देश के नागरिको में एक दुसरे के प्रति सम्मान और समानता की भाव देखना चाहता हूँ।मेरा देश एक लोकतान्त्रिक देश हैं यानी मेरे देश में रहने वाले सभी नागरिको को राजनीतिक से सम्बंधित समान अधिकार पाप्त है। इस देश में रहने वाले हरेक नागरिक को हर क्षेत्र में समान अधिकार मिले है, फिर चाहे वो खेल का क्षेत्र हो या शिक्षा का, राजनीति का हो या व्यापार का। मैं चाहता हूँ कि आगे भी सबको समान अधिकार प्राप्त हो।

मेरे सपनों का भारत हो विकसित देश 

मेरा एक ही सबसे बड़ा सपना हैं की मेरे सपनों का भारत एक विकसित देश बने। मेरा देश भी अमेरिका और चीन की तरह तरक्की करे और यहाँ हर वो जरुरी सुविधाएं हो, जो एक विकसित देश में होती हैं। वर्तमान में हमारा देश एक विकासशील देश हैं।

हमारा देश काफी तेजी से विकास की और अग्रसर हैं। मेडिकल और शिक्षा सुविधा अब पहले से काफी बेहतर हैं। वर्तमान में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए ही इस देश को विश्व में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता हैं।

घूमने फिरने के लिए भी हमारे देश में काफी कुछ हैं, जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं और यहाँ की खूबसूरती का आनंद लेते है। देश में बढ़ते टूरिज्म से ही हमारे देश की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार दिखने लगा है।

मेरा सपना हैं कि मेरे सपनों का भारत एक खूबसूरत भारत बने, जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आये और मेरे देश की पहचान विश्व में एक विशेष रूप में हो। मेरा सपना यही है भारत एक विशिष्ठ भारत हो।

इन क्षेत्रो में विकसित हो मेरा देश 

मेरे सपनों का भारत कुछ इन क्षेत्रो में अपना विकास करेगा तो देश को नयी राह और पहचान मिलेगी। मेरा सपना हैं कि मेरा देश निम्न कुछ क्षेत्रो में विकासशील से विकसित देश बने।

  • शिक्षा: मेरी एक यह उम्मीद हैं की मेरे देश में शिक्षा का विकास अच्छे से और खूब एडवांस तरीके से हो। हम अक्सर देखते हैं देश से छात्र पढाई करने के लिए देश के बाहर जाते हैं और वहां से पढाई करते हैं। पढाई चाहे मेडिकल से हो या व्यवसाय प्रबंधन से सम्बंधित। छात्र पढाई करने के लिए बाहर जाते हैं। मेडिकल जैसी सुविधा के लिए देश में शिक्षा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके साथ तकनिकी शिक्षा में भी मेरा देश सब से आगे और विकसित होना चाहिए।
  • मेडिकल: मेरे सपनों के भारत में मेडिकल शिक्षा भी है, जिसके लिए में चाहता हूँ की देश में इससे जुड़े विकास भी हो। देश में वर्तमान में मेडिकल की सुविधा काफी अच्छी हैं। परन्तु फिर भी में इस बात की उम्मीद करता हूँ कि देश की मेडिकल सुविधा भी सुद्रढ़ हो और यह सुनिच्चित हो कि देश में मेडिकल से जुडी कोई समस्या ना हो।
  • उद्योग: मेरे सपनों के भारत में उद्योग का विकास भी आता हैं। देश में छोटे-बड़े उद्योगों का विकास भी काफी अच्छा हैं परन्तु जरुरत हैं उन्हें एक स्तर पर बढ़ावा देने की। देश में उद्योगों का विकास भी जरुरी हैं।

मेरे सपनों के भारत मैं यह सभी बिन्दुओं के बारे में सोचता हूँ। यह सभी सुविधाएं होगी तब बनेगा मेरे सपनों का महान भारत।

मेरा बचपन से यही सपना रहा है कि मेरे सपनों का भारत एक महान भारत हो और विश्व में मेरे भारत की अलग पहचान हो। मेरे सपनों का भारत जल्द ही महान बने इसके लिए हम प्रार्थना करते हैं।

मेरे सपनों का भारत पर निबंध 1000 शब्द

जब भारत देश आजाद हुआ तब देश काफी पिछड़ा हुआ था। लेकिन वर्तमान में हमारा देश भारत जहां विकास देखने को मिल रहा है। हमारा देश जो संस्कृति धर्म जातिवाद और क्षेत्रवाद के नाम पर मुख्य रूप से जाना जाता है। लेकिन हमारा सपनों का भारत एक ऐसा देश बनेगा, जहां पर जातिवाद और क्षेत्रवाद बिल्कुल खत्म हो जाएंगे। देश में पूरी तरह से शांतिऔर भाईचारे के रूप में स्वतंत्रता के साथ हर नागरिक अपना जीवन यापन करेगा।

मेरे सपनों के भारत को लेकर कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

1. महिला सशक्तिकरण

वर्तमान में देश में महिलाओं को पूरी तरह से पिछड़ा हुआ माना जाता है। महिलाओं को कमजोर समझा जाता है। देश में महिलाओं के साथ कई प्रकार के अत्याचार भी हो रहे हैं। दिन प्रतिदिन देश में महिलाओं के साथ अत्याचार और घिनौनी हरकते बढ़ती जा रही है। मेरे सपनों का भारत जहां पर महिला सशक्तिकरण को मुख्य रूप से बढ़ावा दिया जाएगा।

महिला सशक्तिकरण के माध्यम से महिलाओं को हर प्रकार की स्वतंत्रता मिलेगी। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे। महिलाओं को हर क्षेत्र में पुरुषों के मुकाबले स्वतंत्रता के साथ काम करने की भी अनुमति मिलेगी।

देश की हर महिला शिक्षित होगी, हमारे देश की महिलाओं पर जो अत्याचार वर्तमान में हो रहे हैं। महिलाएं उन सभी अत्याचारों और समस्याओं से मुक्त होकर मेरे सपनों के भारत में अपना जीवन यापन कर पाएगी। मेरे सपनों का भारत महिलाओं की आजादी को लेकर पूरी तरह से महिलाओं के पक्ष में होगा।महिलाएं देश में अपने आप को सुरक्षित महसूस करेगी।

2. शिक्षा और रोजगार के नए अवसर

देश में शिक्षा आज भी कई हद तक कम है। अन्य देशों के मुकाबले हमारा देश भारत शिक्षा के मामले में बहुत ज्यादा पीछे हैं। देश में साक्षरता दर भी काफी कम है। मेरे सपनों का भारत पूरी तरह से साक्षर देश होगा। यहां पर देश का हर नागरिक पूरी तरह से शिक्षित होगा।

देश मैं पुरुष और महिलाएं सभी को शिक्षा का अधिकार होगा जब देश में साक्षरता दर बढ़ेगी। तो देश की विकास की प्रगति भी बढ़ जाएगी। देश में विकास बढ़ने पर रोजगार के नए अवसर लोगों को प्राप्त होंगे। मेरे सपनों का भारत जहां पर कोई भी व्यक्ति बेरोजगार नहीं रहेगा।

लोगों को रोजगार के नए नए अवसर मिलते रहेंगे जब देश में शिक्षा बढ़ेगी तो देश की तकनीकी में भी विकास होगा और देश के विज्ञान और औद्योगिक क्षेत्र में भी मुख्य रूप से विकास होगा। देश में शिक्षा बढ़ने के बाद ही देश विकसित देशों की सूची में आ पाएगा। अन्यथा देश को विकसित देशों की सूची में लाना काफी मुश्किल होगा। मेरे सपनों का भारत जो विकसित देशों की सूची में आने वाला एक सर्वश्रेष्ठ देश बनेगा।

3. जाति भेदभाव और धर्म भेदभाव

आज के समय में हमारा देश जाति और धर्म के नाम पर होने वाले भेदभाव से जूझ रहा है। देश में जाति भेदभाव और धर्म भेदभाव को लेकर कई प्रकार के दंगे भी हो रहे हैं। लोग शिक्षा के अभाव की वजह से जाति और धर्म के नाम पर एक दूसरे लोगों से भेदभाव किए जा रहे हैं लेकिन हर मनुष्य समान है। देश में हर व्यक्ति को समानता के साथ जीने का अधिकार है।

यह बात व्यक्ति तब समझ पाएगा जब व्यक्ति खुद शिक्षित होगा। देश में जाति और धर्म के नाम पर होने वाला यह भेदभाव मेरे सपनों के भारत में बिल्कुल भी देखने को नहीं मिलेगा। मेरे सपनों का भारत पूरी तरह से शिक्षित होगा तो जाति और धर्म भेदभाव अभी पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।

4. भ्रष्टाचार

हमारा देश भारत वर्तमान में भ्रष्टाचार जैसी मुख्य समस्या से जूझ रहा है देश में भ्रष्टाचार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। भ्रष्टाचार की वजह से देश में कई लोग गुलामी के साथ अपना जीवन यापन कर रहे हैं। देश में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने मैं तुले हुए हैं।

देश के सरकारी कर्मचारी जो अपना काम रिश्वत लेकर करते हैं। लोगों से रिश्वत लेकर हर काम को अंजाम दे रहे हैं। देश में राजद नेता और अन्य लोगों के नाम पर भी भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। राजनेता के नाम पर लोग अन्य लोगों पर दबाव भी बना रहे हैं। हमारे सपनों का भारत जहां पर भ्रष्टाचार पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। हमारा देश भ्रष्टाचार मुक्त देश कहलाएगा।

5. विज्ञान तकनीकी और औद्योगिक विकास

जब भारत देश का हर नागरिक शिक्षित होगा तो देश में विज्ञान के क्षेत्र में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, विज्ञान के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन नए-नए विकास और नई वस्तुओं का निर्माण होगा। जो देश की तकनीकी को बढ़ाने में भी सहायक होगा। देश की तकनीकी बढ़ने पर देश को आसानी से विकसित देशों की सूची में लाया जाएगा।

औद्योगिक विकास भी हमारे सपनों के भारत में बहुत ही जरूरी है। क्योंकि औद्योगिक विकास के माध्यम से व्यक्ति अपने जरूरत की हर वस्तु को अपने ही देश में उत्पादित होना देखना चाहता है। औद्योगिक विकास को बढ़ावा देकर हर प्रकार की वस्तु को देश में ही उत्पादित किया जाएगा।

मेरे सपनों का भारत जहां अन्य देशों से वस्तुओं को आयात करने की बजाय देश से वस्तुओं को अन्य देशों में निर्यात किया जाएगा।

हमारा देश भारत जो प्राचीन समय में संस्कृति और धर्म के नाम पर काफी लोकप्रिय हुआ करता था। वर्तमान में भी जाति धर्म के मामले में भारत अन्य देशों के मुकाबले काफी हद तक पूरी तरह से अलग है। मैं अपने सपनों का भारत इस प्रकार से देखना चाहता हूं, जहां पर हर लोग शिक्षित हो देश का हर देशवासी शिक्षा ग्रहण कर सके और देश को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकें।

देश ने जब सभी लोग शिक्षित होंगे तब ही देश आगे बढ़ पाएगा अन्यथा देश का आगे बढ़ना या ऐसे कह सकते हैं कि देश का प्रगति करना काफी मुश्किल है। जब देश का हर नागरिक शिक्षित होगा तो देश की तकनीकी में उन्नति होगी। देश में विकास देखने को मिलेगा और भारत के बेरोजगार लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।

मैं अपने सपनों का भारत ऐसा देखना चाहता हूं, जहां पर हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह से जागरूक हो। हमारा देश समृद्ध और खुशहाल होने के साथ-साथ पूरी तरह से स्वस्थ और स्वच्छ भी हो आज के समय में भी हमारे देश का विज्ञान और तकनीक अन्य देशों के मुकाबले बहुत पीछे हैं।

मैं अपने सपनों के भारत में देश की विज्ञान पद्धति उद्योग क्षेत्र और तकनीकी को बढ़ता हुआ देखना चाहता हूं। साथ ही साथ हर व्यक्ति अपने सपनों का भारत जिसमें यह उम्मीद करता है कि जिस वस्तु की जरूरत हो वह वस्तु अपने देश में ही उत्पादित होनी चाहिए।

हमने यहां पर “मेरे सपनों का भारत पर निबंध (Mere sapno ka bharat par nibandh)” शेयर किया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध

राष्ट्रवाद पर निबंध

स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर निबंध

आत्मनिर्भर भारत पर निबंध

अभिव्यक्ति की आजादी पर निबंध

Rahul Singh Tanwar

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Comments (2).

THANK YOU FOR THIS NIBANDH. THIS NIBANDH IS IMPORTANT FOR MY SCHOOL FILE PROJECT AND FOR A GOOD SPEACH THANK YOU SO MUCH

Thank you ?❤️? for this nibandh It is ver important nibhandh for my exam thank you ?❤️ thank you so much

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध Essay on India of My Dreams in Hindi

मेरे सपनो का भारत पर निबंध Essay on India of My Dreams in Hindi

हेल्लो दोस्तों,  आज के इस लेख में हमने मेरे सपनों का भारत पर निबंध (Essay on India of My Dreams in Hindi) प्रस्तुत किया है। जिससे आप लोगो को ज्ञान हो सके कि हमारे सपनों का भारत कैसा होना चाहिए। जोकि आज के भारत से कितना अलग है।

Table of Content

हम सभी जानते है कि भारत एक महान देश है , जहाँ विभिन्न तरह की संस्कृतियाँ और अनेक धर्मों के लोग रहते है। मेरे सपनों का भारत इतना सुनहरा है कि वहां के लोगो में किसी के प्रति भी जाति, धर्म, लिंग, रंग रूप अथवा अन्य किसी प्रकार के आधार पर किसी के साथ भेदभाव न हो। आज के इस लेख में, मैं अपने सपनों के भारत के बारे में बताने जा रहा हूँ। जो इस प्रकार है:

मेरे देश भारत में शिक्षा को बढ़वा मिले

शिक्षा एक ऐसा मार्ग है जिससे जिससे किसी भी देश को एक विकसित देश बनाया जा सकता है। आज भी हमारे देश में बहुत से लोग अशिक्षित है, जिसकी वजह से उनको सही रोज़गार नही मिल पता है।

मैं चाहता हूँ कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए, जहाँ हमारे देश के सभी निवासी शिक्षित होना चाहिए। भारत का भी प्रत्येक नागरिक शिक्षा के प्रति जागरूक हो। जब शिक्षा हर घर में होगी तो उस देश की तरक्की को कोई रोक नही सकता है। इसीलिए मेरे सपनों के भारत में कोई भी अशिक्षित न हो।

मेरे देश के लोगों को रोज़गार मिले

किसी भी विकसित देश में रोज़गार की कमी नही होती है। रोज़गार तथा अन्य विषय के आधार पर बहुत से पैमाने मापे जाते है। उसके आधार पर उस देश को एक रैंक दी जाती है। इसलिए रोज़गार किसी भी देश को विकसित करने में बहुत सहायक होता है। 

मेरा मानना है कि मेरा सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए, जहाँ किसी को भी रोज़गार की चिंता ना रहे। हर व्यक्ति को सामान रूप से रोज़गार मिले। जिससे वो अपने देश की आर्थिक स्थिति को सुधार सके। ये हमारे देश के विकास लिए अत्यंत जरूरी है।

मेरे देश भारत से गरीबी दूर हो जाए

आज भी हमारे देश में लाखों ऐसे लोग हैं, जिनके पास रहने के लिए घर नही है, खाने के लिए खाना नही है। वो अपनी जिंदगी को ऐसी गरीबी में काट रहे है जो एक इंसान के लिए किसी नरक से कम नही है। हमारे देश में आर्थिक असमानता बहुत अधिक है।

कोई भी व्यक्ति ऐसा नही होना चाहिए कि उसके पास रहने के लिए घर और खाने और कपडे की कमी ना हो। मेरे सपनों के भारत में किसी भी नागरिक के पास ज्यादा धन न हो, बल्कि सारा धन सभी नागरिकों में बराबर वितरित कर दिया जाये।

मेरे देश भारत में भेदभाव खत्म हो जाए

मेरे प्यारे देश भारत भ्रष्टाचार मुक्त बने.

पढ़ें : भ्रष्टाचार पर निबंध

बहुत से ऐसे विकसित देश है जहाँ भ्रष्टाचार बिलकुल भी नहीं है। इसके मुख्य कारण है वहां के कानून और सरकार की नीतियाँ। भारत में समय के साथ भ्रष्टाचार भी धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। जब किसी भी देश के नेता भ्रष्ट(Corrupt) होंगे, तो वहां की जनता उनके हाथों से पीड़ित रहेगी।

जिस भी देश में भ्रष्टाचार होगा उस देश का विकास नही हो पायेगा। इसीलिए मेरी सोच है कि मेरे सपनों के भारत में भ्रष्टाचार नही होना चाहिए। जब कोई भी देश भ्रष्टाचार मुक्त होगी, तो वहां से सरकार की केवल एक ही मकसद होगी और वो है उस देश की जनता और उस देश की भलाई के लिए काम करना। इससे उस देश का विकास बहुत तेजी से होगी और वहां की जनता बहुत ही खुश रहेगी।

जाति और धर्म के मुद्दे दूर हो जाए

किसी भी देश में जब जाति और धर्म के मुद्दे में राजनेता जनता के बीच में विरोध पैदा करते है, इससे उस देश में बँटवारा और उस देश का पतन निश्चित है। भारत में भी जाति और धर्म के नाम पर बड़े-बड़े राजनेता जनता के बीच नफरत पैदा करते है, और धर्म के नाम पर लोगो के साथ भेदभाव भी करते है।

मैं चाहता हूँ कि मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए जहाँ जाति और धर्म के नाम पर नफरत न फैलाई जाए। और किसी के साथ भी धर्म और जाति के नाम पर भेदभाव न किया जाए।

मेरे भारत की महिलायें सशक्त बनें

पढ़ें : महिला सशक्तिकरण पर जानकारी

धीरे धीरे ये बदलाव देखने को मिल रहा है, महिलाएं अपने घरों से बार निकाल रही है और पुरुषों के साथ कदम से कदम मिला कर चल रही है। मैं यही चाहता हूँ की मेरा सपनों का भारत ऐसा हो जहाँ पुरषों और महिलाओं को बराबर समझा जाये। महिलों को भी मौका दिया जाना चाहिए कि वो अपनी खुद की पहचान बना सके।

मेरे देश में औधोगिक और तकनीकी विकास हो

किसी भी देश को विकसित मानने में कई पैमाने होते है जिनमे से तकनीकी विकास भी एक है। जब किसी भी देश में तकनीकी विकास होता होगा, तो वहां के लोग तकनीकी के क्षेत्र में आगे रहेंगे और देश के विकास में ज्यादा योगदान दे पाएंगे।

भारत में अपराध दर में कमी आए

अपराध एक ऐसा शब्द है, जिसका सीधा अर्थ है कि उस देश का नागरिक सुरक्षित नही है। भारत में समय के साथ अपराध दर में तेजी से बढ़ते जा रहे है। हम सभी जानते है कि हर दिन बलात्कार, चोरी, डकैती, हत्या, अपहरण जैसी ख़बरे सुनने को मिलती है।

अगर अपराध बढ़ रहा है इसका सीधा अर्थ है वहां शिक्षा का अभाव होना, बेरोज़गारी और गरीबी जैसे कारणों से अपराध बढ़ता है। मेरी इच्छा है कि मेरे सपनों का भारत ऐसा हो जहाँ अपराध न हो। लोग कानून में भरोसा रखे और देश को खुशहाल बनाये रखे।

मेरे देश भारत के कृषि क्षेत्र में विकास हो

किसान किसी भी देश के आर्थिक विकास का एक मुख्य हिस्सा होता है और वो अपने देश को खाने के लिए भोजन प्रदान करता है। हम सभी को पता है भारत एक कृषि प्रधान देश है, लेकिन फिर भी आज भारत में किसानों को हालत बहुत बुरी है।

यह सब मेरे सपनों के भारत में मैं देखता हूँ। आशा करते हैं आपको यह निबंध पसंद आया होगा।

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध | Essay on India of My Dreams in Hindi

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मेरे सपनों का भारत पर निबंध | Essay on India of My Dreams in Hindi!

अपने देश के प्रति सभी समझदार नागरिकों का अपना एक अलग दृष्टिकोण होता है । वह अपने देश के विषय में चर्चाएँ करता है और चिंतन करता है ।

यहाँ किस प्रकार की व्यवस्था होनी चाहिए, समाज का स्वरूप कैसा हो, लोगों को किस हद् तक अपनी परंपराओं एवं प्राचीन विश्वासों का सम्मान करना चाहिए, आधुनिक समस्याओं का देश किस प्रकार निदान करे आदि सैकड़ों बातें हमें उद्‌वेलित करती रहती हैं ।

अपना देश जिन्हें प्यारा होता है और जितना प्यारा होता है, उसी अनुपात में लोगों के निजी हित गौण होते जाते हैं और राष्ट्रहित सर्वोपरि होता जाता है । जब राष्ट्रहित निजी हित से ऊपर हो जाता है तब राष्ट्र के निर्माण, उसका भविष्य सँवारने के स्वप्नों का सृजन भी आरंभ हो जाता है । मैंने भी अपने राष्ट्र को लेकर कुछ सपने बुने हैं, कुछ निजी विचारों का बीजारोपण किया है ।

हालाँकि राष्ट्र निर्माण एक जटिल प्रक्रिया है, लेकिन इसमें असंभव जैसा कुछ भी नहीं है । अधिकांश यूरोपीय देशों की संपन्नता तथा जापान जैसे एक छोटे से देश का विश्व आर्थिक क्षितिज पर शक्तिशाली होकर उभरना यह सिद्‌ध करता है कि यदि देश के सभी लोग किसी लक्ष्य के प्रति समर्पित होकर कार्य करें तो उस देश का वर्तमान और भविष्य दोनों सुधर सकता है ।

समस्याग्रस्त तो सभी हैं पर उन समस्याओं को देखने तथा उन्हें सुलझाने का नजरिया सबों का भिन्न-भिन्न है । भारत की सबसे बड़ी समस्या लोगों की कर्महीनता है । हम दूसरों को उपदेश देने में प्रवीण हैं, पर स्वयं उसके विपरीत आचरण कर रहे हैं ।

भारत की आत्मा अभी भी जीवंत है लेकिन लोग अधमरे से हैं । मेरे सपनों का भारत उद्‌यमशील होना चाहिए, अकर्मण्य लोगों को यहाँ कम सम्मान मिलना चाहिए । मगर हम उन लोगों के भाग्य को सराहते हैं जो बिना हाथ-पाँव डुलाए, मुफ्त की रोटी तोड़ रहे होते हैं ।

ADVERTISEMENTS:

आजादी के आंदोलन के दौरान गाँधीजी ने लोगों के समक्ष यह बात बारंबार दुहराई थी कि श्रम का सम्मान किए बिना भारत सही मायनों में आजाद नहीं हो सकता । फिर भी ‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे’ वाली हमारी आदत गई नहीं ।

हमारे देश में साधु-संतों को बहुत सम्मान दिया जाता है, लोग अंधभक्ति करते हैं मगर अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले व्यापारी व व्यवसायी वर्ग बड़े उपेक्षित से हैं । किसान और मजदूर जो कि अपने खून को पसीना बनाने में नहीं हिचकते, उन्हें जरा भी आदर प्राप्त नहीं है । ये लोग अपनी भूख भी ठीक ढंग से नहीं मिटा पाते । मैंने अपने देश का जो सपना सँजोया है उसमें व्यापारी, किसान व मजदूर बहुत खुशहाली में होंगे ।

भारत में एक महान् राष्ट्र बनने की पूरी क्षमता है । इसके लिए प्रत्येक नागरिक को अपनी निजी जिम्मेदारी अवश्य कबूल करनी होगी । मानव संसाधनों और प्राकृतिक संसाधनों का एक सेतु बनाकर इसे विकास के साथ जोड़ना होगा । आजादी के बाद से लेकर अब तक केवल शहरी क्षेत्र के विकास पर ध्यान दिया गया है लेकिन गाँव जब तक उपेक्षित रहेंगे भारत का कल्याण नहीं हो सकता ।

गाँवों में सिंचाई की सुविधा का होना सबसे जरूरी है ताकि किसान वर्षा की अनिश्चितता से मुक्त हो सकें । शहरों से लेकर गाँवों तक जोड़ने वाली बारहमासी सड़कों, बिजली तथा टेलीफोन सेवा की उपलब्धता हर जगह होनी चाहिए । गाँवों में स्कूल तथा स्वास्थ्य सेवा का ऐसा संजाल होना चाहिए जिससे लोगों को अपने बच्चों की शिक्षा तथा सबके स्वास्थ्य को लेकर एक प्रकार की निश्चिंतता हो ।

ग्रामवासी हर छोटे काम के लिए शहरों का रुख करने के लिए मजबूर न हों, इसका पूरा-पूरा ध्यान रखा जाना चाहिऐ । कृषि विशेषज्ञ गाँव-गाँव घूमकर खेती के पूरे तंत्र की जाँच करें, किसानों को उचित मशवरा दें यह स्थिति ही आदर्श है न कि किसान अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के लिए अंचल तथा जिला कार्यालयों का चक्कर लगाएँ।

पशुओं की बीमारियों का इलाज पशु चिकित्सक गाँव में जाकर करें, इसकी व्यवस्था भी आवश्यक है । ये सभी बुनियादी कार्य थे मगर आजादी के बाद से लेकर अब तक इसके बारे में कुछ नहीं किया जा सका । मैं अपने सपने में जो भारत देखता हूँ उसमें ग्रामीण विकास के ये सभी पहलू अहम् हैं ।

यदि हम अपने पड़ोसी देश चीन की ओर देखें तो यह आभास होता है कि यह देश एक गैर-लोकतांत्रिक देश होते हुए भी हमसे काफी आगे निकल चुका है । हमारे देश में विकास के मार्ग में नौकरशाही और लालफीताशाही के रूप में दो बड़े अवरोधक खड़े हैं । हमारी राजनीतिक व्यवस्था किसी दीर्घनीति और दूरदृष्टि के अभाव में इन अवरोधों को हटाने में असफल रही है । ऊपर से नीचे तक का सरकारी तंत्र न केवल भ्रष्टाचार में लिप्त है अपितु अक्षम भी है ।

जनता की छोटी-छोटी समस्याएँ भी नहीं सुलझ पाती हैं क्योंकि हर कोई निजता की भावना से काम कर रहा है । इस संबंध में मेरा दृष्टिकोण बिलकुल स्पष्ट है कि जन जागृति और स्वतंत्रता आंदोलन के जज्बे को पुन: उभारने की आवश्यकता है । जब व्यक्ति के मापदंड उच्च होंगे तब वह निश्चित ही अपने परिवेश की जकड़नों को तोड़ने के लिए उद्‌यत होगा । लोगों को अपने प्रति ईमानदार होना ही चाहिए, इसी में भारत के गौरव की पुनर्स्थापना का मंत्र छिपा है ।

‘सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्ताँ हमारा’ यह प्रेरणादायी उद्‌बोधन एक हकीकत बने, एक सच्ची बात हो जाए, उसी समय हम अधिक गौरव का अनुभव कर सकेंगे । भारत कभी जगतगुरु था, यह सत्य है मगर आज हम क्या हैं, आज हम दुनिया में कहाँ खड़े हैं, यह अधिक महत्वपूर्ण है । हमारा पुराना गौरव हमारे अंदर प्रेरणा भर सकता है मगर केवल सद्ईच्छाएँ ही भारत को खुशहाल बनाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं ।

कुल मिलाकर मेरे सपनों का भारत एक सुखी-संपन्न, शिक्षित, कर्मनिष्ठ और आत्मनिर्भर भारत है । जहाँ के लोग अपनी मर्यादाओं का पालन करते हों, उनमें विश्व बंधुत्व की भावना हो, वे दूसरे धर्मवालों का समान रूप से आदर करना जानते हों, शोषण और अत्याचार को जो बर्दाश्त न करें, लोगों में दया और परोपकार की भावना हो तथा प्रेममय जीवन जिनका लक्ष्य हो ,मैं ऐसे भारत की कल्पना करता हूँ ।

मगर मन के एक कोने में यह शंका भी है कि शायद यह कल्पना, यह सपना कभी पूर्णता को प्राप्त ही न हो, लेकिन दूसरे ही क्षण आशावाद इस शंका को निर्मूल सिद्‌ध करने के लिए संकल्पित हो जाता है । हमें एक ओर तो अनुशासन तथा दूसरी ओर दृढ़ संकल्प से काम लेना होगा ।

” देश को बलयुक्त करने , यदि न चले अनुशासन से हम तो कल देगा फिर हमें दासता सी जंजीर पहना है सरल आजाद होना , पर कठिन आजाद रहना । ”

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Essay on India of My Dreams for Students and Children

500 words essay on india of my dreams.

India is a country where people of all cultures and religions coexist together. I suppose that each of us has dreamt about some version of India. Obviously, we may dream about anything at any time, and as Indian citizens, we are continuously looking for methods to improve our country and see a better India. Peace and prosperity are my hopes for our great country. India will be a great country when every citizen follows the rule of law, supports the nation with their families, and does something to make India a better place.

The India of my dream would be a country where women are safe and walk freely on road. Also, it will be a place where there is freedom of equality to all and everyone can enjoy it in their true sense. Furthermore, it would be a place where there is no discrimination of caste, color, gender , creed, social or economic status, and race. In addition, I see it as a place that sees an abundance of development and growth.

Essay on India of My Dreams

How can we make our dream India possible?

If we collectively look into everything, we will be able to identify the causes and solutions to all of the world’s problems. Similarly, building a great nation and resolving its deep-rooted problems is an attainable goal. India must have the following characteristics in order to become a Great Country:

  • Law That Is Just and Effective
  • Society of Peace
  • Equality of opportunity for everyone
  • Uncorrupted systems
  • Unbiased educational system

When these things become a reality, the entire country will take notice, and everyone will have the opportunity to enjoy a healthy and prosperous life. That is why we must all work together to bring about change in our country and contribute to improving people’s lives. Every person must work with their family and society, as well as support our government, which is also doing its bit by providing adequate education, transportation, food for everybody, and employment opportunities to all segments of society.

Technological Advancement

I would like to see India become more scientifically, technologically, and agriculturally sophisticated. I want to see an India where rationality and scientific ideas triumph over blind faith and bigotry. Because the present age is the age of science and information technology, I would like to bring India to the pinnacle of scientific and technical advancement. Scientific and technological developments are required since they are a critical stepping stone in the development of a country.

Women Empowerment

There is a lot of discrimination against women. But, still, the women are stepping out of their houses and making a mark on different fields and on society. In addition, there are a lot of areas that need to be worked upon whether it is female feticide or restricting them to the household task. Besides, many NGO and social groups have come forward to promote women empowerment .

However, we have to work hard to change the mindset of society. I dream of India as a country that sees women as its assets, not as liabilities. Also, I want to place women on an equal level as men.

Though there are many initiatives by the government to promote education. But there are many people who do not realize its true importance. The India of my dream will be a place where education will be mandatory for all.

I wish there were no uneducated people in India of my dreams. I would like to see India implement a system of education that allows every individual to earn a living. In my dream India, I would like the people of my country to appreciate the value of education and to encourage their children to pursue school rather than working in menial professions at a young age.

Employment Opportunities

Although there are many educated people in India. But, due to corruption and many other reasons they are unable to get a decent job. Besides, there are many employment opportunities in the country but they are either limited or don’t pay well enough. One of the reasons for this is weak industrial growth in the country.

In addition, reservation is a hindrance in this path as most of the deserving candidates lose their good opportunities because of it. Many of these deserving candidates go abroad and work for the economic growth of other countries . The Indian of My dream will be a place where the deserving candidate will get the job first rather than reserved candidates.

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Caste Discrimination

Though India got independence in 1947, still we are not able to get complete independence from caste, religion, and creed discrimination. It is shameful to see how in certain parts of the country the people of the lower section of the society are denied the basic rights .

However, there are various social groups that speak for their rights and help them to oppose this oppression. Besides, I dream of an India where there is no discrimination of any kind.

Corruption is one of the major reasons that are hindering the growth of the nation . Instead of making an effort to serve the growth of the country the officials and politicians are busy filling their own pockets. So, I dream of an India where the minister and official are dedicated to their work and wholly for the development of the country.

A big number of well-educated persons appear to be unemployed as a result of politicians’ severe corruption and harshness. Because of the reservation system, the majority of deserving individuals have been denied the opportunity. My hope for India is that deserving applicants, not reserved candidates, receive the correct jobs. I would also like to see India become a place where the government’s primary focus is on the benefit of the country.

In conclusion, the India of my dream will be an ideal country where every citizen will be equal. Also, there is no discrimination of any type. In addition, it will be a place where women are seen as equals to men and respected equally.

Gender Discrimination and Inequality

It’s terrible to see how, despite showing themselves in every aspect of life, women are still regarded as inferior to males. My ideal India will be one in which women are protected in all circumstances, good or bad. There will be no more torture, domestic violence, or male dominance over women. Women will be able to pursue their dreams with greater freedom. In my future country, they should be treated equally and have the right to care. It would be a location where the safety of women would be of the first importance.

Medical Support

The sole goal of the medical profession shall be to protect people free from discomfort and sickness, with proper regard and respect for age and with all due consideration for the health of all the best medical facilities available. Not for profit, but for the sake of service. The elderly would be properly cared for, and life would appear to be worth living for as long as they lived. People in my ideal country would be born healthy, hopeful, and happy, and they would live happily ever after.

FAQs about Essay on India of My Dreams

Q.1 Why India of my dream is difficult to achieve? A.1 India of my dream is difficult to achieve because there are many social, religious, and political problems. Only after getting rid of them, we can think about the India of my dream.

Q.2 Does corruption is the only hindrance in the path of development in India? A.2 No, there are many other hindrances in the path of development of India but corruption is a hindrance.

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